دہلی کے وزیرتعلیم اور عام آدمی پارٹی کے رہنما منیش سسودیا نے مرکزی حکومت پر زور دیا کہ وہ ستمبر میں منعقد ہونے والے جوائنٹ انٹرنس ایگزامینیشن (جے ای ای) اور نیشنل الیجیبلٹی کم انٹرنس ٹیسٹ (این ای ای ٹی) کو منسوخ کر دے۔
منیش سسودیا نے کہا ہے کہ 'رواں تعلیمی سال میں داخلے کے لئے متبادل انتظامات پر توجہ دیں تاکہ طلباء و طالبات کا تعلیمی سال برباد نہ ہو'۔
سسودیا نے ٹویٹ کیا ہے کہ 'مرکزی حکومت جے ای ای اور نیٹ کے نام پر لاکھوں طلباء کی زندگیوں کے ساتھ کھیل رہی ہے۔ مرکز سے میری گزارش ہے کہ وہ ان دونوں امتحانات کو فوری طور پر منسوخ کریں اور اس سال داخلے کے لئے متبادل انتظام کریں۔ اس طرح یہ ایک بڑے بحران کا حل ثابت ہوگا'۔
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ये सोच कि केवल NEET-JEE परीक्षा ही एडमिशन का एकमात्र विकल्प है, बेहद संकुचित और अव्यवहारिक सोच है.
— Manish Sisodia (@msisodia) August 22, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
दुनिया भर में शिक्षण संस्थान एडमिशन के नए नए तरीक़े अपना रहे हैं. हम भारत में क्यों नहीं कर सकते? बच्चों की ज़िंदगी प्रवेश परीक्षा के नाम पर दांव पर लगाना कहाँ की समझदारी है?
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— Manish Sisodia (@msisodia) August 22, 2020
दुनिया भर में शिक्षण संस्थान एडमिशन के नए नए तरीक़े अपना रहे हैं. हम भारत में क्यों नहीं कर सकते? बच्चों की ज़िंदगी प्रवेश परीक्षा के नाम पर दांव पर लगाना कहाँ की समझदारी है?ये सोच कि केवल NEET-JEE परीक्षा ही एडमिशन का एकमात्र विकल्प है, बेहद संकुचित और अव्यवहारिक सोच है.
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दुनिया भर में शिक्षण संस्थान एडमिशन के नए नए तरीक़े अपना रहे हैं. हम भारत में क्यों नहीं कर सकते? बच्चों की ज़िंदगी प्रवेश परीक्षा के नाम पर दांव पर लगाना कहाँ की समझदारी है?
انہوں نے کہا کہ 'یہ سوچنا کہ داخلے کے لئے صرف نیٹ اور جے ای ای ہی واحد آپشن ہے، یہ تنگ اور ناقابل عمل سوچ ہے'۔
انہوں نے سوال کیا کہ 'دنیا بھر کے تعلیمی ادارے داخلے کے نئے طریقے اپنائے ہوئے ہیں۔ ہم بھارت میں ایسا کیوں نہیں کر سکتے؟ کیا داخلہ امتحان کے نام پر بچوں کی زندگیوں کو داؤ پر لگانا سمجھداری ہے؟'۔
انہوں نے کہا کہ 'آج نیٹ اور جے ای ای کے بجائے ہزاروں محفوظ طریقے ہو سکتے ہیں۔ آج 21 ویں صدی کے بھارت میں ہم داخلہ امتحان کے آپشن کے بارے میں نہیں سوچ سکتے! یہ ممکن نہیں ہے'۔
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आज 21वीं सदी के भारत में हम एक प्रवेश परीक्षा का विकल्प नहीं सोच सकते! यह सम्भव नहीं है.
— Manish Sisodia (@msisodia) August 22, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
केवल सरकार की नीयत छात्रों के हित में सोचने की होनी चाहिए NEET-JEEE की जगह सुरक्षित तरीक़े तो हज़ार हो सकते हैं.
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केवल सरकार की नीयत छात्रों के हित में सोचने की होनी चाहिए NEET-JEEE की जगह सुरक्षित तरीक़े तो हज़ार हो सकते हैं.आज 21वीं सदी के भारत में हम एक प्रवेश परीक्षा का विकल्प नहीं सोच सकते! यह सम्भव नहीं है.
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केवल सरकार की नीयत छात्रों के हित में सोचने की होनी चाहिए NEET-JEEE की जगह सुरक्षित तरीक़े तो हज़ार हो सकते हैं.
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بتادیں کہ قومی جانچ ایجنسی (این ٹی اے) نے اعلان کیا کہ مشترکہ داخلہ امتحان (جے ای ای) (مین) یکم سے چھ ستمبر اور قومی اہلیت کے ساتھ داخلہ ٹیسٹ (این ای ای ٹی) (یو جی) 13 ستمبر کو ہوگا۔ جس کے بعد سے متعدد ماہرین تعلیم اور بیشتر طلباء و طالبات نے اس فیصلے کو ملتوی کرنے کی اپیل کی ہے۔