अमरावती (आंध्र प्रदेश): राज्यसरकार ने देश में पहली बार आंध्र प्रदेश में कौशल जनगणना कराने का फैसला किया है. यह कौशल गणना सर्वेक्षण प्रायोगिक तौर पर 3 सितंबर को मंगलगिरी विधानसभा क्षेत्र के नागार्जुन विश्वविद्यालय में आयोजित किया जाएगा. सर्वेक्षण के लिए विशेष रूप से एक ऐप तैयार किया गया है. इस बारे में अधिकारियों ने बताया कि सर्वेक्षण पूरा होने के बाद यदि वेबसाइट उपलब्ध करा दी जाती है तो बाजार में आने वाले नए लोगों को अपना विवरण दर्ज कराने का मौका मिलेगा.
कौन करेगा यह सर्वे?
इस सर्वे के लिए हर गांव और वार्ड सचिवालय से छह कर्मचारियों को लगाया जाएगा. उन्हें इस महीने की 23, 24, 30 और 31 तारीख को दो किस्तों में प्रशिक्षित किया जाएगा. प्रशिक्षण के बाद वे घर-घर जाकर टैब में जानकारी एकत्र करेंगे.
कौन-कौन से विवरण एकत्रित किए जाएंगे?
साक्षर? निरक्षर? कर्मचारी? जिन्हें पढ़ाई के बाद नौकरी नहीं मिली? क्या नौकरी संगठित क्षेत्र की है? असंगठित क्षेत्र की? बेरोजगारों की शैक्षणिक योग्यता? पीएचडी, एमएस, डिग्री, इंटरमीडिएट, 10वीं, 8वीं? अगर आपने बीटेक की पढ़ाई की है तो क्या आपको डोमेन नॉलेज है? 25 तरह के सवालों के जरिए जानकारी एकत्रित की जाती है. इसके अलावा संगठित क्षेत्र में काम करने वालों और असंगठित क्षेत्र में काम करने वालों के पीएफ अकाउंट का हिसाब ई-श्रम के जरिए लिया जाएगा.
इसमें कितना समय लगेगा?