راشٹریہ سویم سیوک سنگھ (آر ایس ایس) کے سربراہ موہن بھاگوت نے اتوار کے روز ہندوتوا اور لنچنگ کے حوالے سے ایک بیان دیا تھا، جس سے بحث چھڑ گئی ہے۔ آل انڈیا مجلس اتحاد المسلمین (اے آئی ایم آئی ایم) کے سربراہ اور حیدرآباد کے رکن پارلیمنٹ اسدالدین اویسی نے پیر کی صبح موہن بھاگوت کے بیان پر تبصرہ کیا۔
اویسی نے ٹویٹ کرتے ہوئے لکھا کہ یہ نفرت ہندوتوا کا تحفہ ہے، ان مجرموں کو ہندوتوا حکومت کی پشت پناہی حاصل ہے۔
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RSS के भागवत ने कहा "लिंचिंग करने वाले हिंदुत्व विरोधी"।इन अपराधियों को गाय और भैंस में फ़र्क़ नहीं पता होगा लेकिन क़त्ल करने के लिए जुनैद, अखलाक़, पहलू, रकबर, अलीमुद्दीन के नाम ही काफी थे।ये नफ़रत हिंदुत्व की देन है, इन मुजरिमों को हिंदुत्ववादी सरकार की पुश्त पनाही हासिल है। 1/3
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) July 5, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">RSS के भागवत ने कहा "लिंचिंग करने वाले हिंदुत्व विरोधी"।इन अपराधियों को गाय और भैंस में फ़र्क़ नहीं पता होगा लेकिन क़त्ल करने के लिए जुनैद, अखलाक़, पहलू, रकबर, अलीमुद्दीन के नाम ही काफी थे।ये नफ़रत हिंदुत्व की देन है, इन मुजरिमों को हिंदुत्ववादी सरकार की पुश्त पनाही हासिल है। 1/3
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) July 5, 2021RSS के भागवत ने कहा "लिंचिंग करने वाले हिंदुत्व विरोधी"।इन अपराधियों को गाय और भैंस में फ़र्क़ नहीं पता होगा लेकिन क़त्ल करने के लिए जुनैद, अखलाक़, पहलू, रकबर, अलीमुद्दीन के नाम ही काफी थे।ये नफ़रत हिंदुत्व की देन है, इन मुजरिमों को हिंदुत्ववादी सरकार की पुश्त पनाही हासिल है। 1/3
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اے آئی ایم آئی ایم کے سربراہ اویسی نے ترتیب وار ٹویٹ کیا ہے۔ انہوں نے ٹویٹ کیا اور لکھا ہے کہ راشٹریہ سویم سیوک سنگھ (آر ایس ایس) کے بھاگوت نے کہا ہے کہ لنچنگ ہندوتوا مخالف ہے۔ ان مجرموں کو گائے اور بھینس کے فرق کا پتہ نہیں چلتا تھا، لیکن جنید، اخلاق، پہلو، رکبر اور علیم الدین کے نام انہیں قتل انجام دینے کے لئے کافی تھے۔
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केंद्रीय मंत्री के हाथों अलीमुद्दीन के कातिलों की गुलपोशी हो जाती है, अखलाक़ के हत्यारे की लाश पर तिरंगा लगाया जाता है, आसिफ़ को मारने वालों के समर्थन में महापंचायत बुलाई जाती है, जहाँ भाजपा का प्रवक्ता पूछता है कि "क्या हम मर्डर भी नहीं कर सकते?" 2/3
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">केंद्रीय मंत्री के हाथों अलीमुद्दीन के कातिलों की गुलपोशी हो जाती है, अखलाक़ के हत्यारे की लाश पर तिरंगा लगाया जाता है, आसिफ़ को मारने वालों के समर्थन में महापंचायत बुलाई जाती है, जहाँ भाजपा का प्रवक्ता पूछता है कि "क्या हम मर्डर भी नहीं कर सकते?" 2/3
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) July 5, 2021केंद्रीय मंत्री के हाथों अलीमुद्दीन के कातिलों की गुलपोशी हो जाती है, अखलाक़ के हत्यारे की लाश पर तिरंगा लगाया जाता है, आसिफ़ को मारने वालों के समर्थन में महापंचायत बुलाई जाती है, जहाँ भाजपा का प्रवक्ता पूछता है कि "क्या हम मर्डर भी नहीं कर सकते?" 2/3
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اویسی نے لکھا کہ یہ نفرت ہندوتوا کا دیا ہوا تحفہ ہے، ان مجرموں کو ہندوتوا حکومت کی پشت پناہی حاصل ہے۔ مرکزی وزیر کے ہاتھوں علیم الدین کے قاتلوں کی گلپوشی کیا جاتی ہے، اخلاق کے قاتل کی لاش پر ترنگا لگایا جاتا ہے۔
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कायरता, हिंसा और क़त्ल करना गोडसे की हिंदुत्व वाली सोंच का अटूट हिस्सा है।मुसलमानो की लिंचिंग भी इसी सोच का नतीजा है। 3/3
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— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) July 5, 2021कायरता, हिंसा और क़त्ल करना गोडसे की हिंदुत्व वाली सोंच का अटूट हिस्सा है।मुसलमानो की लिंचिंग भी इसी सोच का नतीजा है। 3/3
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اسدالدین اویسی نے مزید لکھا کہ آصف کو مارنے والوں کی حمایت میں مہاپنچایت طلب کی جاتی ہے، جہاں بی جے پی کے ترجمان پوچھتے ہیں کہ 'کیا ہم قتل بھی نہیں کرسکتے ہیں؟' بزدلی، تشدد اور قتل گوڈسے کی ہندوتوا کی سوچ کا لازمی جزو ہیں، مسلمانوں کی لنچنگ بھی اسی سوچ کا نتیجہ ہے۔
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लेकिन यह आसान नहीं है। आप लोगों ने हिंदू मुसलमान के बीच में इतनी नफ़रत भर दी है उसे दूर करना आसान नहीं है। सरस्वती शिशु मंदिर से ले कर संघ द्वारा बौद्धिक प्रशिक्षणों में मुसलमानों के खिलाफ जो नफ़रत का बीज बोया गया है वह निकालना आसान नहीं है।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 5, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">लेकिन यह आसान नहीं है। आप लोगों ने हिंदू मुसलमान के बीच में इतनी नफ़रत भर दी है उसे दूर करना आसान नहीं है। सरस्वती शिशु मंदिर से ले कर संघ द्वारा बौद्धिक प्रशिक्षणों में मुसलमानों के खिलाफ जो नफ़रत का बीज बोया गया है वह निकालना आसान नहीं है।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 5, 2021लेकिन यह आसान नहीं है। आप लोगों ने हिंदू मुसलमान के बीच में इतनी नफ़रत भर दी है उसे दूर करना आसान नहीं है। सरस्वती शिशु मंदिर से ले कर संघ द्वारा बौद्धिक प्रशिक्षणों में मुसलमानों के खिलाफ जो नफ़रत का बीज बोया गया है वह निकालना आसान नहीं है।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 5, 2021
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संघ प्रमुख मोहन भागवत बोले- हिंदू और मुस्लिम अलग नहीं, सभी भारतीयों का डीएनए एक है https://t.co/bkfecvXRWE
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 5, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
मोहन भागवत जी यह विचार क्या आप अपने शिष्यों, प्रचारकों, विश्व हिंदू परिषद/ बजरंग दल कार्यकर्ताओं को भी देंगे? क्या यह शिक्षा आप मोदीशाह जी व भाजपा मुख्यमंत्री को भी देंगे?
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मोहन भागवत जी यह विचार क्या आप अपने शिष्यों, प्रचारकों, विश्व हिंदू परिषद/ बजरंग दल कार्यकर्ताओं को भी देंगे? क्या यह शिक्षा आप मोदीशाह जी व भाजपा मुख्यमंत्री को भी देंगे?संघ प्रमुख मोहन भागवत बोले- हिंदू और मुस्लिम अलग नहीं, सभी भारतीयों का डीएनए एक है https://t.co/bkfecvXRWE
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मोहन भागवत जी यह विचार क्या आप अपने शिष्यों, प्रचारकों, विश्व हिंदू परिषद/ बजरंग दल कार्यकर्ताओं को भी देंगे? क्या यह शिक्षा आप मोदीशाह जी व भाजपा मुख्यमंत्री को भी देंगे?
دگ وجے سنگھ نے بھی ایک بیان دیا
کانگریس کے رہنما دگ وجے سنگھ نے بھی موہن بھاگوت کے بیان پر تبصرہ کیا۔ دگ وجے سنگھ نے ٹویٹ کرکے لکھا ہے کہ موہن بھاگوت جی، کیا آپ اپنے شاگردوں، مبلغین، وشو ہندو پریشد / بجرنگ دل کے کارکنان کو بھی یہ خیال دیں گے؟ کیا آپ یہ تعلیم مودی، شاہ جی اور بی جے پی کے وزیر اعلیٰ کو بھی دیں گے؟ اگر آپ اپنے خیالات سے ایماندار ہیں تو بی جے پی میں ان تمام رہنماؤں کو ہدایت دیں جنہوں نے بے گناہ مسلمانوں پر تشدد کیا ہے، انہیں فوری طور پر ان کے عہدوں سے ہٹانے کا حکم دیں۔
دگ وجے سنگھ نے لکھا ہے کہ شروعات نریندر مودی اور یوگی آدتیہ ناتھ سے کریں۔ میں جانتا ہوں کہ آپ ایسا نہیں کریں گے کیونکہ آپ کے الفاظ اور اعمال میں فرق ہے۔ آپ نے صحیح کہا ہے کہ، #ہم_پہلے_بھارتی ہیں_ #WeAreIndiansFirst_، لیکن حضور اپنے شاگردوں کو تو پہلے سمجھائیں۔ وہ مجھے کئی بار پاکستان جانے کا مشورہ دے چکے ہیں۔
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موہن بھاگوت کے بیان پر ایک نظر ڈالیں
واضح رہے کہ اتوار کے روز ایک پروگرام میں آر ایس ایس کے سربراہ موہن بھاگوت نے ایک بیان دیا ہے کہ اگر کوئی ہندو یہ کہتا ہے کہ یہاں کوئی مسلمان نہیں رہ سکتا تو وہ ہندو نہیں ہے۔ گائے ایک مقدس جانور ہے، لیکن جو لوگ اس کے نام پر دوسروں کو مار رہے ہیں وہ ہندوتوا کے خلاف ہیں۔ ایسے معاملات میں قانون کو اپنا کام کرنا چاہئے۔ اس کے علاوہ موہن بھاگوت نے کہا تھا کہ مذہب سے قطع نظر تمام بھارتیوں کے ڈی این اے ایک جیسے ہیں۔ چاہے وہ کسی بھی مذہب کا ہو۔