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दिल्ली पर प्रदूषण की मार, ऑनलाइन होंगी पांचवीं तक की कक्षाएं: आज सुबह से GRAP-3 लागू

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर आतिशी सरकार ने सभी प्राथमिक विद्यालयों को अगले आदेश तक ऑनलाइन मोड में चलाने के दिए निर्देश.

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण (delhi news)

By ETV Bharat Delhi Team

Published : 9 hours ago

Updated : 33 minutes ago

नई दिल्ली: दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘खतरनाक’ स्तर पर पहुंच गई है. शुक्रवार सुबह 8 बजे से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) स्टेज-3 के तहत 11 बिंदुओं की कार्ययोजना लागू की जाएगी. इसके साथ ही दिल्ली के सभी प्राइमरी स्कूलों को अगले आदेश तक ऑनलाइन क्लासेस चलाने का निर्देश दिया गया है. मुख्यमंत्री आतिशी ने एक्स पर पोस्ट डालकर इसकी जानकारी दी है.

मुख्यमंत्री आतिशी ने एक्स पर लिखा है कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है. ऐसे में अगले आदेश तक सभी प्रायमरी स्कूलों को ऑनलाइन शिफ्ट करने का निर्देश दिया गया है. यानी की पांचवी कक्षा तक के सभी स्कूल बंद रहेंगे. विद्यार्थियों को ऑनलाइन क्लासेस दी जाएगी, जिससे स्कूल जाने के लिए बच्चों को घर से बाहर न निकालना पड़े और उन पर प्रदूषण का उनकी सेहत पर बुरा असर न पड़े. प्रदूषण के बढ़ते खतरे को देखते हुए, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के स्टेज-III के तहत 11-बिंदु कार्ययोजना लागू करने का निर्णय लिया है. यह योजना 15 नवम्बर 2024 से सुबह 8 बजे से पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में प्रभावी होगी.

बृहस्पतिवार को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 424 तक पहुंच गया, जो खतरनाक श्रेणी में आता है. जो सामान्य जनसंख्या के लिए गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकता है. विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और श्वसन समस्याओं से पीड़ित व्यक्तियों के लिए खतरनाक है. एयर क्वालिटी इंडेक्स का स्तर लगातार बिगड़ता जा रहा है, जिसका मुख्य कारण पड़ोसी राज्यों में पराली जलाना, वाहनों से उत्सर्जन, और मौसम की खराब परिस्थितियां हैं, जो प्रदूषकों को जमीन के करीब फंसा देती हैं.

ग्रैप के स्टेज-III के तहत वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कड़े उपाय किए जाएंगे. इनमें निर्माण और विध्वंस कार्यों को बंद करना, प्रदूषणकारी वाहनों की जांच को बढ़ाना और कोयला व बायोमास का उपयोग करने वाली गैर-आवश्यक उद्योगों पर प्रतिबंध लगाना शामिल है. इसके अतिरिक्त, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) वायु गुणवत्ता निगरानी टीमों को और तैनात करेगी और प्रदूषण नियंत्रण नियमों का पालन नहीं करने वाले उद्योगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

11-बिंदु कार्ययोजना का उद्देश्य दिल्लीवासियों को हानिकारक वायु प्रदूषकों से बचाना है. खासकर आगामी सर्दियों में जब वायु गुणवत्ता और खराब होने की संभावना रहती है, क्योंकि इस मौसम में हीटिंग की बढ़ी हुई आवश्यकता और अन्य मौसमी कारक प्रदूषण को और बढ़ा सकते हैं. एक आपातकालीन उपायों का सेट है जिसे सीएक्यूएम ने दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए पेश किया. प्रत्येक स्टेज प्रदूषण की बढ़ती गंभीरता के आधार पर लागू होता है. स्टेज-III की घोषणा के साथ दिल्ली गंभीर प्रदूषण के लंबे समय तक संघर्ष कर रही है और वायु गुणवत्ता भविष्य में भी ‘खतरनाक’ श्रेणी में बनी रह सकती है. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि लगातार इस स्तर के प्रदूषण के संपर्क में आने से श्वसन समस्याएं और अन्य स्वास्थ्य जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं.

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