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संभल हिंसा: डीएम-एसपी ने बताया कैसे रची गई साजिश, प्लानिंग के तहत उपद्रव करने का अंदेशा

SAMBHAL JAMA MASJID SURVEY, VIOLENCE: पुलिस-प्रशासन का मानना-सपा सांसद और विधायक पुत्र के कारण भड़का दंगा.

संभल हिंसा.
संभल हिंसा. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 3 hours ago

संभल : एक दिन पहले 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में अब तक कुल 7 FIR दर्ज की गई हैं. जबकि सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक इकबाल महमूद के पुत्र सुहैल इकबाल समेत 6 लोग नामजद किए गए हैं. इस मामले में अब तक करीब 2800 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. जबकि 2 महिलाओं समेत 25 लोगों को जेल भेजा चुका है. इस हिंसा पर तमाम राजनीतिक दल हमलावर हैं और पुलिस-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं. वहीं डीएम-एसपी ने सोमवार को प्रेसवार्ता कर इसके पीछे का पूरा घटनाक्रम बताया है. साथ ही इसे एक साजिश करार दिया है. आइए जानते हैं, क्या कहा.

संभल हिंसा पर डीएम-एसपी ने रखी अपनी बात. (Video Credit; ETV Bharat)

संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया के मुताबिक, संभल में ताजा हिंसा के बाद हालात अब सामान्य हैं. हिंसा के फुटेज जारी किए गए हैं. ड्रोन से फोटोग्राफी कराई गई है. सैकड़ों की संख्या में बलवाई हिंसा में शामिल हुए. फुटेज से उपद्रव में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है. सभी आरोपियों को चिन्हित कर जेल भेजा जाएगा. साथ ही कहा कि इस घटना में जो नाबालिग शामिल थे, उन्हें जुवेनाइल कोर्ट भेजा जाएगा.

सर्वे कंप्लीट होने का एनाउंस होते ही चलने लगे पत्थर: डॉ. राजेंद्र पेंसिया के मुताबिक, 19 नवंबर को सब शांतिपूर्ण था. इसके बाद जुमे की नमाज के दौरान भी हालात सामान्य थे. घटना वाले दिन जैसे ही अनाउंस हुआ कि सर्वे कंपलीट हो गया है, भीड़ ने पत्थरबाजी शुरू कर दी.

एक रात पहले की गई प्लानिंग: अचानक भीड़ के हिंसक होने, पत्थर चलाने, फायरिंग और आगजनी के पीछे प्रशासन का मानना है कि इसके पीछे प्लानिंग हो सकती है. डीएम के मुताबिक, ऐसी लगता है कि एक रात पहले प्लानिंग की गई होगी. इसकी जांच होगी, इससे ही पता चलेगा कि अचानक भीड़ हिंसक हुई या फिर एक योजना के तहत यह सब कुछ हुआ.

घरों से हथियारों की बरामदगी: डीएम के मुताबिक पुलिस की छानबीन में घरों से भी हथियारों की बरामदगी हुई है. एक चाकू ऐसा मिला है, जो दोनों तरफ से चलता है. कहा कि आसपास के 10 से 15 किमी के दायरे में रहने वाले लोग भीड़ में शामिल थे. फिलहाल 25 लोगों को जेल भेजा रहा है.

कुल 7 मुकदमे दर्ज हुए : एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई के मुताबिक कल जो इंसीडेंट हुआ, जिसमें कुछ लोगों ने भीड़ को उकसाया था, उसमें कुल 7 मुकदमे दर्ज हुए हैं. इसमें 2 थाना नखासा और 5 कोतवाली में दर्ज किए गए हैं.

मैग्जीन लूटी, बाइक को आग लगाई: एसपी ने बताया कि सब इंस्पेक्टर शाह फैसल जिस पुलिस बाइक पर जा रहे थे, उसे हिंसक भीड़ ने गिरा दिया और मैग्जीन लूट ली. इसके बाद बाइक को आग लगा दी. शाह फैसल ने कई लोगों की पहचान की है. थाना नखासा में 200 अज्ञात के साथ ही 6 लोगों को नामजद किया है.

सांसद-विधायक बेटे ने उकसाया: एसपी के मुताबिक शाह फैसल के अलावा एकता चौकी प्रभारी दीपक राठी ने कोतवाली में 800 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. इसमें सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक इकबाल महमूद के पुत्र सुहैल इकबाल विधायक को नामजद किया गया है. आरोप है कि भीड़ को इन लोगों ने उकसाया. उसी का परिणाम था कि 8.45 बजे लोग इकट्ठा हुए और उपद्रव शुरू हो गया. जिसमें 15 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. 4 अफसर भी हिंसा का शिकार होकर घायल हुए हैं.

पत्थरबाजी से एसडीएम के पैर में फ्रैक्चर: एसपी के मुताबिक पत्थरबाजी में एसडीएम रमेश के पैर में फ्रैक्चर हुआ है. उनकी तरफ से 800 अज्ञा के खिलाफ केस लिखा गया है.

सीओ संभल के पांव में लगी गोली: एसपी ने बताया कि तीन अफसरों की टीम हालात को नियंत्रित करने के लिए लगाई गई थी. जामा मस्जिद के पास जब भीड़ को रोका गया तो फायर किया गया. इसमें सीओ संभल अनुज चौधरी के पांव में गोली लग गई. सीओ ने 700 से 800 अज्ञात के खिलाफ केस लिखाया है.

पीआरओ ने भी दर्ज कराया है केस: इस मामले में एसपी के पीआरओ ने भी 150 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया है. एसपी के मुताबिक जब वे डीएम के साथ थे, तभी घरों से पत्थर चलाए गए.

किसने-किसने दर्ज कराया केस

  • सब इंस्पेक्टर शाह फैसल ने नखासा थाने में 200 अज्ञात पर FIR कराई.
  • एकता चौकी प्रभारी दीपक राठी ने कोतवाली पर 800 लोगों पर लिखाया. इनमें सपा सांसद और सपा विधायक का पुत्र शामिल.
  • SDM रमेश बाबू ने 800 अज्ञात पर FIR कराई.
  • CO संभल अनुज चौधरी ने 700 से 800 अज्ञात पर FIR कराई.
  • SP के PRO ने 150 अज्ञात पर कराई FIR.
  • एक अन्य की ओर से भी लूट का मुकदमा लिखाया गया है.

फुटेज से बनवाए जा रहे पासपोर्ट साइज फोटो: एसपी के मुताबिक वीडियो फुटेज से पासपोर्ट साइज फोटो बनवाए जा रहे हैं. इसे प्रसारित किया जाएगा. आरोपियों के बारे में जो भी सूचना देगा, उनको इनाम दिया जाएगा. कुल दर्ज मुकदमों में 22 कोतवाली और 3 नखासा में गिरफ्तार किए गए हैं. इन सभी को जेल भेज दिया गया है.

कल भी बंद रहेगा इंटरनेट: संभल में हालात को देखते हुए मंगलवार को इंटरनेट बंद रहेगा. एसपी के मुताबिक अभी हर तरफ शांति बनी हुई है. उन्होंने डीएम से एक दिन और इंटरनेट सेवा बंद रखने के लिए अनुरोध किया है.

बर्क ने लोगों को भड़काया: एसपी ने कहा कि सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और सपा विधायक इकबाल महमूद के पुत्र सुहैल इकबाल ने लोगों को भड़काया. इनके द्वारा पहले भी लोगों को उकसाया गया था. इसी कारण हिंसा फैली. कहा कि पुलिस और प्रशासन ने काफी सूझबूझ से काम लिया और हिंसा को फैलने से र रोका. कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़ें : संभल हिंसा LIVE UPDATES; सपा सांसद बर्क और विधायक बेटे पर दंगा भड़काने का केस, कुल 2800 लोगों पर एफआईआर

संभल : एक दिन पहले 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में अब तक कुल 7 FIR दर्ज की गई हैं. जबकि सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक इकबाल महमूद के पुत्र सुहैल इकबाल समेत 6 लोग नामजद किए गए हैं. इस मामले में अब तक करीब 2800 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. जबकि 2 महिलाओं समेत 25 लोगों को जेल भेजा चुका है. इस हिंसा पर तमाम राजनीतिक दल हमलावर हैं और पुलिस-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं. वहीं डीएम-एसपी ने सोमवार को प्रेसवार्ता कर इसके पीछे का पूरा घटनाक्रम बताया है. साथ ही इसे एक साजिश करार दिया है. आइए जानते हैं, क्या कहा.

संभल हिंसा पर डीएम-एसपी ने रखी अपनी बात. (Video Credit; ETV Bharat)

संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया के मुताबिक, संभल में ताजा हिंसा के बाद हालात अब सामान्य हैं. हिंसा के फुटेज जारी किए गए हैं. ड्रोन से फोटोग्राफी कराई गई है. सैकड़ों की संख्या में बलवाई हिंसा में शामिल हुए. फुटेज से उपद्रव में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है. सभी आरोपियों को चिन्हित कर जेल भेजा जाएगा. साथ ही कहा कि इस घटना में जो नाबालिग शामिल थे, उन्हें जुवेनाइल कोर्ट भेजा जाएगा.

सर्वे कंप्लीट होने का एनाउंस होते ही चलने लगे पत्थर: डॉ. राजेंद्र पेंसिया के मुताबिक, 19 नवंबर को सब शांतिपूर्ण था. इसके बाद जुमे की नमाज के दौरान भी हालात सामान्य थे. घटना वाले दिन जैसे ही अनाउंस हुआ कि सर्वे कंपलीट हो गया है, भीड़ ने पत्थरबाजी शुरू कर दी.

एक रात पहले की गई प्लानिंग: अचानक भीड़ के हिंसक होने, पत्थर चलाने, फायरिंग और आगजनी के पीछे प्रशासन का मानना है कि इसके पीछे प्लानिंग हो सकती है. डीएम के मुताबिक, ऐसी लगता है कि एक रात पहले प्लानिंग की गई होगी. इसकी जांच होगी, इससे ही पता चलेगा कि अचानक भीड़ हिंसक हुई या फिर एक योजना के तहत यह सब कुछ हुआ.

घरों से हथियारों की बरामदगी: डीएम के मुताबिक पुलिस की छानबीन में घरों से भी हथियारों की बरामदगी हुई है. एक चाकू ऐसा मिला है, जो दोनों तरफ से चलता है. कहा कि आसपास के 10 से 15 किमी के दायरे में रहने वाले लोग भीड़ में शामिल थे. फिलहाल 25 लोगों को जेल भेजा रहा है.

कुल 7 मुकदमे दर्ज हुए : एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई के मुताबिक कल जो इंसीडेंट हुआ, जिसमें कुछ लोगों ने भीड़ को उकसाया था, उसमें कुल 7 मुकदमे दर्ज हुए हैं. इसमें 2 थाना नखासा और 5 कोतवाली में दर्ज किए गए हैं.

मैग्जीन लूटी, बाइक को आग लगाई: एसपी ने बताया कि सब इंस्पेक्टर शाह फैसल जिस पुलिस बाइक पर जा रहे थे, उसे हिंसक भीड़ ने गिरा दिया और मैग्जीन लूट ली. इसके बाद बाइक को आग लगा दी. शाह फैसल ने कई लोगों की पहचान की है. थाना नखासा में 200 अज्ञात के साथ ही 6 लोगों को नामजद किया है.

सांसद-विधायक बेटे ने उकसाया: एसपी के मुताबिक शाह फैसल के अलावा एकता चौकी प्रभारी दीपक राठी ने कोतवाली में 800 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. इसमें सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक इकबाल महमूद के पुत्र सुहैल इकबाल विधायक को नामजद किया गया है. आरोप है कि भीड़ को इन लोगों ने उकसाया. उसी का परिणाम था कि 8.45 बजे लोग इकट्ठा हुए और उपद्रव शुरू हो गया. जिसमें 15 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. 4 अफसर भी हिंसा का शिकार होकर घायल हुए हैं.

पत्थरबाजी से एसडीएम के पैर में फ्रैक्चर: एसपी के मुताबिक पत्थरबाजी में एसडीएम रमेश के पैर में फ्रैक्चर हुआ है. उनकी तरफ से 800 अज्ञा के खिलाफ केस लिखा गया है.

सीओ संभल के पांव में लगी गोली: एसपी ने बताया कि तीन अफसरों की टीम हालात को नियंत्रित करने के लिए लगाई गई थी. जामा मस्जिद के पास जब भीड़ को रोका गया तो फायर किया गया. इसमें सीओ संभल अनुज चौधरी के पांव में गोली लग गई. सीओ ने 700 से 800 अज्ञात के खिलाफ केस लिखाया है.

पीआरओ ने भी दर्ज कराया है केस: इस मामले में एसपी के पीआरओ ने भी 150 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया है. एसपी के मुताबिक जब वे डीएम के साथ थे, तभी घरों से पत्थर चलाए गए.

किसने-किसने दर्ज कराया केस

  • सब इंस्पेक्टर शाह फैसल ने नखासा थाने में 200 अज्ञात पर FIR कराई.
  • एकता चौकी प्रभारी दीपक राठी ने कोतवाली पर 800 लोगों पर लिखाया. इनमें सपा सांसद और सपा विधायक का पुत्र शामिल.
  • SDM रमेश बाबू ने 800 अज्ञात पर FIR कराई.
  • CO संभल अनुज चौधरी ने 700 से 800 अज्ञात पर FIR कराई.
  • SP के PRO ने 150 अज्ञात पर कराई FIR.
  • एक अन्य की ओर से भी लूट का मुकदमा लिखाया गया है.

फुटेज से बनवाए जा रहे पासपोर्ट साइज फोटो: एसपी के मुताबिक वीडियो फुटेज से पासपोर्ट साइज फोटो बनवाए जा रहे हैं. इसे प्रसारित किया जाएगा. आरोपियों के बारे में जो भी सूचना देगा, उनको इनाम दिया जाएगा. कुल दर्ज मुकदमों में 22 कोतवाली और 3 नखासा में गिरफ्तार किए गए हैं. इन सभी को जेल भेज दिया गया है.

कल भी बंद रहेगा इंटरनेट: संभल में हालात को देखते हुए मंगलवार को इंटरनेट बंद रहेगा. एसपी के मुताबिक अभी हर तरफ शांति बनी हुई है. उन्होंने डीएम से एक दिन और इंटरनेट सेवा बंद रखने के लिए अनुरोध किया है.

बर्क ने लोगों को भड़काया: एसपी ने कहा कि सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और सपा विधायक इकबाल महमूद के पुत्र सुहैल इकबाल ने लोगों को भड़काया. इनके द्वारा पहले भी लोगों को उकसाया गया था. इसी कारण हिंसा फैली. कहा कि पुलिस और प्रशासन ने काफी सूझबूझ से काम लिया और हिंसा को फैलने से र रोका. कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़ें : संभल हिंसा LIVE UPDATES; सपा सांसद बर्क और विधायक बेटे पर दंगा भड़काने का केस, कुल 2800 लोगों पर एफआईआर

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