केदारनाथ पहुंचे शिव भक्त मोदी, की विशेष पूजा, जानिए भगवान केदार से नाता - Uttarakhand Chardham
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पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की भगवान शिव पर अगाध श्रद्धा है. आपने उन्हें अक्सर काशी विश्वनाथ और उज्जैन में पूजा अर्चना करते देखा होगा. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज केदारनाथ और बदरीनाथ के दौरे पर हैं. पीएम छठी बार बाबा केदारनाथ के धाम पहुंचे हैं. बताते चलें कि प्रधानमंत्री की केदारनाथ धाम के प्रति अटूट आस्था है. जब भी उन्हें समय मिलता है वो यहां आते हैं और ध्यान गुफा में ध्यान लगाने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं. बारह ज्योतिर्लिंग में केदारनाथ धाम की मान्यता सभी ज्योतिर्लिंग में सबसे ज्यादा मानी जाती है. पौराणिक कथाओं के अनुसार इस ज्योतिर्लिंग के प्राचीन मंदिर का निर्माण महाभारत का युद्ध समाप्त होने के बाद कराया गया था. केदारनाथ धाम उत्तराखंड में हिमालय पर्वत की गोद में स्थित है. पौराणिक मान्यता है कि द्वापर युग में महाभारत युद्ध में जीत हासिल करने के बाद पांडव अपने भाइयों की हत्या के पाप का प्राश्चित करना चाहते थे. पाप से मुक्ति पाने के लिए पांडव शिव जी को खोजते हुए हिमालय पर पहुंच गए. भगवान शिव उनसे नाराज हो गए और अंतर्ध्यान हो गए और केदार में चले गए. पांडव भी उनके पीछे चल दिए. भगवान शिव को यह ज्ञात हुआ तो उन्होंने बैल का रूप ले लिया और पशुओं के झुंड में मिल गए. शिव जी को ढूंढने के लिए भीम ने अपना विशाल रूप धारण कर लिया और अपने पैर दो पहाड़ों पर फैला दिए. यह देख अन्य जानवर भागने लगे. सभी पशु भीम के पैर के नीचे से निकल गए, लेकिन बैल रूपी महादेव ये सब देखकर अंतर्ध्यान होने लगे तभी भीम ने उन्हें पकड़ लिया. पांडवों की भक्ति और इन प्रयासों को देखकर भगवान शिव प्रसन्न हुए और उन्हें दर्शन दिए और उन्हें सभी पापों से मुक्त कर दिया.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:29 PM IST