उत्तरकाशीः जनप्रतिनिधि बनते ही पहले कोरोना की मार, फिर मनरेगा कर्मियों की हड़ताल और बार-बार ट्रांसफर होते जेई. इन्हीं सभी कारणों से विकासखंड कार्यालयों में विकास कार्य ठप पड़े हुए हैं. जिसे लेकर अब पंचायत प्रतिनिधियों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है. चिन्यालीसौड़ विकासखंड में लचर व्यवस्था के खिलाफ ब्लॉक के ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्य ब्लॉक कार्यालय में धरने पर बैठ गए हैं. पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि अधिकारी और कर्मचारियों की लापरवाही के कारण ग्रामीण क्षेत्रों का विकास ठप पड़ गया है.
चिन्यालीसौड़ विकासखंड में अधिकारी एवं कर्मचारियों की लापरवाही और सिस्टम की हीलाहवाली के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्य प्रभावित हो गए हैं. जिस कारण चिन्यालीसौड़ विकासखंड के ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्य ब्लॉक मुख्यालय में धरने पर बैठे गए हैं. पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि अगर उनकी मांगें जल्द ही पूरी नहीं हुई तो आगे और भी उग्र आंदोलन किया जाएगा. ग्रामीण क्षेत्र के विकास कार्यों के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा.
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चिन्यालीसौड़ विकासखंड के पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि पहले कोविड काल में विकास कार्य ठप रहे. मनरेगा कर्मी भी हड़ताल पर रहे और बार-बार जेई के ट्रांसफर हो रहे हैं. दो साल बीत जाने के बाद भी विकास कार्यों के भुगतान नहीं हो पा रहे हैं. प्रतिनिधियों का कहना है कि ग्रामीण विकास कार्यों के लिए अपनी योजनाएं दे रहे हैं, लेकिन विकासखंड में उनका क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है.