देहरादून: उत्तराखंड मौसम विभाग भी अब जंगलों में आग की घटनाओं को रोकने के लिए मददगार साबित होगा. इसके लिए उत्तराखंड वन विभाग और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के बीच एक अनुबंध होने जा रहा है. इस अनुबंध के बाद अब मौसम विभाग फॉरेस्ट फायर से संबंधित भविष्यवाणी भी करेगा, ताकि जंगलों में लगने वाली आग की स्थिति का पहले ही वन विभाग को पता लग सके. इससे पहले वन विभाग सैटेलाइट बेस्ड एप के जरिए जंगलों में आग को लेकर क्विक रिस्पांस की दिशा में काम कर चुका है.
तापमान के बढ़ने की भी मिलेगी जानकारी: मौसम विभाग के साथ अनुबंध के बाद वन विभाग को ना केवल विभिन्न क्षेत्रों में मौसम की स्थिति, बल्कि हवा में नमी की स्थिति और तापमान के बढ़ने जैसी बातों का पता चल सकेगा. हालांकि मौसम विभाग पहले से ही इस तरह के बुलेटिन जारी करता रहा है, लेकिन अब अनुबंध होने के बाद वन विभाग को खास तौर पर फॉरेस्ट फायर से संबंधित सभी जरूरी मौसम की जानकारियां मिल सकेंगी.
इस ऐप से आग बुझाने पर मिलेगा क्विक रिस्पांस: उत्तराखंड वन विभाग ने इस बार नई पहल शुरू की है, जिसके तहत विभाग ने एक ऐप भी तैयार किया है. जिससे ना केवल वन विभाग के कर्मचारी और अधिकारी जुड़े हैं, बल्कि आम लोगों को भी से जोड़ा गया है. इस ऐप के तैयार होने के बाद जंगल में लगने वाली आग की जानकारी फॉरेन संबंधित वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को मिल सकेगी. इतना ही नहीं संबंधित वन क्षेत्र के आसपास के लोग भी वनाग्नि की सूचना को फौरन पा सकेंगे. ऐसे में आग बुझाने पर क्विक रिस्पांस होने के चलते जल्द से जल्द आग को बुझाया जा सकेगा.
जिला स्तर पर नोडल अधिकारी नामित: यह पहला मौका है, जब वन विभाग के बड़े अधिकारियों को जिला स्तर पर नोडल अधिकारी नामित किया गया है. यह अधिकारी फॉरेस्ट फायर सीजन आने से पहले ही जिलों में घटनाओं को लेकर की जाने वाली तैयारी की जानकारी ले रहे हैं. इसके बाद इस जानकारी के जरिए मुख्यालय स्तर पर समीक्षा के बाद सुधार लाया जा सकेगा.
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