रांचीः दो लड़कियों के अपहरण की कहानी का रांची पुलिस ने गुरुवार को पटाक्षेप कर दिया है. पुलिस की जांच में पाया गया कि लड़कियों का अपहरण हुआ ही नहीं था. प्यार के चक्कर में लड़कियां अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई थीं, लेकिन परिजनों और मोहल्लेवालों ने 5 दिनों तक पुलिस की नींद उड़ा रखी थी. मामले में पुलिस ने लड़कियों के प्रेमी सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
मामला प्रेम प्रसंग का निकला
रांची पुलिस ने दो लड़कियों के अपहरण के मामले की गुत्थी सुलझा ली है. अपहरण का पूरा मामला पुलिस की जांच में फर्जी निकला. रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि पूरी प्लानिंग के साथ दोनों लड़कियां घर से फरार हुईं थीं. इस मामले में मुख्य आरोपी मो इस्माइल सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
परिजनों से शादी से किया था इनकार
जांच में यह बात भी सामने आई है कि पकड़े गए युवक के साथ बड़ी बहन का प्रेम प्रसंग चल रहा था. लेकिन लड़की के परिजनों ने युवक से अपनी पुत्री की शादी करने से इनकार कर दिया था.इसके बाद ही दोनों बहनों ने मिलकर उस युवक के साथ फरार होने की पूरी योजना बनायी और अपहरण की झूठी कहानी रच प्रेमी के साथ फरार हो गईं.
मामले में पुलिस ने किया बेहतरीन काम
रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि जिस तरह से दोनों लड़कियों ने अपने परिजनों को फोन कर यह बताया था कि उनका अपहरण कर लिया गया है. जानकारी मिलने पर रांची पुलिस का पूरा अमला ही चौकस हो गया. पुलिस रात भर लड़कियों के मोबाइल लोकेशन के आधार पर छापेमारी करती रही. इस दौरान आधा दर्जन से ज्यादा ट्रेनों को भी खंगाला गया, जिसमें रेल पुलिस ने भी पूरा सहयोग दिया.
दोनों लड़कियां भाग गई थी कर्नाटक
टेक्निकल सेल और सीसीटीवी के माध्यम से रांची पुलिस को यह जानकारी मिली कि दोनों लड़कियां कार से एक लड़के के साथ बूटी मोड़, फिर ओरमांझी से होते हुए चितरपुर पहुंची थीं और वहां से कोडरमा, वाराणसी होते हुए ट्रेन से कर्नाटक चली गईं.
कर्नाटक पुलिस से सहयोग लिया गया
मामले की गंभीरता को देखते हुए रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने तुरंत कर्नाटक के एडीजी और पुलिस अधीक्षक कोपल से सहयोग के लिए अनुरोध किया. कर्नाटक पुलिस के सहयोग से ही दोनों लड़कियों को बरामद किया गया और मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया गया.