उत्तरकाशीः डुंडा विकासखंड के नगल गांव का मोटर मार्ग बंद पड़ा हुआ है. जिसकी वजह से ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई है. ग्रामीण बुजुर्गों को अस्पताल आदि तक पहुंचाने के लिए करीब 3 किमी पीठ पर लादकर पैदल सड़क मार्ग तक पहुंचा रहे हैं. उसके बाद वापसी में भी पीठ पर ही लादकर उन्हें गांव पहुंचा रहे हैं, लेकिन मामले में प्रशासन और जिम्मेदार विभाग सड़क की स्थिति सुधारने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहे हैं, जिससे ग्रामीणों में रोष है.
डुंडा विकासखंड के भंडारस्यूं पट्टी के नगल गांव की ग्राम प्रधान ललिता देवी, बीडीसी सदस्य प्रियंका सिलवाल, राममूर्ति सिलवाल, मनोज सिलवाल आदि का कहना है कि लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड ने दो साल पहले गांव के लिए 3 किमी सड़क का निर्माण शुरू किया था. जिसकी कटिंग का काम तो पूरा हो गया, लेकिन उसके बाद विभाग ने उसके हाल पर ही छोड़ दिया. अब स्थिति ये है कि बरसात की वजह से सड़क बंद है. साथ ही सड़क पर मलबा ही मलबा गिरा हुआ है.
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ग्रामीणों का कहना है कि दो महीने से इस सड़क को खोलने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है. इसलिए ग्रामीणों को बुजुर्गों को पेंशन समेत अस्पताल या अन्य सुविधाओं के लिए पीठ पर लादकर सड़क मार्ग तक पहुंचाना पड़ रहा है. इसके लिए करीब तीन किलोमीटर पैदल दूरी नाप रहे हैं. इतना ही नहीं वापसी के दौरान भी दोबारा से बुजुर्गों और बीमार लोगों को पीठ पर लादकर चढ़ाई चढ़नी पड़ती है.
वहीं, ग्रामीणों ने बताया कि इसके साथ ही नगल गांव से सटे सौंद और मंजगांव की सड़क भी दो महीने से बंद पड़ी हुई है. वहां पर भी कमोबेश यही स्थिति है. ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उधर, इस मामले में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को फोन किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया.
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