उज्जैन: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान एक बार फिर 2012 के विवादित 15 मिनट वाले बयान का जिक्र किया. ओवैसी ने इस बयान का संदर्भ डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ चल रही जुबानी जंग में तंज के तौर पर लिया. यह बयान उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी के उस बयान की याद दिलाता है, जिसमें उन्होंने कहा था कि 15 मिनट के लिए पुलिस को हटा दो तो हम दिखा देंगे कौन ताकतवर है. इधर उज्जैन में भी साधु-संत इस बयान से नाराज हैं.
महामंडलेश्वर ने भरी हुंकार
बाबा महाकाल की नगरी केमहामंडलेश्वर आचार्य शेखर ने असदुद्दीन ओवैसी के चैलेंज को स्वीकार कर लिया है. उन्होंने कहा कि 'भारत में रहने वाले ऐसे दोनों लोगों पर मोदी सरकार को बैन लगाना चाहिए. ये लोग भारत के लिए नासूर हैं. इन लोगों की सभाओं पर बैन लगना चाहिए.'
महामंडलेश्वर ने चुनौती की स्वीकार
महामंडलेश्वर आचार्य शेखर ने कहा कि "15 मिनट पुलिस हटाने की बात कर रहे हैं. पुलिस तो हटी हुई है 15 मिनट नहीं 15 दिन देते हैं. चुनौती स्वीकार कर ली है. 800 साल मुगलों ने राज किया तब भी सनातन को खत्म नहीं कर पाए तो 15 मिनट में सनातन को खत्म कर दोगे. महाराणा प्रताप की संताने इस देश में अभी भी मौजूद हैं."