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World GO Day : विश्व स्त्री रोग ऑन्कोलॉजी जागरूकता दिवस का महत्व व उद्देश्य, समय से जांच व इलाज बेहद जरूरी

World GO Day : वर्ल्ड गो डे या फिर वर्ल्ड गायनेकोलॉजी ओंकोलॉजी डे का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को स्त्रीरोगों के बारे में जागरूक करना है. ज्यादातर महिलाएं जागरूकता की कमी, लक्षणों की अनदेखी, अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज करने की आदत तथा कई अन्य कारणों से सही समय पर रोगों की जांच व इलाज में देरी कर देती हैं. इसकी वजह से बाद में उन्हें गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ता है. पढ़ें पूरी खबर. gynecologic oncology day, awareness among women on health

World Gynecological Oncology Awareness Day
विश्व स्त्री रोग ऑन्कोलॉजी जागरूकता दिवस
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 19, 2023, 11:57 PM IST

Updated : Oct 15, 2023, 3:17 PM IST

विश्व स्त्री रोग ऑन्कोलॉजी जागरूकता दिवस : चाहे कामकाजी हो या हाउसवाइफ, ज्यादातर महिलायें पूरे परिवार और अपने काम का तो ध्यान रखती हैं लेकिन अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी लापरवाही दिखती है. ज्यादातर महिलायें आमतौर पर अपनी अस्वस्थता से जुड़े लक्षणों को अनदेखा करती रहती है. खासतौर पर स्त्रीरोगों की बात करें तो ज्यादातर महिलायें जब तक परेशानी बहुत ज्यादा ना बढ़ जाए तब तक चिकित्सक के पास नहीं जाती हैं. स्त्रीरोग से जुड़े कैंसर की बात करें तो यही लापरवाही उनके लिए ज्यादा परेशानियों का कारण बन जाती है क्योंकि शुरुआती लक्षणों की अनदेखी और फिर जांच और इलाज में देरी, समस्या की गंभीरता को ज्यादा बढ़ा देती है जो कई बार जानलेवा भी हो सकती है.

महिलाओं में अपने स्वास्थ्य को लेकर सचेत रहने, स्त्रीरोगों से जुड़े कैंसर के लक्षण नजर आने पर उनकी सही जांच व इलाज के लिए प्रेरित करने तथा नियमित स्वास्थ्य जांच के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से हर साल 20 सितंबर को विश्व स्त्री रोग ऑन्कोलॉजी जागरूकता दिवस (World Gynecologic Oncology Day / World GO Day) मनाया जाता है.

क्यों है जरूरी
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के पब मेड सेंट्रल में स्त्री रोगों से जुड़े कैंसर को लेकर एकत्रित आंकड़ों में कहा गया है कि महिलाओं में स्त्री रोग संबंधी कैंसर बहुत आम होता है. उक्त रिपोर्ट के अनुसार यदि शुरुआत से लक्षणों को लेकर सचेत रहा जाय तो कुछ जटिल कैंसर को छोड़ कर ज्यादातर में सही समय पर इलाज से रोग में राहत मिल सकती है. लेकिन ज्यादातर महिलाएं जागरूकता की कमी, लक्षणों की अनदेखी, अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज करने की आदत तथा कई अन्य कारणों से सही समय पर रोगों की जांच व इलाज में देरी कर देते हैं जिसके कई बार गंभीर परिणाम भी देखने में आ जाते हैं.

World Gynecological Oncology Awareness Day theme go for testing
विश्व स्त्री रोग ऑन्कोलॉजी जागरूकता दिवस - कांसेप्ट इमेज

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World GO Day importance and purpose : महत्व तथा उद्देश्य
वर्ष 1999 में फाउंडेशन फॉर विमेन कैंसर द्वारा विश्व स्त्री रोग ऑन्कोलॉजी जागरूकता दिवस मनाए जाने की शुरुआत की गई थी. जिसका मुख्य उद्देश्य स्त्री रोग संबंधी कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना तथा महिलाओं को स्त्री रोग कैंसर से बचाव के लिए नियमित जांच करवाने के लिए प्रेरित करना था. गौरतलब है कि स्त्री रोग कैंसर में गर्भाशय ग्रीवा या सर्वाइकल कैंसर, डिम्बग्रंथि या अंडाशयी कैंसर, गर्भाशय या एंडोमेट्रियल कैंसर, योनि और वल्वर कैंसर शामिल होते हैं.

महिलाओं में वैसे तो सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर के मामले देखने में आते हैं, लेकिन सर्वाइकल कैंसर को महिलाओं में दूसरा सबसे आम कैंसर माना जाता है. इसके अलावा पिछले कुछ सालों में डिम्बग्रंथि कैंसर के मामलों में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है. चिकित्सकों के अनुसार यदि समय से लक्षण व संकेतों को समझ कर जांच व इलाज शुरू करवा लिया जाय तो बहुत से मामलों में रोग से राहत मिल सकती है. इसके अलावा यदि महिलाएं नियमित अंतराल पर अपनी सामान्य स्वास्थ्य जांच भी करवाती रहें तो रोग की शुरुआत में ही समस्या के बारे में पता चल सकता है.

विश्व स्त्री रोग ऑन्कोलॉजी जागरूकता दिवस : चाहे कामकाजी हो या हाउसवाइफ, ज्यादातर महिलायें पूरे परिवार और अपने काम का तो ध्यान रखती हैं लेकिन अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी लापरवाही दिखती है. ज्यादातर महिलायें आमतौर पर अपनी अस्वस्थता से जुड़े लक्षणों को अनदेखा करती रहती है. खासतौर पर स्त्रीरोगों की बात करें तो ज्यादातर महिलायें जब तक परेशानी बहुत ज्यादा ना बढ़ जाए तब तक चिकित्सक के पास नहीं जाती हैं. स्त्रीरोग से जुड़े कैंसर की बात करें तो यही लापरवाही उनके लिए ज्यादा परेशानियों का कारण बन जाती है क्योंकि शुरुआती लक्षणों की अनदेखी और फिर जांच और इलाज में देरी, समस्या की गंभीरता को ज्यादा बढ़ा देती है जो कई बार जानलेवा भी हो सकती है.

महिलाओं में अपने स्वास्थ्य को लेकर सचेत रहने, स्त्रीरोगों से जुड़े कैंसर के लक्षण नजर आने पर उनकी सही जांच व इलाज के लिए प्रेरित करने तथा नियमित स्वास्थ्य जांच के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से हर साल 20 सितंबर को विश्व स्त्री रोग ऑन्कोलॉजी जागरूकता दिवस (World Gynecologic Oncology Day / World GO Day) मनाया जाता है.

क्यों है जरूरी
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के पब मेड सेंट्रल में स्त्री रोगों से जुड़े कैंसर को लेकर एकत्रित आंकड़ों में कहा गया है कि महिलाओं में स्त्री रोग संबंधी कैंसर बहुत आम होता है. उक्त रिपोर्ट के अनुसार यदि शुरुआत से लक्षणों को लेकर सचेत रहा जाय तो कुछ जटिल कैंसर को छोड़ कर ज्यादातर में सही समय पर इलाज से रोग में राहत मिल सकती है. लेकिन ज्यादातर महिलाएं जागरूकता की कमी, लक्षणों की अनदेखी, अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज करने की आदत तथा कई अन्य कारणों से सही समय पर रोगों की जांच व इलाज में देरी कर देते हैं जिसके कई बार गंभीर परिणाम भी देखने में आ जाते हैं.

World Gynecological Oncology Awareness Day theme go for testing
विश्व स्त्री रोग ऑन्कोलॉजी जागरूकता दिवस - कांसेप्ट इमेज

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World GO Day importance and purpose : महत्व तथा उद्देश्य
वर्ष 1999 में फाउंडेशन फॉर विमेन कैंसर द्वारा विश्व स्त्री रोग ऑन्कोलॉजी जागरूकता दिवस मनाए जाने की शुरुआत की गई थी. जिसका मुख्य उद्देश्य स्त्री रोग संबंधी कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना तथा महिलाओं को स्त्री रोग कैंसर से बचाव के लिए नियमित जांच करवाने के लिए प्रेरित करना था. गौरतलब है कि स्त्री रोग कैंसर में गर्भाशय ग्रीवा या सर्वाइकल कैंसर, डिम्बग्रंथि या अंडाशयी कैंसर, गर्भाशय या एंडोमेट्रियल कैंसर, योनि और वल्वर कैंसर शामिल होते हैं.

महिलाओं में वैसे तो सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर के मामले देखने में आते हैं, लेकिन सर्वाइकल कैंसर को महिलाओं में दूसरा सबसे आम कैंसर माना जाता है. इसके अलावा पिछले कुछ सालों में डिम्बग्रंथि कैंसर के मामलों में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है. चिकित्सकों के अनुसार यदि समय से लक्षण व संकेतों को समझ कर जांच व इलाज शुरू करवा लिया जाय तो बहुत से मामलों में रोग से राहत मिल सकती है. इसके अलावा यदि महिलाएं नियमित अंतराल पर अपनी सामान्य स्वास्थ्य जांच भी करवाती रहें तो रोग की शुरुआत में ही समस्या के बारे में पता चल सकता है.

Last Updated : Oct 15, 2023, 3:17 PM IST
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