देहरादूनः उत्तरकाशी के नौगांव में तैनात पशु चिकित्सा अधिकारी मोनिका गोयल को ₹8000 की रिश्वत लेते हुए विजिलेंस की टीम ने रंगे हाथ पकड़ा है. पशु चिकित्साधिकारी मोनिका सरकार की महत्वाकांक्षी बकरी पालन योजना के तहत मिलने वाली अंशदान राशि के एवज में लाभार्थी से रिश्वत मांग रही थी. फिलहाल, मामले में आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है.
एसपी विजिलेंस रेनू लोहानी ने बताया कि नौगांव क्षेत्र के एक लाभार्थी ने विजिलेंस कार्यालय में शिकायत की थी. जिसमें लाभार्थी ने बताया था कि राजकीय पशु चिकित्सालय नौगांव में तैनात पशु चिकित्साधिकारी मोनिका गोयल अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति की महिलाओं (बीपीएल श्रेणी) के लिए बकरी पालन योजना के तहत मिलने वाली सरकारी अनुदान राशि का चेक देने के बदले 8 हजार रिश्वत की मांग कर रही है. योजना के तहत लाभार्थी को 70 हजार रुपए का अनुदान मिलना था. एसपी लोहानी ने बताया कि मोनिका गोयल ने लाभार्थी को पैसे लेकर बुधवार को उनके कार्यालय आने को कहा था. जिसके बाद विजिलेंस ने पूरा जाल बिछाया.
वहीं, बुधवार को जैसे ही शिकायतकर्ता ने मोनिका गोयल के कार्यालय में पहुंचकर रिश्वत के पैसे दिए. वैसे ही विजिलेंस टीम ने मोनिका गोयल को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. एसपी रेनू लोहानी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 2018 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोपी पशु चिकित्साधिकारी साल 2011 से उत्तरकाशी जिले में सेवाएं दे रही हैं. मोनिका गोयल ने पहली तैनाती उत्तरकाशी जिले में ही दी थी.
मोनिका पर होगी विभागीय कार्रवाईः उत्तरकाशी के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी भरत दत्त ढौंडियाल ने कहा कि अभी उनके पास पुलिस की ओर से कोई सूचना नहीं मिली है. विभागीय तौर पर विधिवत सूचना मिलने पर विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी. डॉ ढौंडियाल ने बताया कि मोनिका गोयल जिले में 2011 से सेवाएं दे रही थीं. तब से ही उनके पास नौगांव की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी थी. फिलहाल, विजिलेंस टीम को नगद पुरस्कार की घोषणा भी की गई है.
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