उत्तरकाशीः जिला मुख्यालय से मात्र 4 किमी दूरी पर स्थित स्युना गांव के लिए आज तक शासन-प्रशासन एक अदद पुल का निर्माण नहीं कर पाया है. जिस कारण ग्रामीणों को मजबूरन भागीरथी नदी पर खुद अस्थायी पुलिया का निर्माण करना पड़ा है. जो सरकार को आईना दिखाने का काम कर रहा है, लेकिन सरकार ग्रामीणों की इस समस्या को गंभीरता से नहीं ले रही है.
दरअसल, जिला मुख्यालय से 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित स्युना गांव के लिए सड़क और पुल की सुविधा नहीं है. ऐसे में ग्रामीण अस्थाई पुल के सहारे भागीरथी के ऊफनती धारा को पार कर अपने गांव पहुंचते हैं, लेकिन मानसून सीजन में भागीरथी का जलस्तर बढ़ने से अस्थायी पुलिया बह जाती है. जिससे ग्रामीणों का संपर्क कट जाता है. हालांकि, इस दौरान ग्रामीण खतरनाक जंगलों के रास्ते कई किमी की दूरी तय कर अपने गंतव्यों तक पहुंचते हैं.
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वहीं, सर्दियों में नदी का जलस्तर कम होते ही ग्रामीण अपने लिए अस्थायी पुलिया का निर्माण करते हैं. जिससे सड़क मार्ग तक पहुंचने में ग्रामीणों की दूरी कम हो सके. इसी कड़ी में सोमवार को स्युना गांव के ग्रामीण एकत्रित हुए और लकड़ी, बल्लियों के सहारे भागीरथी नदी के ऊपर आवाजाही के लिए अस्थायी पुलिया का निर्माण किया.
स्युना गांव के ग्रामीणों का कहना है कि उनका गांव जनपद मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर है. ग्रामीण कई बार शासन-प्रशासन से पुल के निर्माण को लेकर गुहार लगा चुके हैं, लेकिन आज तक उनकी सुध नहीं ली गई है. जिस कारण ग्रामीणों को भागीरथी नदी का जलस्तर कम होते ही अपने लिए अस्थायी पुलिया का निर्माण करना पड़ता है.