रांची:झारखंड दौरे पर आए असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने बांग्लादेश में उपजे हालात पर चिंता जताई है. रांची एयरपोर्ट पर उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में स्थिति बद से बदत्तर है. हालत इतने खराब हैं कि बयां भी नहीं किए जा सकते. उन्होंने भरोसा जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डिप्लोमेसी चैनल के जरिए बांग्लादेश सरकार के साथ समस्या का हल जरूर निकालेंगे.
उन्होंने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत पूरे कांग्रेस पर सवाल खड़े किए. हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि कांग्रेस ने साबित कर दिया कि विश्व में कहीं भी अगर मुसलमान तकलीफ में होते हैं तो कांग्रेस कहती है हम हैं, लेकिन जब हिंदू तकलीफ में होते हैं तो कांग्रेस कहती है हम नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन-गाजा मामले में प्रियंका गांधी कई बार ट्वीट कर चुकी हैं. कांग्रेस पार्टी धरना भी दे चुकी है. जबकि वहां टेररिस्ट अटैक की वजह से टेररिस्ट के खिलाफ कार्रवाई चल रही है. लेकिन बांग्लादेश में ऐसा कुछ नहीं है. फिर भी वहां के हिंदू अल्पसंख्यक को लेकर कांग्रेस चुप है. कांग्रेस सिर्फ हिंदुओं को जाति के नाम पर बांटना चाहती है.
'झारखंड, असम और बंगाल में भी घटी हिंदूओं की संख्या'
मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि बांग्लादेश से लगी सीमाओं पर बहुत बुरी स्थिति है. भारत सरकार ने ऐसा कोई आदेश अब तक नहीं दिया है कि वहां फंसे लोगों को एंट्री दी जाए. एक-दो करोड़ लोगों को लेना भी मुश्किल है. इसलिए इसका एकमात्र समाधान है कि डिप्लोमेसी के जरिए वहां के हिंदू अल्पसंख्यकों को सिक्योरिटी मुहैया कराई जाए.
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में 33% हिंदू थे, जिनकी संख्या घटकर अब आठ प्रतिशत हो गई है. उसी अनुपात में पश्चिम बंगाल, असम और झारखंड में भी हिंदुओं की संख्या घटी है. उन्होंने कहा कि 1951 से 2024 के बीच बांग्लादेश में 13% हिंदुओं की संख्या घटी है, जबकि इसी अवधि में असम में 9% हिंदुओं की संख्या घटी है. इससे साफ है कि बांग्लादेश की सीमा से सटे भारत के सभी राज्यों में डेमोग्राफी बदल रही है.