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उत्तरकाशी में यूनिक रक्षाबंधन, छात्रों ने पेड़ों को बांधी राखी, पर्यावरण संरक्षण के लिए निकाली रैली

Students Tied Rakhi on trees in Uttarkashi उत्तरकाशी के विभिन्न स्कूलों में रक्षाबंधन पर रक्षा सूत्र आंदोलन के संयोजक सुरेश भाई से प्रेरित होकर छात्र-छात्राओं ने पेड़ों पर रक्षा सूत्र बांधे हैं. साथ ही उनकी रक्षा का संकल्प भी लिया है और लोगों से पेड़ बचाने का आग्रह किया है. Raksha Bandhan 2023

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 31, 2023, 4:47 PM IST

Updated : Aug 31, 2023, 5:32 PM IST

उत्तरकाशी: भाई-बहनों के प्रेम का त्योहार कहे जाने वाले रक्षाबंधन के पावन पर्व पर भाईयों ने अपनी बहनों से कलाई पर राखी बंधवा कर उनकी रक्षा का वादा किया है. इसी क्रम में आदर्श राजकीय इंटर कॉलेज गेंवला, आदर्श उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज पुरोला, राजकीय इंटर कॉलेज सौंरा के छात्र-छात्राओं ने इस बार रक्षाबंधन को अनोखे तरीके से मनाया है. उन्होंने पेड़ों को रक्षासूत्र बांधकर पेड़ों और पर्यावरण के संरक्षण का संकल्प लिया है.

students tied rakhi to trees in Uttarkashi
उत्तरकाशी में भाइयों की बजाए पेड़ों को बांधी गई राखी

रक्षासूत्र आंदोलन के नेतृत्व में निकाली गई रैली: वर्ष 1994 में वनों के व्यवसायिक कटान के विरोध में शुरू हुआ रक्षासूत्र आंदोलन अब गांव-गांव तक पहुंच गया है. हिमालयी पर्यावरण शिक्षा संस्थान की पहल पर जनपद के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने गांव के जंगल तक रैली निकालकर लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया और लोगों से वृक्षों को बचाए रखने की अपील की. उन्होंने कहा कि जंगल गांवों से दूर हटने से लोगों को घास, लकड़ी और पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है.

students tied rakhi to trees in Uttarkashi
रक्षाबंधन पर छात्र छात्राओं ने पेड़ों को बांधी रखी

ये भी पढ़ें: टिहरी में रक्षाबंधन पर बहनों को झेलनी पड़ी फजीहत, घंटों इंतजार के बाद भी नहीं आई रोडवेज की बस

पेड़ पौधे और प्राणियों का जन्म-जन्म का रिश्ता: आंदोलन के संयोजक सुरेश भाई ने कहा कि पेड़-पौधे और प्राणियों का जन्म-जन्म का रिश्ता है. इसी रिश्ते की डोर इतनी मजबूत है कि मनुष्य सांस ले सकता है और पानी पी सकता है. उन्होंने कहा कि मिश्रित वनों को बढ़ावा देने की जरूरत है, लेकिन वन विभाग के पास ऐसा कोई दृष्टिकोण नहीं है. बाजारीकरण के नाम पर हरित क्षेत्र का लाभ लेने के लिए बहुराष्ट्रीय कंपनियां गांवों में पहुंचने लगी हैं.

ये भी पढ़ें: Raksha Bandhan : अगर आज मनाना है रक्षाबंधन तो यहां जानिए सिर्फ एक शुभ मुहूर्त के बारे में!

उत्तरकाशी: भाई-बहनों के प्रेम का त्योहार कहे जाने वाले रक्षाबंधन के पावन पर्व पर भाईयों ने अपनी बहनों से कलाई पर राखी बंधवा कर उनकी रक्षा का वादा किया है. इसी क्रम में आदर्श राजकीय इंटर कॉलेज गेंवला, आदर्श उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज पुरोला, राजकीय इंटर कॉलेज सौंरा के छात्र-छात्राओं ने इस बार रक्षाबंधन को अनोखे तरीके से मनाया है. उन्होंने पेड़ों को रक्षासूत्र बांधकर पेड़ों और पर्यावरण के संरक्षण का संकल्प लिया है.

students tied rakhi to trees in Uttarkashi
उत्तरकाशी में भाइयों की बजाए पेड़ों को बांधी गई राखी

रक्षासूत्र आंदोलन के नेतृत्व में निकाली गई रैली: वर्ष 1994 में वनों के व्यवसायिक कटान के विरोध में शुरू हुआ रक्षासूत्र आंदोलन अब गांव-गांव तक पहुंच गया है. हिमालयी पर्यावरण शिक्षा संस्थान की पहल पर जनपद के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने गांव के जंगल तक रैली निकालकर लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया और लोगों से वृक्षों को बचाए रखने की अपील की. उन्होंने कहा कि जंगल गांवों से दूर हटने से लोगों को घास, लकड़ी और पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है.

students tied rakhi to trees in Uttarkashi
रक्षाबंधन पर छात्र छात्राओं ने पेड़ों को बांधी रखी

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पेड़ पौधे और प्राणियों का जन्म-जन्म का रिश्ता: आंदोलन के संयोजक सुरेश भाई ने कहा कि पेड़-पौधे और प्राणियों का जन्म-जन्म का रिश्ता है. इसी रिश्ते की डोर इतनी मजबूत है कि मनुष्य सांस ले सकता है और पानी पी सकता है. उन्होंने कहा कि मिश्रित वनों को बढ़ावा देने की जरूरत है, लेकिन वन विभाग के पास ऐसा कोई दृष्टिकोण नहीं है. बाजारीकरण के नाम पर हरित क्षेत्र का लाभ लेने के लिए बहुराष्ट्रीय कंपनियां गांवों में पहुंचने लगी हैं.

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Last Updated : Aug 31, 2023, 5:32 PM IST
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