ഉജ്ജെയിന്: ദാമന് ദിയുവിന് ശേഷം ഇന്ത്യയില് സ്മാര്ട്ട് നെയിംപ്ലേറ്റ് സംവിധാനം നടപ്പിലാക്കുന്ന ആദ്യ നഗരമായി മധ്യപ്രദേശിലെ ഉജ്ജെയിന്. ക്യൂ ആര് കോഡ് അടക്കമുള്ള നെയിംപ്ലേറ്റുകളാണ് ഉജ്ജെയിന് മുനിസിപ്പാലിറ്റിയിലെ 51-ാം വാര്ഡില് വിതരണം ചെയ്തിരിക്കുന്നത്. സ്മാര്ട്ടി സിറ്റി ഡെവലപ്പ്മെന്റ് പ്രോഗ്രാമിന്റെ ഭാഗമായാണ് പദ്ധതി നടപ്പിലാക്കുന്നത്. എച്ച്ഡിഎഫ്സി ബാങ്കാണ് പദ്ധതിക്ക് വേണ്ടി സാങ്കേതിക സഹായം നല്കുന്നത്.
പുതിയ സംവിധാനത്തിലെ ക്യൂ ആര് കോഡ് സ്കാന് ചെയ്യുന്നത് വഴി ഓരോരുത്തര്ക്കും അവരുടെ വെള്ളക്കരം, ഭൂനികുതി തുടങ്ങിയ കാര്യങ്ങള് മനസിലാക്കാന് സാധിക്കും. മുനിസിപ്പാലിറ്റിയിലെ ജീവനക്കാര്ക്ക് അവരുടെ ഹാജര് നില പരിശോധിക്കാനും പുതിയ സംവിധാനം പ്രയോജനപ്പെടും. പേരിനൊപ്പം അഡ്രസും നെയിംപ്ലേറ്റില് ചേര്ത്തിട്ടുണ്ട്. സ്മാര്ട്ട് സിറ്റി ആപ്പുമായി സ്മാര്ട്ട് നെയിംപ്ലേറ്റുകള് ബന്ധിപ്പിച്ചിട്ടുണ്ട്. വൈദ്യുതി ബില്ലുകള് അടക്കമുള്ള വിവിധ ഓണ്ലൈന് സേവനങ്ങള്ക്കും നെയിംപ്ലേറ്റിലെ ക്യൂ ആര് കോഡ് സ്കാനര് പ്രയോജനപ്പെടും.
Ujjain: Under the smart city development program, district administration and municipal officers have started providing services in Ujjain, Madhya Pradesh. Smart nameplates have been introduced in Ward-51 in Ujjain, which is one of the first cities in India to have the smart nameplate facility as of now.
Vinod Singh, the IT expert of the smart city company, has informed that installing smart nameplates have numerous benefits, which can be majorly classified into three types. The first benefit is for the public in which residents with smart nameplates can track their water tax as well as property tax using the nameplates. The second benefit is for the municipal workers who can log in their attendance by simply scanning the nameplate. The third benefit is for the government and municipal administration, as the smart nameplates would help them in monitoring the public from their offices and the control centre.
Singh further informed that the nameplates will have QR codes along with the name of the resident and their address, and these QR codes will have the details regarding the tax and income of the residents. These details can simply be obtained by scanning the code using the smart city mobile app.
The waste collectors will have to scan the QR code to log in information regarding door-to-door waste collection, the data of which can be accessed by the municipality online. The QR codes will also give details regarding the water bill and the electricity bill as well as the property tax of the resident. The QR codes can further be used to register complaints and grievances and expect quick redressal as the complete data would be available with the municipality.
With the use of these nameplates, Ujjain will become smart and the residents will become smarter. Services including water-electricity, waste collection, improvement of public transport, health facilities, education, environmental upgradation as well as safety of the citizens will now be accessed easily. Online payment of bills and taxes will be made possible with the smart city app.
On Friday, January 24, 2020, Aziz Ahamed <
aziz.ahamed@etvbharat.com> wrote:
Dera Jinendra ji,
pls do the translation and send back to all. it is urgent
thx
उज्जैन: स्मार्ट सिटी की लिस्ट में शामिल मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में जिला प्रशासन और नगर निगम द्वारा स्मार्ट सुविधाएं देने की शुरुआत कर दी गई है. स्मार्ट सिटी योजना के तहत आज उज्जैन शहर के वार्ड 51 से नगर निगम और स्मार्ट सिटी उज्जैन द्वारा लोगों के घरों में स्मार्ट नेम प्लेट लगाने की शुरुआत की गई. उज्जैन शायद देश का पहला ऐसा शहर है जहां स्मार्ट नेम प्लेट लोगों के घरों में लगाई जा रही है.
स्मार्ट सिटी कंपनी के आईटी एक्सपर्ट विजेंद्र सिंह ने बताया कि स्मार्ट नेम प्लेट के तीन तरह के उपयोग का प्लान किया है. पहला उपयोग नागरिक हैं. लोग नेप प्लेट के जरिए जल कर, प्रॉपर्टी टैक्स ट्रैक कर सकेंगे. दूसरा फायदा शासकीय कर्मचारी को है. कर्मचारी जैसे ही किसी घर पर पहुंचकर स्कैन करेंगे उनकी अटेंडेंस हो जाएगी. तीसरा फायदा मॉनिटरिंग करने वाले अधिकारियों को होगा. जो दफ्तर से ही पूरी जानकारी कंट्रोल सेंटर से ले सकेंगे.
विजेंद्र सिंह ने बताया कि मकान मालिक के नाम और पते के साथ ही एक क्यूआर कोड है. इस कोड में घर के सदस्यों और टैक्स से जुड़ी सभी जानकारियां दर्ज हैं. क्यूआर कोड को स्मार्ट सिटी कंपनी के मोबाइल एप से स्कैन करते ही घर से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी अधिकृत अधिकारी या घर मालिक को उपलब्ध हो जाएगी.
कचरा लेने आने वाले वाहन के चालक को क्यूआर कोड स्कैन करना होगा. इस तरह किसी घर से कचरा लिया या नहीं, इसका डेटा ऑनलाइन रिकॉर्ड हो जाएगा. मॉनिटरिंग की जरूरत नहीं रहेगी. गाड़ी की लोकेशन भी पता लगेगी. हर महीने लोगों को एप पर क्यूआर कोड को स्कैन करने से पानी, बिजली के बिल के बारे में भी जानकारी मिल सकेगी. स्मार्ट नेम प्लेट के कोड से संपत्ति कर का पता भी चल जाएगा.
लोग निगम को शिकायत भी इसी कोड के माध्यम से कर सकेंगे, जिससे उनकी समस्या का निपटारा तुरंत किया जा सकेगा. रहवासियों का पूरा डाटा नगर निगम के पास उपलब्ध है, जो की निगम और स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम में रहेगा.
घरों के बाहर स्मार्ट नेम प्लेट लगाए जाने के बाद अब उज्जैन के रहवासी अब और स्मार्ट होंगे. लोग घर बैठे स्मार्ट सुविधाओं का लाभ ले सकेंगे.इस योजना में 24 घंटे बिजली-पानी, कचरे का निपटान, बेहतर पब्लिक ट्रांसपोर्ट,स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण का ध्यान रखना, महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को सुरक्षित माहौल दिया जाएगा.
स्मार्ट कंपनी के एप से बिल और टैक्स की ऑनलाइन पेमेंट भी की जा सकेगी. एक्रेलिक शीट की आधा इंच मोटी नेम प्लेट की लागत 500 रुपये है. पहली बार इसे मुफ्त दिया जा रहा है
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Jinendra Parakh
BA.LLB
Hidaytullah National Law University
Naya Raipur, Chhattisgarh