रांची: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और भाजपा के खिलाफ 21 अप्रैल को होने वाली उलगुलान न्याय महारैली को भव्य और ऐतिहासिक बनाने के लिए आज मुख्यमंत्री आवास पर जहां महारैली आयोजन समिति, स्वागत समिति, मीडिया समिति की बैठक हुई, जिसमें इन तीनों समितियों से जुड़े झामुमो, कांग्रेस, राजद और माले के नेताओं ने भाग लिया.
राष्ट्रीय स्तर तक ये नेता दे चुके हैं महारैली में शामिल होने की सहमति
बैठक के बाद कांग्रेस कार्यालय में झामुमो, कांग्रेस, राजद और माले के नेताओं ने संयुक्त पीसी कर उलगुलान महारैली से जुड़ी जानकारियां साझा की. झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्या ने बताया कि अभी तक राष्ट्रीय स्तर के 14 नेताओं ने उलगुलान महारैली में शामिल होने की सहमति दे दी है. इसमें पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल, आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारुख अब्दुल्लाह, सीपीआई माले के दीपांकर भट्टाचार्या और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रतिनिधि के रूप में डेरेक ओ ब्रायन उलगुलान न्याय महारैली में शिरकत करेंगे.
झामुमो नेता ने कहा कि साउथ के कई प्रदेशों में लोकसभा चुनाव की व्यस्तता की वजह से कुछ नेता शामिल नहीं हो पाएंगे. झामुमो नेता ने कहा कि वर्ष 2000 में झारखंड गठन के बाद झामुमो की जून 2001 में हुई विजय महारैली का रिकॉर्ड इस बार टूट जाएगा और पांच लाख से ज्यादा लोग महारैली में हिस्सा लेंगे. सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि पूरे झारखंड में अन्याय और न्याय के बीच की इस लड़ाई में भगवान बिरसा मुंडा की धरती से उलगुलान होगा और जीत झारखंडी अस्मिता की होगी.
23 अप्रैल को जोबा मांझी करेंगी नामांकन
संयुक्त पीसी के दौरान सुप्रियो ने बताया कि देश के चौथे और झारखंड के पहले चरण के मतदान में जिन लोकसभा सभा सीट पर चुनाव होना है उसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा की सिंहभूम सीट है जहां से INDIA ब्लॉक के उम्मीदवार के रूप में जोबा मांझी 23 अप्रैल को नामांकन करेंगी.
महागठबंधन और INDIA से डरी हुई है भाजपा- कांग्रेस