افغان کنبہ کو بھارتی شہریت ملے گی - افغان کنبہ کو بھارتی شہریت ملے گی
پولیس نے جمال خان کے اہل خانہ کے تمام دستاویزات کی جانچ پڑتال کرنے کے بعد انہیں شہریت دلانے کی یقین دہائی کرائی ہے۔
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افغان کنبہ کو بھارتی شہریت ملے گی
ریاست اترپردیش کے ضلع سہارنپور میں ایک افغان کنبہ کو بھارت کی شہریت حاصل ہونے جا رہی ہے۔
ای ٹی وی بھارت نے جب افغان کنبہ سے بات کی تو انہوں نے بتایا کہ وہ گزشتہ 20 برس سے شہریت کے لیے در بدر کی ٹھوکریں کھا رہے ہیں۔
سہارنپور میں 40 برس سے مقیم افغان کنبہ کو بھارتی شہری کے طور پر شہریت ملنی جا رہی ہے۔
کنبہ کے ایک فرد جمال خان کے مطابق '10 ماہ قبل انہوں نے وزیر اعظم نریندر مودی کو بھارتی شہریت دینے کا مطالبہ کو لے کر ایک خط لکھا تھا۔
پولیس نے جمال خان کے اہل خانہ کے تمام دستاویزات کی جانچ پڑتال کرنے کے بعد انہیں شہریت دلانے کی یقین دہائی کرائی ہے۔
Intro:सहारनपुर : एक ओर जहां नागरिकता संशोधन नागरिकता कानून को लेकर मुस्लिम समाज सडको पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहा है वहीं 40 साल से सहारनपुर में रह रहे अफगानिस्तानी नागरिक को भारतीय नागरिकता मिलने जा रही है। अफगानी जमाल खान न सिर्फ पिछले 40 सालों से सहारनपुर में बसे है बल्कि 20 साल साल से नागरिकता के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रहे थे। जमाल खान के मुताबिक 10 महीने पहले उन्होंने पीएम मोदी को पत्र लिख कर नागरिकता की मांग की तो गृह मंत्रालय ने संज्ञान लेकर ऑनलाइन अप्लाई करने की सलाह दी। जिसके बाद जमाल खान की सीआईडी, एलआईयू, पुलिस द्वारा सभी जांच पड़ताल की गई। जांच पड़ताल में सभी तथ्य सही पाए गए जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने जमाल खान को जल्द नागरिकता दिलाने का भरोसा दिया है।
Body:VO 1 - ईटीवी भारत की टीम ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के मोहल्ला मेंहदी सराय में जमाल खान के पहुंच कर बातचीत की तो जमाल खान ने बताया कि करीब 65 साल पहले उसके पिता फजल खान अफगानिस्तान से पश्चिम बंगाल के कलकत्ता में आये थे। जहां फजल खान ने एक महिला से निकाह कर लिया और जमाल खान का जन्म हुआ। हालांकि जमाल खान के जन्म के कुछ सालों बाद ही बीमारी के चलते उसके पिता का इंतकाल हो गया। युवा अवस्था मे आने पर जमाल खान ने कलकत्ता में कारोबार करने की कोशिश की लेकिन नाकाम रहा। जिसके बाद 18 साल की उम्र में वह सहारनपुर आकर रहने लगा। यहां भी उसको कारोबार करने और मकान दुकान खरीदने में परेसानी का सामना करना पड़ा। जमाल खान न तो भारतीय राशनकार्ड बनवा पाया और ना ही अपना वोटर कार्ड। हालांकि रुड़की की एक अख्तरी बेगम से उसका निकाह हो गया। निकाह के बाद बच्चे भी हुए लेकिन उसे भारतीय नागरिकता नही मिल पाई। जमाल खान ने ईटीवी से बातचीत में बताया कि करीब 20 साल पहले उसने नागरिकता के लिए आवेदन किया था। आवेदन के बाद दिल्ली से लेकर लखनऊ तक सभी ओपचारिकताऐं पूरी की गई लेकिन सरकारी नुमाइंदों की अनदेखी के चलते उसे निराशा ही हाथ लगी। आखिर में 19 साल सरकारी दफ्तरों और मंत्रालयों के चक्कर काट कर थक चुके जमाल खान ने एक पत्र पीएम मोदी को भेज दिया। जिसके बाद गृह मंत्रालय ने जमाल के आवेदन का संज्ञान लिया और 2 दिन बाद ही जमाल को फोन करके ऑनलाइन आवेदन करने की सलाह दी। जमाल खान ने अधिकारियों की सलाह पर ऑनलाइन आवेदन किया तो जांच पड़ताल शुरू हो गई। पिछले 10 महीनों में नागरिकता संबंधी सभी विभागों द्वारा जांच की गई तो जमाल खान सही पाया गए। लेकिन नागरिकता संशोधन कानून बनने के बाद जमाल खान की चिंता बढ़ने लगी लेकिन अधिकारियों ने उसे बुलाकर आखरी दस्तावेज पर हस्ताक्षर कराये तो उसकी खुशी का ठिकाना नही रहा। जमाल खान का कहना है कि अफगानिस्तान के बारे मे वह कुछ नही जानता उसका जन्म हिंदुस्तान में हुआ है और हिंदुस्तान की सर जमी पर ही मरना चाहता है। जबकि नागरिकता लेकर वह हज यात्रा पर जाना चाहता है और उसके लिए न सिर्फ किसी देश की नागरिकता जरूरी है बल्कि आधार कार्ड राशन कार्ड के साथ पासपोर्ट भी जरूरी है। जमाल खान के मुताबिक वह बिना नागरिकता के कोई कारोबार नही कर पा रहा है साइकिल और बाइक पर फेरी लगाकर पुराने कपड़े बेच अपने बीवी बच्चो का पालन पोषण कर रहा है। नागरिकता संशोधन कानून बनने के बाद भारत की नागरिकता मिलने की किरण मिली तो जमाल खान पीएम मोदी की तारीफ करते नही थक रहा।
वही उसके बीवी बच्चे भी भारत सरकार से जमाल खान को जल्द से जल्द नागरिकता देने की अपील कर रहे है।
बाईट - जमाल खान ( अफगानिस्तानी )
बाईट - अख्तरी बेगम ( जमाल खान की पत्नी )
बाईट - नवाज खान ( जमाल खान का बेटा )
Conclusion:रोशन लाल सैनी
सहारनपुर
9121290342
9759945153
Body:VO 1 - ईटीवी भारत की टीम ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के मोहल्ला मेंहदी सराय में जमाल खान के पहुंच कर बातचीत की तो जमाल खान ने बताया कि करीब 65 साल पहले उसके पिता फजल खान अफगानिस्तान से पश्चिम बंगाल के कलकत्ता में आये थे। जहां फजल खान ने एक महिला से निकाह कर लिया और जमाल खान का जन्म हुआ। हालांकि जमाल खान के जन्म के कुछ सालों बाद ही बीमारी के चलते उसके पिता का इंतकाल हो गया। युवा अवस्था मे आने पर जमाल खान ने कलकत्ता में कारोबार करने की कोशिश की लेकिन नाकाम रहा। जिसके बाद 18 साल की उम्र में वह सहारनपुर आकर रहने लगा। यहां भी उसको कारोबार करने और मकान दुकान खरीदने में परेसानी का सामना करना पड़ा। जमाल खान न तो भारतीय राशनकार्ड बनवा पाया और ना ही अपना वोटर कार्ड। हालांकि रुड़की की एक अख्तरी बेगम से उसका निकाह हो गया। निकाह के बाद बच्चे भी हुए लेकिन उसे भारतीय नागरिकता नही मिल पाई। जमाल खान ने ईटीवी से बातचीत में बताया कि करीब 20 साल पहले उसने नागरिकता के लिए आवेदन किया था। आवेदन के बाद दिल्ली से लेकर लखनऊ तक सभी ओपचारिकताऐं पूरी की गई लेकिन सरकारी नुमाइंदों की अनदेखी के चलते उसे निराशा ही हाथ लगी। आखिर में 19 साल सरकारी दफ्तरों और मंत्रालयों के चक्कर काट कर थक चुके जमाल खान ने एक पत्र पीएम मोदी को भेज दिया। जिसके बाद गृह मंत्रालय ने जमाल के आवेदन का संज्ञान लिया और 2 दिन बाद ही जमाल को फोन करके ऑनलाइन आवेदन करने की सलाह दी। जमाल खान ने अधिकारियों की सलाह पर ऑनलाइन आवेदन किया तो जांच पड़ताल शुरू हो गई। पिछले 10 महीनों में नागरिकता संबंधी सभी विभागों द्वारा जांच की गई तो जमाल खान सही पाया गए। लेकिन नागरिकता संशोधन कानून बनने के बाद जमाल खान की चिंता बढ़ने लगी लेकिन अधिकारियों ने उसे बुलाकर आखरी दस्तावेज पर हस्ताक्षर कराये तो उसकी खुशी का ठिकाना नही रहा। जमाल खान का कहना है कि अफगानिस्तान के बारे मे वह कुछ नही जानता उसका जन्म हिंदुस्तान में हुआ है और हिंदुस्तान की सर जमी पर ही मरना चाहता है। जबकि नागरिकता लेकर वह हज यात्रा पर जाना चाहता है और उसके लिए न सिर्फ किसी देश की नागरिकता जरूरी है बल्कि आधार कार्ड राशन कार्ड के साथ पासपोर्ट भी जरूरी है। जमाल खान के मुताबिक वह बिना नागरिकता के कोई कारोबार नही कर पा रहा है साइकिल और बाइक पर फेरी लगाकर पुराने कपड़े बेच अपने बीवी बच्चो का पालन पोषण कर रहा है। नागरिकता संशोधन कानून बनने के बाद भारत की नागरिकता मिलने की किरण मिली तो जमाल खान पीएम मोदी की तारीफ करते नही थक रहा।
वही उसके बीवी बच्चे भी भारत सरकार से जमाल खान को जल्द से जल्द नागरिकता देने की अपील कर रहे है।
बाईट - जमाल खान ( अफगानिस्तानी )
बाईट - अख्तरी बेगम ( जमाल खान की पत्नी )
बाईट - नवाज खान ( जमाल खान का बेटा )
Conclusion:रोशन लाल सैनी
सहारनपुर
9121290342
9759945153