ETV Bharat / city

سائبیرین پرندے: دیوگھر میں غیر ملکی مہمان

ضلع کے پناسي اور ارد گرد کے علاقوں میں تقریبا 10 ہزار سے زیادہ پرندے آئے ہوئے ہیں۔دیوگھر کے کئی علاقوں میں آئے سائبیرین پرندوں کو دیکھ کر مقامی لوگ کافی خوش ہوتے ہیں۔

سائبیرین پرندے: دیوگھر میں غیر ملکی مہمان
سائبیرین پرندے: دیوگھر میں غیر ملکی مہمان
author img

By

Published : Jan 6, 2020, 6:57 PM IST

لوگ ان کے تحفظ کے لئے جتنا ممکن ہو مدد کر رہے ہیں۔بتایا جاتا ہے کہ دوستانہ ماحولیات اور یہاں موجود پودوں کی وجہ سے ہر سال یہاں منتقل پرندوں کا آنا ہوتا ہے۔تاہم ،اس وقت کے دوران ان پرندوں کو تحفظ کی ضرورت ہے،جس سے سیاحت کو فروغ مل سکے۔

سائبیرین پرندے: دیوگھر میں غیر ملکی مہمان

مقامی لوگوں کے مطابق یہ پرندے یہاں کھانے ، پانی اور سازگار ماحول کی تلاش میں آتے ہیں۔پرندوں کی 20 سے زیادہ اقسام یہاں پہنچتی ہیں۔ یہ پرندے کافی خوبصورت ہوتے ہیں۔ اگرچہ یہ کافی خوفزدہ رہتے ہیں۔ کسی بھی انسان کو دیکھتے ہی اڑ جاتے ہیں۔

دوسری جانب پرندوں کے تحفظ کو لے کر فارسٹ آفیسر نے کہا کہ ریاستی حکومت کی جانب سے ان کے حساب کے لیے کوئی حکم جاری نہیں ہوا ہے۔اگرچہ یہ سائبیرین پرندے دیوگھر کے کئی علاقوں میں بڑی تعداد میں پہنچتے ہیں، جس کی حفاظت کے لئے تمام علاقوں میں گشتی عملہ مستقل طور پر سرگرم ہے۔ تاکہ کوئی ان کا شکار نہ کر پائے۔

اس کے ساتھ ساتھ تمام گاوٓں میں جا کر پروگرام کے ذریعہ لوگوں کو بیدار بھی کیا جا رہا ہے۔یہ سائبیرین مہمان فروری سے مارچ تک یہاں قیام کرتے ہیں۔

لوگ ان کے تحفظ کے لئے جتنا ممکن ہو مدد کر رہے ہیں۔بتایا جاتا ہے کہ دوستانہ ماحولیات اور یہاں موجود پودوں کی وجہ سے ہر سال یہاں منتقل پرندوں کا آنا ہوتا ہے۔تاہم ،اس وقت کے دوران ان پرندوں کو تحفظ کی ضرورت ہے،جس سے سیاحت کو فروغ مل سکے۔

سائبیرین پرندے: دیوگھر میں غیر ملکی مہمان

مقامی لوگوں کے مطابق یہ پرندے یہاں کھانے ، پانی اور سازگار ماحول کی تلاش میں آتے ہیں۔پرندوں کی 20 سے زیادہ اقسام یہاں پہنچتی ہیں۔ یہ پرندے کافی خوبصورت ہوتے ہیں۔ اگرچہ یہ کافی خوفزدہ رہتے ہیں۔ کسی بھی انسان کو دیکھتے ہی اڑ جاتے ہیں۔

دوسری جانب پرندوں کے تحفظ کو لے کر فارسٹ آفیسر نے کہا کہ ریاستی حکومت کی جانب سے ان کے حساب کے لیے کوئی حکم جاری نہیں ہوا ہے۔اگرچہ یہ سائبیرین پرندے دیوگھر کے کئی علاقوں میں بڑی تعداد میں پہنچتے ہیں، جس کی حفاظت کے لئے تمام علاقوں میں گشتی عملہ مستقل طور پر سرگرم ہے۔ تاکہ کوئی ان کا شکار نہ کر پائے۔

اس کے ساتھ ساتھ تمام گاوٓں میں جا کر پروگرام کے ذریعہ لوگوں کو بیدار بھی کیا جا رہا ہے۔یہ سائبیرین مہمان فروری سے مارچ تک یہاں قیام کرتے ہیں۔

Intro:देवघर हजारों की संख्या में देवघर पहुँचते विदेशी मेहमान,अनुकूल वातावरण और मौजूद वनस्पति के लिए पहुचते है साइबेरियन पक्षी।

नोट वन अधिकारी की बाइट रिपोटर एप से गयी है।


Body:एंकर देवघर पंक्षी नदिया पवन के झोंके कोई सरहद ना इन्हें रोके। जी हाँ। यह गाना इन साइबेरियन पक्षियो के लिए फिट है। वही बात पंक्षियो की करें तो इंसान को एक जिंदगी का एक फ़लसफ़ा सीखा जाती है। इनके लिए सरहदें मायने नही रखती ये तो प्रेम देखते है। जहाँ प्रेम और शांति मिली वही की हो लिए। ऐसा ही है कुछ देवघर के पुनासी और आस पास के इलाकों में जहाँ तकरीबन दस हजार से भी ज्यादा प्रवासी पक्षी अपने झुंड के साथ आये हुए है। और दूर से ही पर्यटक इनको निहारते है और आसमान में तरह तरह की आकृति की दृश्य देखते है। हजार पंक्षियो का यह झुंड लोगो को सवाल पूछने पर मजबूर कर देते है। कि ये कोन है और कहा से आये है। तो आपको बता दे ये विदेशी मेहमान है। जो हमारे देश प्रवास के लिए आये है। अन्न और पानी की तलाश में यह प्रवशी पक्षी हजारो मिल दूर तय कर भारत पहुचते है। और इन दस हजार से ज्यादा पक्षी देवघर वाशियों को खूब राश आ रहा है। एक ही तालाब में दस हजार से ज्यादा प्रवशी पक्षी प्रवास कर रहे है। स्थानीय लोगो की माने तो ये अपनी दाना पानी और अनुकूल वातावरण ढूंढते ढूंढते यहाँ आ जाते है। इनकी माने तो 20 से ज्यादा प्रजाति के पक्षी यहाँ पहुचते है। ये पक्षी खूबसूरत तो होते ही है। लेकिन बेहद डरे सहमे रहते है। प्रवास के दौरान ये मनुष्यो को देखते ही उड़ जाते है। इसका कारण है कि इनको इंसान अपने फायदे के लिए मारने लगे है। यही वजह है कि पर्यटक इन्हें दूर से ही आसमान और तालाबो में विचरण करते देखते है। कुल मिलाकर प्रवशी पंक्षियो से देवघर गुलजार है। दूसरे लावजो में कहे तो इन पंक्षियो से हमे एक चीज तो सीखनी ही चाहिए कि इंसान इन पंक्षियो की तरह क्यों नही होते है। जो अपनी पंख फैलाये आसमान को छूने निकल जाए और इन्हें कोई सरहदे ना रोक पाए। न जाट न पात न कुछ और रोक पाए।


Conclusion:बहरहाल,देवघर के कई इलाकों में आये साइबेरियन पक्षी को लेकर स्थानीय लोग भी काफी खुश होते है और यथा संभव संरक्षण के लिए मदद करते है। और बताते है कि अनुकूल वातावरण और यहाँ मौजूद वनस्पति के कारण हर साल यहाँ प्रवासी पंक्षियो का आना होता है। और इसकी संरक्षण की आवश्यकता है ताकि पर्यटन के दृश्टिकोण से बढ़ावा मिल सके। वही इस बावत जब प्रवशी पंक्षियो की संरक्षण की बात वन अधिकारी से की गई तो इन्होंने कहा कि राज्य सरकार की और से गणना की आदेश पारित नही हुई है और यह साइबेरियन पक्षी देवघर इलाके के कई क्षेत्र में भारी संख्या में पहुचते है जिसकी संरक्षण को लेकर सभी इलाको में गस्ती दल लगातार जाती है ताकि किसी प्रकार से कोई शिकार ना हो पाए और गांव गांव में जाकर कार्यक्रम के माध्यम से लोगो को जागरूक भी किया जाता है। और यह साइबेरियन मेहमान फरवरी मार्च तक यहाँ प्रवास करते है।

बाइट प्रेमजीत आनंद,वन अधिकारी।
बाइट आलोक कुमार,स्थानीय।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.