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उत्तरकाशी: अधर में लटका सड़क का निर्माण कार्य, ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी - Villagers protest in Uttarkashi

उत्तरकाशी के मांडो गांव की सड़क का निर्माण विभाग की लापरवाही के चलते अधर में लटका हुआ है. वहीं, ग्रामीणों ने प्रशासन से मार्ग का निर्माण जल्द पूरा करने की मांग की.

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अधर में लटका सड़क निर्माण
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Published : Jan 25, 2020, 3:03 PM IST

उत्तरकाशी: जिला मुख्यालय से महज 2 किमी दूर मांडो गांव में विभाग की सुस्त चाल से 1 किमी सड़क निर्माण का कार्य अधर में लटका हुआ है. जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं ग्रामीण मार्ग के कार्य के लिए अधिकारियों से गुहार लगाते-लगाते थक चुके हैं. स्थानीय लोगों ने कार्य शुरू नहीं होने के लिए ग्रामीण अभियंता विभाग और राजस्व विभाग को जिम्मेदार बताया है. साथ ही जल्द कार्य पूरा न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.

अधर में लटका सड़क निर्माण

गौर हो कि जहां एक ओर सरकार गांवों के समुचित विकास का दावा कर रही है. वहीं दूसरी ओर मांडो गांव में सड़क निर्माण का कार्य लंबे समय से अधर में लटका हुआ है. स्थानीय लोगों का कहना है कि साल 2013 की आपदा के दौरान गांव की सड़क बह गई थी. तब से अब तक रोड कु दुरुस्त नहीं किया, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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वहीं स्थानीय लोगों की मांग पर शासन से 1 किमी सड़क निर्माण की स्वीकृति मिल गई थी और इसके निर्माण की जिम्मेदारी आरईएस विभाग को सौंपी गई थी. वहीं, करीब 500 मीटर सड़क का निर्माण होने के बाद विभाग ने निर्माण कार्य अधूरे में रोक दिया.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंडः राष्ट्रीय बालिका दिवस पर युवाओं का खास संदेश, जन जागरुकता को बताया जरूरी

वहीं, पूर्व प्रधान चत्तर सिंह चौहान का कहना है कि लाखों रुपए खर्च करने के बावजूद अभी तक सड़क निर्माण पूरा नहीं हो सका है. उन्होंने शासन-प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सड़क निर्माण कार्जय ल्द शुरू नहीं हुआ तो वे उग्र आंदोलन के लिए विवश होंगे. साथ ही जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी.

उत्तरकाशी: जिला मुख्यालय से महज 2 किमी दूर मांडो गांव में विभाग की सुस्त चाल से 1 किमी सड़क निर्माण का कार्य अधर में लटका हुआ है. जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं ग्रामीण मार्ग के कार्य के लिए अधिकारियों से गुहार लगाते-लगाते थक चुके हैं. स्थानीय लोगों ने कार्य शुरू नहीं होने के लिए ग्रामीण अभियंता विभाग और राजस्व विभाग को जिम्मेदार बताया है. साथ ही जल्द कार्य पूरा न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.

अधर में लटका सड़क निर्माण

गौर हो कि जहां एक ओर सरकार गांवों के समुचित विकास का दावा कर रही है. वहीं दूसरी ओर मांडो गांव में सड़क निर्माण का कार्य लंबे समय से अधर में लटका हुआ है. स्थानीय लोगों का कहना है कि साल 2013 की आपदा के दौरान गांव की सड़क बह गई थी. तब से अब तक रोड कु दुरुस्त नहीं किया, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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वहीं स्थानीय लोगों की मांग पर शासन से 1 किमी सड़क निर्माण की स्वीकृति मिल गई थी और इसके निर्माण की जिम्मेदारी आरईएस विभाग को सौंपी गई थी. वहीं, करीब 500 मीटर सड़क का निर्माण होने के बाद विभाग ने निर्माण कार्य अधूरे में रोक दिया.

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वहीं, पूर्व प्रधान चत्तर सिंह चौहान का कहना है कि लाखों रुपए खर्च करने के बावजूद अभी तक सड़क निर्माण पूरा नहीं हो सका है. उन्होंने शासन-प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सड़क निर्माण कार्जय ल्द शुरू नहीं हुआ तो वे उग्र आंदोलन के लिए विवश होंगे. साथ ही जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी.

Intro:उत्तरकाशी। जिला मुख्यालय से महज 2 किमी की दूरी पर स्थित मांडो गांव की 1 किमी लंबी सड़क का निर्माण लंबे समय से अधर में लटका हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण को जल्द शुरू करवाने के लिए हर स्तर पर गुहार लगाई जा चुकी है। लेकिन कहीं पर भी सुनवाई नहीं हो पा रही है। साथ ही ग्रामीणों ने ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग और राजस्व विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों विभाग की लापरवाही के चलते सड़क का निर्माण अधर में लटका हुआ है। लेकिन बार बार की शिकायतों के बाद भी ग्रामीणों को एक टेबिलल से दूसरे टेबिल पर घुमाया जा रहा है। लेकिन कोई भी समाधान नहीं निकल पा रहा है।


Body:वीओ-1, गुरुवार को मांडो के ग्रामीण प्रधान धीरेन्द्र सिंह चौहान के नेतृत्व में एकत्रित हुए। जहां पर उन्होंने गांव के लिए तिलोथ पुल से शारदा कुटीर तक स्वीकृत सड़क के निर्माण के अधर में लटकने और उसका जल्द निर्माण शुरू करवाने को लेकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना है कि वर्ष 2013 की आपदा के दौरान गांव का पैदल मार्ग बह गया था। उसके बाद ग्रामीणों की मांग पर शासन ने 1 किमी सड़क निर्माण की स्वीकृति दी थी और इसका निर्माण कार्य का जिम्मा आरईएस विभाग को सौंपा गया। करीब 500 मीटर सड़क का निर्माण करने के बाद आरईएस विभाग ने सड़क निर्माण का कार्य रोक दिया। जबकि पुल का एबडमेन्ट भी तैयार कर दिया गया है।


Conclusion:वीओ-2, मांडो गांव के पूर्व प्रधान चत्तर सिंह चौहान का कहना है कि लाखों खर्च करने के बाद अब सड़क निर्माण रोक दिया है। चौहान ने राजस्व विभाग पर आरोप लगाया की उनकी लापरवाही के कारण आज सड़क निर्माण अधर में लटका हुआ है। जबकि निर्माण स्वीकृति के समय इस पर राजस्व विभाग ने किसी प्रकार की आपत्ति नहीं लगाई थी। वहीं ग्राम प्रधान धीरेन्द्र सिंह का कहना है कि डीएम ने सड़क निर्माण को शुरू करने के लिए आरईएस विभाग को लिखा था। लेकिन तब से विभागीय अधिकारी एक अधिकारी से दूसरे अधिकारी की जिम्मेदारी बता कर मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। कहा कि अगर सड़क निर्माण शुरू नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
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