आगरा :मोहब्बत की निशानी ताजमहल में शनिवार की सुबह दो हिंदूवादी युवक गंगाजल लेकर पहुंचे. उन्होंने ताजमहल के मुख्य गुंबद पर गंगाजल चढ़ाया. बम-बम भोले और हर-हर महादेव के जयकारे भी लगाए. युवकों ने ताजमहल में गंगाजल चढ़ाने का वीडियो भी बनाया गया. उन्होंने दीवार पर ओम का स्टीकर भी चिपकाया. सीआईसीएफ के जवानों ने दोनों युवकों को पकड़ लिया. इसके बाद दोनों को ताजगंज थाना पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है. दोनों युवक अखिल भारत हिंदू महासभा से जुड़े हैं.
पानी की बोतल में ले गए गंगाजल :अखिल भारत हिंदू महासभा का दावा है कि, ताजमहल में शनिवार की सुबह करीब सात बजे 2 कार्यकर्ताओं ने ताजमहल में गंगाजल चढ़ाया. सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी है. इसमें एक लीटर की पानी की बोतल लेकर युवक ताजमहल परिसर में जा रहा है. दूसरा युवक वीडियो बना रहा है. इसके बाद एक वीडियो में ताजमहल के अंदर युवक बोतल से जल चढ़ाता दिख रहा है.
मथुरा से आगरा आए गंगाजल लेकर :दरअसल, ताजमहल या तेजोमहालय का विवाद लंबे समय से चल रहा है. सावन माह के चलते बीते सोमवार यानी 29 जुलाई 2024 को अखिल भारत हिंदू महासभा की आगरा जिलाध्यक्ष मीना राठौर भी कांवड़ लेकर ताजमहल के पश्चिमी गेट पर पहुंची थीं. इस दौरान ताज सुरक्षा पुलिस ने उन्हें रोक दिया था. इसके बाद समझाकर मीना राठौर से गंगाजल राजेश्वर महादेव मंदिर में अर्पण कराया था. मगर, अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने ऐलान किया था कि सावन माह में तेजोमहालय ताजमहल में गंगाजल चढ़ाएंगे.
गंगाजल चढ़ाते ही सीआईएसएफ ने पुलिस को सौंपा :छाया गौतम का कहना है कि 31 जुलाई को अपने साथियों के साथ सोरों से डाक कांवड़ लेकर चली थीं. दो अगस्त की रात वह मथुरा पहुंची लेकिन उसके पहले ही प्रशासन ने रात 12 बजे निज निवास पर हाउस अरेस्ट कर लिया था. हालांकि पदाधिकारी ने पुलिस को चकमा दे दिया. शनिवार सुबह 7 बजे वे ताजमहल पहुंच गए. अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ता व्यापार सभा के अध्यक्ष श्याम, जिला कार्यालय मंत्री वीनेश कुंतल ने ताजमहल में कांवड़ का गंगाजल चढ़ाया. गंगाजल चढ़ाते समय ही सीआईएसएफ ने श्याम और वीनेश को ताजमहल के अंदर ही हिरासत में ले लिया. इसके बाद दोनों को सीआईएसएफ ने ताजगंज पुलिस के हवाले कर दिया है.
जलाभिषेक व दुष्धाभिषेक के मामले में सुनवाई 13 अगस्त को :हिंदुवादी नेताओं का दावा है कि, ताजमहल मकबरा नहीं है. ये शिव मंदिर है. इसका नाम तेजोमहालय है. इसलिए, लंबे समय से ताजमहल या तेजोमहालय का विवाद बना हुआ है. बीते दिनों कोर्ट में योगी यूथ ब्रिगेड की ओर से वाद दायर करके सावन माह में तेजोमहालय में जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक की मांग की गई है. ताजमहल के सर्वे और कोर्ट कमिश्नर की नियुक्ति का प्रार्थना पत्र भी दिया था. इसकी सुनवाई 13 अगस्त को होनी है.