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उत्तरकाशी: विभागों की अनेदखी से ग्रामीण खफा, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी

बड़कोट तहसील के राना गांव के ग्रामीण ग्राम प्रधान के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है. ग्रामीणों ने पीएमजीएसवाई और जल संस्थान विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है.

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ग्रामीण धरने पर बैठे
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Published : Jun 13, 2020, 6:21 PM IST

Updated : Jun 13, 2020, 7:05 PM IST

उत्तरकाशी: बड़कोट तहसील के राना गांव के ग्रामीणों द्वाराअनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है. ग्रामीणों ने पीएमजीएसवाई और जल संस्थान विभाग पर लापरवाही और अनदेखी का आरोप लगाया है. कहा कि दोनों विभाग मिलकर उनकी समस्या का स्थायी समाधान नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक धरना जारी रहेगा.

बड़कोट तहसील के राना गांव में ग्रामीण ग्राम प्रधान निधि चौहान के नेतृत्व में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क पुरोला डिवीजन और जल संस्थान के खिलाफ धरना दिया जा रहा हैं. ग्रामीणों का कहना है कि जल संस्थान की लापरवाही के कारण ग्रामीणों को गंदा पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है. कई बार विभागीय अधिकारियों को इस संबंध में बताया गया है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई भी कार्रवाई नहीं हो रही है.

पढ़ें: कोरोना टेस्टिंग लैब बंद होने पर मोहन पाठक ने जताया विरोध, बुद्ध पार्क में दिया धरना

वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि विगत डेढ़ सालों से कभी पानी की किल्लत है. कभी पानी आता भी है, तो गंदा पानी पीना पड़ता है. साथ ही पीएमजीएसवाई भी गांव से सड़क का निर्माण कर रहा है. जिसमें विभाग ने अभी तक डंपिंग जोन नहीं बनाया गया है. सड़क के मलबे के कारण खेतों को नुकसान के साथ ही गांव के संपर्क मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो रहे हैं, जिसकी विभाग सुध नहीं ले रहा है.

उत्तरकाशी: बड़कोट तहसील के राना गांव के ग्रामीणों द्वाराअनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है. ग्रामीणों ने पीएमजीएसवाई और जल संस्थान विभाग पर लापरवाही और अनदेखी का आरोप लगाया है. कहा कि दोनों विभाग मिलकर उनकी समस्या का स्थायी समाधान नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक धरना जारी रहेगा.

बड़कोट तहसील के राना गांव में ग्रामीण ग्राम प्रधान निधि चौहान के नेतृत्व में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क पुरोला डिवीजन और जल संस्थान के खिलाफ धरना दिया जा रहा हैं. ग्रामीणों का कहना है कि जल संस्थान की लापरवाही के कारण ग्रामीणों को गंदा पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है. कई बार विभागीय अधिकारियों को इस संबंध में बताया गया है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई भी कार्रवाई नहीं हो रही है.

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वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि विगत डेढ़ सालों से कभी पानी की किल्लत है. कभी पानी आता भी है, तो गंदा पानी पीना पड़ता है. साथ ही पीएमजीएसवाई भी गांव से सड़क का निर्माण कर रहा है. जिसमें विभाग ने अभी तक डंपिंग जोन नहीं बनाया गया है. सड़क के मलबे के कारण खेतों को नुकसान के साथ ही गांव के संपर्क मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो रहे हैं, जिसकी विभाग सुध नहीं ले रहा है.

Last Updated : Jun 13, 2020, 7:05 PM IST
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