ന്യൂഡല്ഹി: തെരഞ്ഞെടുപ്പ് നടപടി ക്രമങ്ങളില് വലിയതോതിലുള്ള മാറ്റം വരുത്തണമെന്ന് സാമൂഹ്യ പ്രവർത്തകന് അണ്ണാ ഹസാരെ. ഇടിവി ഭാരത്തിന് അനുവദിച്ച പ്രത്യേക അഭിമുഖത്തിലാണ് അദ്ദേഹം ഇക്കാര്യം വ്യക്തമാക്കിയത്. രാഷ്ട്രീയ പാർട്ടികളുടെ ഭരണഘടനാ വിരുദ്ധമായ തെരഞ്ഞെടുപ്പ് ചിഹ്നങ്ങൾ ഒഴിവാക്കണമെന്നും അദ്ദേഹം പറഞ്ഞു.
ഭരണഘടനാ വിരുദ്ധമായ തെരഞ്ഞെടുപ്പ് ചിഹ്നങ്ങൾ ഒഴിവാക്കണം: അണ്ണാ ഹസാരെ - അണ്ണാ ഹസാരെ
സാമൂഹ്യപ്രവർത്തകന് അണ്ണാ ഹസാരെയുടെ പ്രതികരണം ഇടിവി ഭാരത്തിന് അനുവദിച്ച പ്രത്യേക അഭിമുഖത്തില്. തെരഞ്ഞെടുപ്പ് നടപടി ക്രമങ്ങളില് വലിയതോതിലുള്ള മാറ്റം വരുത്തണമെന്നും അദ്ദേഹം.
anna hazare
ന്യൂഡല്ഹി: തെരഞ്ഞെടുപ്പ് നടപടി ക്രമങ്ങളില് വലിയതോതിലുള്ള മാറ്റം വരുത്തണമെന്ന് സാമൂഹ്യ പ്രവർത്തകന് അണ്ണാ ഹസാരെ. ഇടിവി ഭാരത്തിന് അനുവദിച്ച പ്രത്യേക അഭിമുഖത്തിലാണ് അദ്ദേഹം ഇക്കാര്യം വ്യക്തമാക്കിയത്. രാഷ്ട്രീയ പാർട്ടികളുടെ ഭരണഘടനാ വിരുദ്ധമായ തെരഞ്ഞെടുപ്പ് ചിഹ്നങ്ങൾ ഒഴിവാക്കണമെന്നും അദ്ദേഹം പറഞ്ഞു.
Intro:*एक्सक्लूसिव*
पार्टी चिन्हों का संविधान में ज़िक्र नहीं, इसे हटना चाहिए: अन्ना हज़ारे
नई दिल्ली: वरिष्ठ समाज सेवी और गाँधीवादी अन्ना हज़ारे ने इस बार बार राजनीतिक पार्टी के चिन्हों को इस्तेमाल किये जाने के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. अन्ना ने कहा है कि ऐसे चिन्ह संविधान विरोधी हैं.
ETV भारत से एक्सक्लुसिव बातचीत में अन्ना ने कहा कि चिह्न संविधान विरोधी है, पार्टी चिन्ह और पक्ष का कही ज़िक्र नही है संविधान में, समूह की भी कोई बात नही है संविधान में, उन्होंने आरोप लगाया आज समूह चुनाव लड़ रहा है इसलिए इतनी गड़बड़ हो रही है, समूह के कारण भ्रष्टाचार बढ़ा, गुंडागर्दी, लूट, जाति का ज़हर फैल गया.
चिन्ह को हटाये जाने पर किससे मिलेंगे के सवाल पर अन्ना ने कहा की इसपर हम किसी से नही मिलेंगे, बल्कि जनता को जगाना है, और अगर जनता सड़कों पर उतर गई तो चुनाव आयोग को इस बारे में सोचना पड़ेगा.
केजरीवाल पर किये गए सवाल को भी अन्ना ने पार्टी से जोड़ते हुए कहा कि जब तक पार्टी और पक्ष देश मे है तब तक भ्रष्टाचार खत्म नही होगा, पक्ष है तो देश मे लोकतंत्र नही आएगा.
Body:kindly use.
Conclusion:
पार्टी चिन्हों का संविधान में ज़िक्र नहीं, इसे हटना चाहिए: अन्ना हज़ारे
नई दिल्ली: वरिष्ठ समाज सेवी और गाँधीवादी अन्ना हज़ारे ने इस बार बार राजनीतिक पार्टी के चिन्हों को इस्तेमाल किये जाने के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. अन्ना ने कहा है कि ऐसे चिन्ह संविधान विरोधी हैं.
ETV भारत से एक्सक्लुसिव बातचीत में अन्ना ने कहा कि चिह्न संविधान विरोधी है, पार्टी चिन्ह और पक्ष का कही ज़िक्र नही है संविधान में, समूह की भी कोई बात नही है संविधान में, उन्होंने आरोप लगाया आज समूह चुनाव लड़ रहा है इसलिए इतनी गड़बड़ हो रही है, समूह के कारण भ्रष्टाचार बढ़ा, गुंडागर्दी, लूट, जाति का ज़हर फैल गया.
चिन्ह को हटाये जाने पर किससे मिलेंगे के सवाल पर अन्ना ने कहा की इसपर हम किसी से नही मिलेंगे, बल्कि जनता को जगाना है, और अगर जनता सड़कों पर उतर गई तो चुनाव आयोग को इस बारे में सोचना पड़ेगा.
केजरीवाल पर किये गए सवाल को भी अन्ना ने पार्टी से जोड़ते हुए कहा कि जब तक पार्टी और पक्ष देश मे है तब तक भ्रष्टाचार खत्म नही होगा, पक्ष है तो देश मे लोकतंत्र नही आएगा.
Body:kindly use.
Conclusion: