मॉनसून में भी होगा माओवादियों का खात्मा, नई स्ट्रैटजी से नक्सली होंगे ऑल आउट - Anti naxal operation in monsoon
बस्तर से नक्सलियों के सफाए के लिए फोर्स लगातार एंटी नक्सल ऑपरेशन चला रही है. मॉनसून के दौरान बस्तर में भारी बारिश होती है. बारिश के मौसम में अमूमन फोर्स का मूवमेंट जंगलों में कम हो जाता है. पर इस बार मॉनसून में फोर्स दोगुनी ताकत के साथ जंगलों में सर्चिंग अभियान पर निकलेगी. नक्सलियों को सफाए के लिए बस्तर आईजी ने खास प्लान बनाया है.
मॉनसून में भी होगा माओवादियों का खात्मा (ETV Bharat)
दंतेवाड़ा: बस्तर से नक्सलवाद के पांव तेजी से उखड़ते जा रहे हैं. जवानों को लगातार मिल रही सफलता से सरकार के हौसले बुलंद हैं. लिहाजा इस बार मॉनसून में भी नक्सलियों के खिलाफ एंटी ऑपरेशन चलाया जाएगा. मॉनसून में नक्सल विरोधी अभियान चलाने की तैयारियां शुरु हो चुकी हैं. माना जाता है कि मॉनसून के मौसम में नक्सली भी सेफ जोन की ओर मूव कर जाते हैं. जबतक बारिश का मौसम रहता है नक्सली अपनी गतिविधियों को कम कर देते हैं. फोर्स की अब कोशिश होगी कि बारिश के मौसम में भी माओवादियों के खिलाफ ऑपरेशन चले और उसका फायदा मिले.
मॉनूसन में होगा माओवादियों का खात्मा: साल 2023 में मॉनसून के दौरान फोर्स ने एंटी नक्सल ऑपरेशन पूरे बस्तर में चलाया जिसका काफी फायदा मिला. पुलिस के आला अफसर चाहते हैं कि पिछली बार की तरह इस बार भी ये ऑपरेशन चले और उसका फायदा मिले. पूरे बस्तर में इन दिनों नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है. बड़ी संख्या में नक्सली मारे जा रहे हैं साथ ही बड़ी संख्या में माओवादी सरेंडर भी कर रहे हैं.
''मॉनसून में चलने वाले अभियान को लेकर जवानों का मनोबल हाई है. नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन में हमें निर्णायक बढ़त मिली है. हमारी कोशिश है कि माओवादियों पर जो लगाम हमने लगाया है वो बरकरार रहे. नक्सल प्रभावित इलाकों में शांति बहाली जारी रहे. नक्सलियों के खात्मे के लिए धुर नक्सल प्रभावित इलाकों में कैंपों की स्थापना की गई है. कैंप बनने से नक्सली घटनाओं में कमी आई है. नक्सलियों ने जो आने जाे के जो कॉरिडोर बना रखे थे उसे बंद कर दिया गया है. नक्सलियों ने जो अपनी रसद लाइन बना रखी थी उसे भी तोड़ दिया गया है. आने वाले वक्त हम नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने वाले हैं''.- पी सुंदरराज, बस्तर आईजी
नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन तेज: बीजेपी नेता रतन दुबे की हत्या की जांच के दौरान बीते दिनों जांच टीम ने 12 से ज्यादा जगहों पर छापेमार कार्रवाई की. नक्सलियों के जिन ठिकानों पर रेड किया गया उसमें पूर्वी बस्तर डिविजन के बयानार एरिया कमिटी का इलाका शामिल है. इन इलाकों में ओवर ग्राउंड वर्कर्स और समर्थकों के ठिकानों पर तलाशी ली गई. जांच एजेंसी एनआईए के मुताबिक ''रतन दुबे की हत्या से जुड़े मामलों में तलाशी के दौरान कई मोबाइल फोन और टैबलेट जब्त किए गए हैं. 9 लाख 90 हजार की नकदी भी बरामद की गई है. इसके साथ ही बड़ी संख्या में नक्सली पर्चे और साहित्य बरामद हुए हैं.''