ଭୋପାଳ: ମଧ୍ୟପ୍ରଦେଶ ମୁଖ୍ୟମନ୍ତ୍ରୀ ଶିବରାଜ ସିଂ ଚୌହାନଙ୍କ ବିରୁଦ୍ଧରେ ମାମଲା ରୁଜୁ ପାଇଁ ଦାବି କଲେ ପୂର୍ବତନ ମୁଖ୍ୟମନ୍ତ୍ରୀ ଦିଗବିଜୟ ସିଂହ । କଂଗ୍ରେସ ନେତା ରାହୁଲ ଗାନ୍ଧୀଙ୍କ ମିଥ୍ୟା ଭିଡିଓ ତିଆରି କରି ଟ୍ବିଟରରେ ପୋଷ୍ଟ କରିବା ଅଭିଯୋଗରେ ପୂର୍ବତନ ମୁଖ୍ୟମନ୍ତ୍ରୀ ଏହି ଦାବି କରିଛନ୍ତି । ଏନେଇ ସେ ରାଜ୍ୟ ପୋଲିସ କମିଶନରଙ୍କୁ ଚିଠି ମଧ୍ୟ ଲେଖିଛନ୍ତି । ଯେଉଁଥିରେ ସେ ଉଲ୍ଲେଖ କରିଛନ୍ତି ଯେ, ୨୦୧୯ ମସିହା ମେ ୧୬ରେ ମୁଖ୍ୟମନ୍ତ୍ରୀ ଶିବରାଜ ସିଂ ଚୌହାନଙ୍କ ଦ୍ବାରା ସୋସିଆଲ ମିଡିଆରେ ରାହୁଲ ଗାନ୍ଧୀଙ୍କ ମିଛ ଭିଡିଓ ବନାଯାଇ ପୋଷ୍ଟ କରାଯାଇଥିଲା । ଯାହାକି ଏକ ଅପରାଧ ଅଟେ ।
-
मैंने शिवराज जी द्वारा इस झूठे फेक विडियो अपने ट्विटर पर चलाने के आधार पर उनके ऊपर क़ानूनी कार्रवाई करने की मॉंग की है।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 12, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
@INCMP
@BJP4MP
@INCIndia
@BJP4India pic.twitter.com/8ipQkjP03P
">मैंने शिवराज जी द्वारा इस झूठे फेक विडियो अपने ट्विटर पर चलाने के आधार पर उनके ऊपर क़ानूनी कार्रवाई करने की मॉंग की है।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 12, 2022
@INCMP
@BJP4MP
@INCIndia
@BJP4India pic.twitter.com/8ipQkjP03Pमैंने शिवराज जी द्वारा इस झूठे फेक विडियो अपने ट्विटर पर चलाने के आधार पर उनके ऊपर क़ानूनी कार्रवाई करने की मॉंग की है।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 12, 2022
@INCMP
@BJP4MP
@INCIndia
@BJP4India pic.twitter.com/8ipQkjP03P
ଦିଗବିଜୟଙ୍କ ଅଭିଯୋଗ ଅନୁଯାୟୀ, ଶିବରାଜ ସିଂ ଚୌହାନ କଂଗ୍ରେସର ତତ୍କାଳୀନ ରାଷ୍ଟ୍ରୀୟ ଅଧ୍ୟକ୍ଷ ରାହୁଲ ଗାନ୍ଧି ମନ୍ଦସୌରରେ ଦେଇଥିବା ଅଭିଭାଷଣ ଲୋକଙ୍କ ଆଗରେ ଭୁଲ୍ ଭାବେ ଉପସ୍ଥାପନ କରିବା ସହ ଛତିଶଗଡର ବରିଷ୍ଠ ରାଜନେତାଙ୍କ ମିଥ୍ୟା ଭିଡିଓ ବନାଇ ଅପରାଧିକ ଷଡଯନ୍ତ୍ର କରିଛନ୍ତି । ଚୌହାନ ଏଡିଟେଡ ଭିଡିଓ ବନାଇ ସାଂସଦ ରାହୁଲ ଗାନ୍ଧୀ ଏବଂ ହୁକୁମ ସିଂ ଭଳି ପଛୁଆ ବର୍ଗ ନେତାଙ୍କ ପରିହାସ କରି ସେମାନଙ୍କ ସାମାଜିକ ପ୍ରତିଷ୍ଠାକୁ କ୍ଷତି ପହଞ୍ଚାଇଛନ୍ତି । ଚୌହାନଙ୍କ ଟ୍ବିଟରରେ ଏବେ ବି ଏହି ଭିଡିଓ ଦୃଶ୍ୟମାନ ହେଉଛି । ଏହା ଏକ ଅପରାଧ । ସାଧାରଣ ନାଗରିକ ହୁଅନ୍ତୁ ଅବା ମୁଖ୍ୟମନ୍ତ୍ରୀ, ଆଇନ ସମସ୍ତଙ୍କ ପାଇଁ ସମାନ ଅଟେ । ଫେସବୁକ, ହ୍ବାର୍ଟ୍ସଆପ ଏବଂ ଟ୍ବିଟରରେ ଠିକ୍ ଭିଡିଓକୁ ଭୁଲ୍ ଅର୍ଥରେ ପୋଷ୍ଟ କରିବା ନେଇ ଥାନାରେ ଅନେକ ମାମଲା ରହିଛି । ଏହି ପରିପ୍ରେକ୍ଷୀରେ ମୁଖ୍ୟମନ୍ତ୍ରୀ ଶିବରାଜ ଚୌହାନଙ୍କ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଆଇଟି ଆକ୍ଟ ଅଧିନରେ ସାଇବର କ୍ରାଇମ ଏବଂ ଆଇପିସି ଧାରାରେ ମାମଲା ରୁଜୁ କରାଯାଉ ବୋଲି ପୂର୍ବତନ ମୁଖ୍ୟମନ୍ତ୍ରୀ କହିଛନ୍ତି ।
-
शिवराज जी का झूठा फेक विडियो व सही विडियो कृपया देखें जिसमें राहुल गॉंधी की छवि बिगाड़ने का पूरा प्रयास किया गया है। आज तक उसे जानते हुए भी कि यह फेक विडियो है डिलीट नहीं किया गया।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 12, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
क्या यह अपराध नहीं है?
@INCMP
@BJP4MP
@INCIndia
@BJP4India pic.twitter.com/xqyvRKZnO4
">शिवराज जी का झूठा फेक विडियो व सही विडियो कृपया देखें जिसमें राहुल गॉंधी की छवि बिगाड़ने का पूरा प्रयास किया गया है। आज तक उसे जानते हुए भी कि यह फेक विडियो है डिलीट नहीं किया गया।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 12, 2022
क्या यह अपराध नहीं है?
@INCMP
@BJP4MP
@INCIndia
@BJP4India pic.twitter.com/xqyvRKZnO4शिवराज जी का झूठा फेक विडियो व सही विडियो कृपया देखें जिसमें राहुल गॉंधी की छवि बिगाड़ने का पूरा प्रयास किया गया है। आज तक उसे जानते हुए भी कि यह फेक विडियो है डिलीट नहीं किया गया।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 12, 2022
क्या यह अपराध नहीं है?
@INCMP
@BJP4MP
@INCIndia
@BJP4India pic.twitter.com/xqyvRKZnO4
ବ୍ୟୁରୋ ରିପୋର୍ଟ, ଇଟିଭି ଭାରତ
भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी का फेब्रिकेटेड वीडियो बनाकर ट्विटर पर पोस्ट करने पर मामला दर्ज करने की मांग की है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने राजधानी के पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सोशल मीडिया पर कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी का एक कूटरचित वीडियो बनाकर 16 मई 2019 को पोस्ट किया गया था, जो चौहान का एक आपराधिक कृत्य है.
दिग्विजय सिंह के आरोप: दिग्विजय सिंह ने अपने पत्र में लिखा है, "एक वरिष्ठ राजनेता और मध्यप्रदेश के चार बार मुख्यमंत्री का दायित्व संभालने वाले शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे राहुल गांधी द्वारा मंदसौर में दिये गये भाषण के साथ छेड़छाड़ की और प्रदेश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ जननेता का फेब्रिकेटेड वीडियो बनाकर आपराधिक साजिश की है. चौहान ने एडिटेड वीडियो बनाकर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी सहित हुकुम सिंह कराड़ा जैसे पिछड़ा वर्ग के वरिष्ठ नेताओं का मजाक बनाते हुए उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा को गंभीर क्षति पहुचाई थी. कांग्रेस नेता राहुल गांधी का मूल वीडियो इस पत्र के साथ पेन ड्राइव में संलग्न है. चौहान के ट्विटर पर यह वीडियो अब भी देखा जा सकता है".
Khargone Violence: दिग्विजय सिंह की मुश्किलें बढ़ी! बीजेपी पहुंची क्राइम ब्रांच, FIR दर्ज
अपराध की श्रेणी में आता है ये कृत्य: पूर्व मुख्यमंत्री का कहना है कि- " संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा इस तरह वीडियो से छेड़छाड़ करना अपराध की श्रेणी में आता है. प्रदेश में कानून सबके लिए बराबर है. वह प्रदेश का आम नागरिक हो या मुख्यमंत्री के पद पर बैठा राजनेता हो. प्रदेश में वाट्सएप, फेसबुक और ट्विटर पर मूल वीडियो से छेड़ कर वीडियो बनाकर पोस्ट करने के मामले में थानों में और प्रकरण दर्ज किये गये हैं. सोशल मीडिया पर फेब्रिकेटेड वीडियो और असत्य टिप्पणी पोस्ट करने के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विरुद्ध आई.टी. एक्ट के तहत साईबर क्राइम एवं आई.पी.सी. की सुसंगत धाराओं में अपराध पंजीबद्ध किया जाए".
(Digvijay Singh demanded registration of case against Shivraj Singh) (Shivraj Singh posting fabricated video of Rahul Gandhi on Twitter)
(आईएएनएस)