उत्तरकाशीः पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत बुधवार को राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा के साथ आपदा प्रभावित आराकोट पहुंचे. जहां उन्होंने आपदा प्रभावितों से बातचीत की और उनका हाल जाना. वहीं, आपदा प्रभावितों ने भी हरीश रावत से अपना दर्द बांटा. रावत जब आपदा प्रभावितों से मिलने पहुंचे तो डीएम भी मौके पर मौजूद रहे. डीएम ने हरदा को क्षेत्र की समस्याओं के बारे में अवगत कराया और बताया कि अभी भी आपदा प्रभावित इलाके में मुश्किलें कम नहीं हुईं हैं. हालांकि, प्रशासन युद्धस्तर पर राहत कार्यों में जुटा है.
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और सांसद प्रदीप टम्टा आराकोट में आई आपदा के चौथे दिन आपदा प्रभावितों के बीच आराकोट पहुंचे. जहां उन्होंने आपदा प्रभावितो की समस्याओं को सुना और उसके बाद डीएम डॉ आशीष चौहान से समस्याओं के निराकरण पर विचार विमर्श किया.
उन्होंने कहा कि इन लोगों की मुख्य आजीविका सेब पर चलती है, इसलिए पहले सड़कों को दुरस्त कर सेब को मंडियों तक पहुंचाया जाए. साथ ही अंतिम आपदा प्रभावित तक राहत सामग्री पहुंचाई जाए जिससे कि आपदा प्रभावितों का जीवन पटरी पर लौट सके.
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रविवार को आराकोट-बंगाण क्षेत्र में आई जलप्रलय के बाद सरकार और विपक्ष के नेताओं के दौरे लगातार जारी हैं. आपदा के दूसरे दिन कृषि मंत्री सुबोध उनियाल और उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा करके गए.
मंगलवार को सीएम त्रिवेंद्र रावत सहित टिहरी सांसद सहित अजय भट्ट और अन्य भाजपा नेताओं ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. साथ ही कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष प्रीतम सिंह और गंगोत्री के पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण भी आपदा प्रभावितों के बीच पहुंचे.