उत्तरकाशी: जनपद के लिए शनिवार का दिन बहुत ही खास रहा. शनिवार को उत्तरकाशी के तीन युवा भारतीय सैन्य अकादमी में अंतिम पग पार करने के बाद भारतीय सेना का अभिन्न हिस्सा बने. उत्तरकाशी के जोशियाड़ा निवासी रजत भंडारी, चिन्यालीसौड़ ब्लॉक के बधानगांव निवासी अमन रमोला और मानपुर निवासी सुमित भट्ट तीनों होनहरों ने सेना में अधिकारी बन अपने परिवार और जिले का नाम रोशन किया है. वहीं तीनों सैन्य अधिकारियों के गांव में खुशी का माहौल है.
लेफ्टिनेंट रजत भंडारी के पिता सोबन सिंह भंडारी नेहरू पर्वतारोहण संस्थान में वरिष्ठ प्रशिक्षक हैं. जबकि, मां शशी भंडारी प्राइवेट स्कूल में शिक्षिका हैं. आपदा प्रबंधन की क्यूआरटी टीम में तैनात हैं, रजत भंडारी के चाचा मस्तान भंडारी ने कहा कि उनके पिता सूबेदार गुलाब भंडारी भी सेना में कार्यरत थे. रजत ने दादा के सपनों को पूरा किया है. रजत ने 10वीं तक शिक्षा एमडीएस स्कूल और 12वीं डीबीएस इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल ऋषिकेश से की. रजत डीयू से कंम्यूटर साइंस में ग्रेजुएशन किया है.
बधानगांव निवासी लेफ्टिनेंट अमन रमोला ने सैन्य अधिकारी बन शिक्षिका मां यशोदा रमोला का सपना पूरा किया है. मां ने उन्हें अधिकारी बनने की प्रेरणा दी. रमोला के पिता स्व.राकेश चंद रमोला भी शिक्षक थे, जिनकी साल 2012 एक दुर्घटना में मौत हो गई थी. आईआईटी रुड़की में चयन होने के बाद भी अमन ने सेना को चुना.
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अमन ने पीओपी के अपनी मां को सलाम कर उन्हें गौरवान्वित महसूस करवाया. मानपुर निवासी लेफ्टिनेंट सुमित भट्ट के पिता जय प्रकाश भट्ट आर्मी से रिटायर हैं. मां तामेश्वरी देवी गृहणी हैं. एक सैनिक के बेटे ने सेना में अधिकारी बन पिता का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया. सुमित का चयन भी आईआईटी में हुआ, लेकिन उन्होंने भी सेना को अपना पहला प्रोफेशन चुना.