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वाराणसी को एक और वंदे भारत एक्सप्रेस, जानिए कहां तक जाएगी और कितना होगा किराया

वाराणसी से एक और वंदे भारत एक्सप्रेस गुजरेगी. इसमें सफर करने वालों को बेहद खास सुविधाएं मिलेंगीं.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Mar 11, 2024, 8:30 AM IST

वाराणसीः वाराणसी से सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के विकास के लिए बहुत सी योजनाएं चलाई हैं. वाराणसी के विकास के साथ ही साथ इस शहर को अन्य राज्यों से जोड़ने के लिए रेल परिवहन में भी विस्तार का काम किया गया है. वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन में सुधार के साथ ही नई ट्रेनों का संचालन भी किया गया है. इसमें सबसे खास ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस है. प्रधानमंत्री ने वाराणसी को दिल्ली से जोड़ने के लिए अब तक दो वंद भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई है. वहीं एक और ट्रेन को इस कड़ी में जोड़ने की तैयारी है जो लखनऊ से वाया वाराणसी बिहार के लिए जाएगी. जानते हैं क्या होगा उसका बनारस आने का समय और कैसी है यह ट्रेन.

बेहद आरामदायक हैं कुर्सियां.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 मार्च को रांची से वाराणसी के लिए एक वंदेभारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे. एक अन्य वंदे भारत एक्सप्रेस लखनऊ और पटना के बीच 12 मार्च को ही चलेगी. यह ट्रेन वाराणसी, पंडित दीनदयाल होते हुए पटना जाएगी. रांची-वाराणसी के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस यह दूरी 6 घंटे 20 मिनट में तय करेगी. ट्रेन रांची, डाल्टेनगंज के रास्ते वाराणसी पहुंचेगी. 12 मार्च को चलाई जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का रंग केसरिया है. इसमें यात्री सुविधाओं के मामले में तकनीक का अंतर है. इसमें कुल आठ बोगी में एक एग्जीक्यूटिव क्लास है, जबकि सात चेयर कार हैं.

वाराणसी में 15 मिनट रुकेगी
रेल अधिकारियों से मिली सूचना के मुताबिक, वंदे भारत ट्रेन राजधानी लखनऊ को बिहार की राजधानी पटना से जोड़ेगी. इसका संचालन वाराणसी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के रास्ते होगा. अप और डाउन में कैंट स्टेशन पर यह ट्रेन 15 मिनट रुकने के बाद रवाना होगी. ट्रेन दानापुर, आरा, बक्सर, डीडीयू, वाराणसी, अयोध्या धाम होते हुए लखनऊ जाएगी. पटना से सुबह 6:05 पर चलकर वाराणसी में 9:20 पर पहुंचेगी. वहां से अयोध्या 12:15 और लखनऊ 2:30 बजे पहुंचेगी. लखनऊ के गोमतीनगर से शाम 3:20 पर चलकर रात में 8:15 बजे वाराणसी पहुंचेगी. यहां से यह ट्रेन पटना के लिए रवाना होगी.

ट्रेन की समय सारिणी
ट्रेन नंबर 22345 वंदे भारत एक्सप्रेस पटना से सुबह 6:05 बजे रवाना होगी. 6:45 बजे आरा, 7:20 बजे बक्सर, 8:35 बजे पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन, 9:20 बजे वाराणसी, दोपहर 12:15 बजे अयोध्या धाम और दोपहर 2:30 बजे गोमतीनगर स्टेशन पहुंचेगी. वहीं, वापसी में ट्रेन नंबर 22346 वंदे भारत एक्सप्रेस गोमतीनगर से दोपहर 3:20 बजे चलकर शाम 5:15 बजे अयोध्या धाम, रात आठ बजे वाराणसी, 8:55 बजे पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन, 10:13 बजे बक्सर, 10:48 बजे आरा और रात 11:45 बजे पटना पहुंच जाएगी.


वाराणसी से चलने वाली वंदे भारत की संख्या बढ़ जाएगी
दिसंबर 2023 में तमिल संगमम कार्यक्रम का उद्घाटन करने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से काशी-तमिल संगमम एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई थी. इसी दौरान पीएम मोदी ने वाराणसी से चलकर दिल्ली जाने वाली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी. इस ट्रेन के संचालन के साथ ही वाराणसी से चलने वाली वंदे भारत ट्रेनों की संख्या दो हो गई. इससे पहले चल रही वंदे भारत दिल्ली से वाराणसी आ रही थी. वहीं अब 12 मार्च को जब पीएम मोदी एक और वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे तो वाराणसी के गुजरने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस की संख्या तीन हो जाएगी. इससे लखनऊ जाने वाले लोगों के लिए भी आसानी होगी.

जरा किराया भी जान लीजिए
रेल अधिकारियों के अनुसार, दो नई वंदेभारत ट्रेनें वाराणसी के हिस्से में आ रही हैं. रांची से चलने वाली वंदेभारत 6.20 घंटे में वाराणसी तक का सफर तय करेगी. इसकी अधिकतम रफ्तार 130 किमी की होगी. रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि, वाराणसी-रांची वंदेभारत सुबह 5.30 बजे वाराणसी कैंट से चलेगी. इसके बाद दोपहर 12.20 बजे रांची पहुंचेगी. यह ट्रेन वापसी में रांची से दोपहर 1.30 बजे रवाना होगी और शाम 7.40 बजे कैंट पहुंचेगी. यह ट्रेन रांची, लोहरदगा, टोरी, गढ़वा, गया और पीडीडीयू नगर स्टेशनों पर दोनों दिशाओं में ठहरेगी. इसका किराया लगभग 1390 से 2600 रुपये होगा.

घूमने वाली चेयर के साथ वाई-फाई
वंदे भारत की रफ्तार बहुत ही कम समय में 160 किलोमीटर प्रति घंटे से 200 किलोमीटर प्रति घंटे हो जाती है. रेलवे के मुताबिक ट्रेन 100 किलोमीटर की स्पीड केवल 52 सेंकड में पकड़ लेती है. इस ट्रेन में मेट्रो की तरह ही एकीकृत इंजन होता है. इसके साथ ही ट्रेन में जीपीएस सिस्टम भी लगाया गया है, जिससे आगे आने वाले स्टेशन की जानकारी मिलती रहती है. रेलवे की तरफ से यात्रियों की सुविधा को देखते हुए ट्रेन को पूरी तरह से वाईफाई से लैस बनाया गया है. वहीं हर सीट के नीचे मोबाइल और लैपटॉप चार्ज करने के लिए चार्जिंग पॉइंट्स दिए गए हैं. सभी कोच वतानुकुलित हैं और सीटें 360 डिग्री घूम जाती हैं.

कई हाईटेक सुविधाओं से युक्त है ट्रेन
बता दें कि वंदे भारत ट्रेन में ऑटोमेटिक दरवाजे लगे हैं. ये दरवाजे मेट्रो की ही तरह ऑटोमेटिक खुलते हैं. इसके साथ ही बायो वैक्यूम शौचालय है. खिड़की पर बड़े ग्लास लगाए गए हैं. हर डिब्बे में सीसीटीवी लगाए गए हैं. इतना ही नहीं, ट्रेन में खाना और नाश्ता भी यात्रियों को दिया जाता है, जिसकी कीमत टिकट में ही शामिल होती है. वंदे भारत को तैयार करने में दिव्यांगों का भी ध्यान रखा गया है. ऐसे में ट्रेन के कुछ डिब्बों में व्हीलचेयर रखने के लिए अलग से जगह बनाई गई है. ट्रेन में एक खासियत यह भी है कि जब ट्रेन पूरी तरह से रुक जाती है, तब ही दरवाजे खुलेंगे, जिससे यात्री चलती ट्रेन में न ही चढ़ें और न ही उतरें.


कब चली थी पहली वंदे भारत एक्सप्रेस
वंदे भारत एक्सप्रेस देश में इस समय 23 रूटों पर चल रही है. उत्तर प्रदेश में 15 फरवरी 2019 को पहली बार यह वंदे भारत एक्सप्रेस चलाई गई थी. यह ट्रेन 100 किलोमीटर प्रति घंटा की औसत गति से चलाई गई थी. इस ट्रेन को तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी. इसका नियमित संचालन 17 फरवरी 2019 से हुआ था. इस ट्रेन का संचालन दिल्ली से वाराणसी के बीच किया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे वाराणसी से हरी दिखा कर दिल्ली के लिए रवाना किया था.

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