कोटपूतली-बहरोड : ग्राम किरतपुरा की ढ़ाणी बड़ीयाली में सोमवार की दोपहर को बोरवेल में गिरी 3 साल की बच्ची चेतना सीसीटीवी कैमरे में मूवमेंट करती नजर आई. बच्ची हाथ हिला रही है. बच्ची को बचाने के लिए पूरी रात एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के साथ ही स्थानीय प्रशासन जुटा हुआ है, लेकिन अभी तक मासूम बच्ची को बाहर नहीं निकाला गया है.
बाहर निकालने का पहला प्रयास असफल : सोमवार देर रात बच्ची चेतना को बाहर निकालने के लिए रिंग रॉड बोरवेल में डाली गई, लेकिन रॉड बच्ची के कपड़ों में अटक जाने से पहला प्रयास असफल रहा. बचाव कार्य में लगी टीमें लगातार प्रयास कर रहीं हैं, ताकि बचाव कार्य में सफलता हाथ लग सके. वहीं, प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर मोजूद हैं, जो हर संभव प्रयास में लगे हुए हैं.
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एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीम : एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीम सोमवार देर शाम मौके पर पहुंच गई. बचाव कार्य के दौरान पहले कैमरा और ऑक्सीजन भी डाला गया. इसमें सामने आया कि बच्ची सर के बल करीब 140 फिट गहराई पर बोरवेल में फंसी हुई है. बच्ची के रोने की आवाज भी रुक-रुककर आ रही है. घटनास्थल पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी जमा हैं. जयपुर ग्रामीण सांसद राव राजेन्द्र सिंह, विधायक हंसराज पटेल, पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत, एएसपी वैभव शर्मा, एसडीएम बृजेश चौधरी, तहसीलदार रामधन गुर्जर, सीएमएचओ डॉ. आशीष सिंह शेखावत, बीसीएमओ डॉ. पूरण चंद गुर्जर, नगर परिषद आयुक्त धर्मपाल जाट, पूर्व जिला पार्षद धूड़ सिंह शेखावत समेत अन्य मौके पर मौजूद हैं. हर कोई बच्ची की सलामती के लिए प्रार्थना कर रहा है. 3 वर्षीय बालिका चेतना के बोरवेल में गिरने की घटना के बाद से प्रशासन का रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है.
आए दिन हो रहे हादसे: प्रदेश भर में विगत 4 माह के दौरान करीब आधा दर्जन घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें कई बच्चे जान गंवा चुके हैं. इसके बावजूद न तो प्रशासन कोई कार्रवाई कर रहा है और न ही आमजन को सबक मिल रहा है. सोमवार को किरतपुरा में हुई घटना में भी भारी लापरवाही देखने को मिल रही है.