बाबा भोलेनाथ को काफी प्रिय थी ये नगरी, शिव गण चंडीश ने बसाया था नगर - धर्म
🎬 Watch Now: Feature Video
![ETV Thumbnail thumbnail](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/320-214-3958874-thumbnail-3x2-temple.jpg)
भगवान शिव का हर धाम भक्तों को ऊर्जावान बनाता है. यूं तो देवभूमि कहे जाने वाले उत्तराखंड में भगवान शिव के अनेक शिवालय है. आज हम आपको ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां बाबा भोलेनाथ को जगत कल्याण के लिए शेर और मां पार्वती को गाय का रूप धारण करना पड़ा था. इसी कारण इस नगरी का नाम ही भगवान शिव के नाम पर पड़ गया. जी हां हम बात कर रहे हैं भगवान बागनाथ की धरती कहे जाने वाले बागेश्वर की. शैलराज हिमालय की गोद और गोमती, सरयू नदी के संगम पर स्थित बागनाथ मंदिर धर्म के साथ पुरातत्व के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है. जो ऋषि मार्केंडेय की तपोभूमि भी मानी जाती है. भगवान शिव के बाघ रूप में यहां निवास करने से इस नगरी को व्याघ्रेश्वर नाम से भी जाना जाता है. जो बाद में बागेश्वर नाम से जाने जाना लगा.