उत्तरकाशी: पर्वतारोहण के लिए विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट बीते रोज बंद कर दिए गए हैं. बीते सालों की अपेक्षा इस साल कोरोना संकट की वजह से पर्यटक और पर्वतारोही गंगोत्री नेशनल पार्क कम संख्या में पहुंचे हैं. हालांकि, अनलॉक होने के बाद पर्यटक और पर्वतारोही गंगोत्री नेशनल पार्क पहुंचे, जिससे पार्क प्रशासन को राहत भरा राजस्व प्राप्त हुआ. गंगोत्री नेशनल पार्क दुर्लभ वन्य जीव प्रजातियों का घर है.
गंगोत्री नेशनल पार्क के अंतर्गत गंगोत्री ग्लेशियर की विश्व की ऊंची-ऊंची चोटियां आती हैं, जिन पर हर वर्ष हजारों लोग पर्वतारोहण करते हैं. इसके साथ ही गौमुख, केदारताल और तपोवन भी पर्यटक पहुंचते हैं और रोमांच भरी ट्रैकिंग करते हैं. पार्क के अंतर्गत भारत-चीन अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे नेलांग और जाडुंग घाटी भी आती है.
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गंगोत्री नेशनल पार्क के रेंज अधिकारी प्रताप सिंह पंवार ने बताया कि 30 नवंबर को को पार्क के गेट बंद कर दिए गए हैं. इस साल पार्क के गेट एक माह देरी से बंद किये गए हैं. इसके साथ ही इस वर्ष गंगोत्री नेशनल पार्क में 19 हजार 23 पर्यटक पहुंचे हैं, जिनसे ₹40 लाख का राजस्व पार्क प्रशासन को प्राप्त हुआ है.