उत्तरकाशी: सितम्बर माह में यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर भंडेली गाड़ के समीप भारी भूस्खलन के कारण पूर्ण क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसके बाद शासन-प्रशासन के उच्च अधिकारियों ने भूस्खलन क्षेत्र का निरीक्षण कर जल्द ट्रीटमेंट की डीपीआर तैयार करने की बात कही थी, लेकिन अब तक धरातल पर कुछ भी न होने के कारण यमुनोत्री धाम मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने शासन-प्रशासन से नाराजगी जताई है.
यमुनोत्री धाम मंदिर समिति के सचिव कृतेश्वर उनियाल का कहना है कि दिसंबर करीब चार महीने पूरे होने को हैं लेकिन धरातल पर ट्रीटमेंट का कोई भी कार्य शुरू नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि सर्दियों में मार्च-अप्रैल तक इस क्षेत्र में बर्फ जमा रहती है. ऐसी स्थिति में ट्रीटमेंट के कार्यों में क्यों देरी की जा रही है? अगर यही रवैया रहा तो आगामी 2021 की चारधाम यात्रा में यमुनोत्री धाम की सुगम यात्रा पर बड़ा संशय बना हुआ है.
उधर, एसडीएम बड़कोट चत्तर सिंह चौहान ने कहा कि भूस्खलन वाले क्षेत्र में ट्रीटमेंट का कोई प्रस्ताव नहीं है, बल्कि उसके स्थान पर जो वैकल्पिक मार्ग बनना है. उसकी डीपीआर लोनिवि ने तैयार कर दी है. जल्द ही टेंडर कॉल किए जाएंगे.