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गंगोत्री-यमुनोत्री की यात्रा होगी सुगम, 22 सुरंगों से होते हुए उत्तरकाशी पहुंचेगी ट्रेन

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Published : Jun 6, 2020, 10:36 PM IST

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के बाद गंगोत्री-यमुनोत्री धाम रेल लाइन की डीपीआर तैयार हो चुकी है. इस रेल लाइन में 17 छोटे-बड़े रेल पुल बनाए जाएंगे.

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गंगोत्री-यमुनोत्री की यात्रा होगी सुगम.

उत्तरकाशीः भारतीय रेलवे की यह योजना अगर परवान चढ़ती है तो अगले कुछ सालों में उत्तरकाशी भी रेल लाइन से जुड़ जाएगा. इसके लिए रेलवे ने अपने 2 साल का सर्वे पूरा कर लिया है. भारतीय रेलवे ने सर्वे रिपोर्ट शासन को सौंप दी है. यह रेलवे लाइन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा के दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्व साबित होगा. साथ ही उत्तरकाशी के साहसिक और सामान्य पर्यटन के लिए भी फायदेमंद होगा. इस रेलवे लाइन में 22 सुरंग और 18 पुल बनाए जाएंगे. जिन्हें पार कर रेल उत्तरकाशी पहुंचेगी. इसका मुख्य स्टेशन मातली में बनाया जाएगा.

रेलवे विकास निगम की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक प्रथम चरण में डोईवाला से उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से 5 किमी पहले मातली तक 102 किमी लंबी रेलवे लाइन का निर्माण किया जाएगा. इस रेल लाइन के किनारे 10 स्टेशनों का निर्माण भी किया जाएगा. साथ ही इस रेलवे लाइन में 21 सुरंग और 18 पुलों के निर्माण के लिए सर्वे किया गया है.

इस मार्ग पर 15 किमी की सबसे लंबी रेलवे सुरंग का भी निर्माण किया जाएगा. साथ ही इस रेल लाइन पर रेलवे द्वारा 5 किमी से कम 17 सुरंगों का निर्माण कराया जाएगा. मातली के बाद बड़कोट के लिए 18 किमी लंबी रेलवे लाइन का निर्माण किया जाएगा.

गंगोत्री-यमुनोत्री की यात्रा होगी सुगम.

ये भी पढ़ेंः क्या 8 जून के बाद श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे चारधाम ?

मातली तक डोईवाला के बाद भानिवाला, रानीपोखरी, जाजल, मरोड़ा, कंडीसौड़, सरोट, चिन्यालीसौड़, डुंडा सहित 10 अन्य रेलवे स्टेशनों के निर्माण का सर्वे किया गया है. साथ ही मातली से बड़कोट के पास एक रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा. वहीं, इस महत्वाकांक्षी योजना के लिए भारतीय रेलवे की ओर से राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंपी गई है.

इस रेलवे लाइन के तहत उत्तरकाशी जिले में चार रेलवे स्टेशन का निर्माण किया जाएगा. डीएम डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि इस महत्वाकांक्षी योजना के सर्वे पूरा होने की जानकारी मिली है. इसके बाद शासन का जो भी निर्देश होगा, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

उत्तरकाशीः भारतीय रेलवे की यह योजना अगर परवान चढ़ती है तो अगले कुछ सालों में उत्तरकाशी भी रेल लाइन से जुड़ जाएगा. इसके लिए रेलवे ने अपने 2 साल का सर्वे पूरा कर लिया है. भारतीय रेलवे ने सर्वे रिपोर्ट शासन को सौंप दी है. यह रेलवे लाइन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा के दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्व साबित होगा. साथ ही उत्तरकाशी के साहसिक और सामान्य पर्यटन के लिए भी फायदेमंद होगा. इस रेलवे लाइन में 22 सुरंग और 18 पुल बनाए जाएंगे. जिन्हें पार कर रेल उत्तरकाशी पहुंचेगी. इसका मुख्य स्टेशन मातली में बनाया जाएगा.

रेलवे विकास निगम की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक प्रथम चरण में डोईवाला से उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से 5 किमी पहले मातली तक 102 किमी लंबी रेलवे लाइन का निर्माण किया जाएगा. इस रेल लाइन के किनारे 10 स्टेशनों का निर्माण भी किया जाएगा. साथ ही इस रेलवे लाइन में 21 सुरंग और 18 पुलों के निर्माण के लिए सर्वे किया गया है.

इस मार्ग पर 15 किमी की सबसे लंबी रेलवे सुरंग का भी निर्माण किया जाएगा. साथ ही इस रेल लाइन पर रेलवे द्वारा 5 किमी से कम 17 सुरंगों का निर्माण कराया जाएगा. मातली के बाद बड़कोट के लिए 18 किमी लंबी रेलवे लाइन का निर्माण किया जाएगा.

गंगोत्री-यमुनोत्री की यात्रा होगी सुगम.

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मातली तक डोईवाला के बाद भानिवाला, रानीपोखरी, जाजल, मरोड़ा, कंडीसौड़, सरोट, चिन्यालीसौड़, डुंडा सहित 10 अन्य रेलवे स्टेशनों के निर्माण का सर्वे किया गया है. साथ ही मातली से बड़कोट के पास एक रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा. वहीं, इस महत्वाकांक्षी योजना के लिए भारतीय रेलवे की ओर से राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंपी गई है.

इस रेलवे लाइन के तहत उत्तरकाशी जिले में चार रेलवे स्टेशन का निर्माण किया जाएगा. डीएम डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि इस महत्वाकांक्षी योजना के सर्वे पूरा होने की जानकारी मिली है. इसके बाद शासन का जो भी निर्देश होगा, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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