देहरादून/उत्तरकाशी: पिछले दिनों हुई लगातार बारिश से पहाड़ी जनपदों में लैंडस्लाइड की घटनाएं सामने आ रही हैं. स्थानीय पुलिस और आपदा प्रबंधन टीम के साथ ही एसडीआरएफ की चुनौतियां भी बढ़ी हैं. इसी कड़ी में उत्तरकाशी के मोरी क्षेत्र में एसडीआरएफ की टीम एक चरवाहे का शव बुग्याल मोरी के सबसे दूरस्थ फीताड़ी गांव से 50 किलोमीटर दूरी से रेस्क्यू किया है.
पिथौरागढ़, चमोली और उत्तरकाशी समेत तमाम पहाड़ी जनपदों से लैंडस्लाइड की घटनाओं को लेकर एसडीआरएफ के सामने चुनौतियां बढ़ गई हैं. इस दिशा में कुमाऊं क्षेत्र में जहां एक हेलीकॉप्टर मौजूद होने के चलते एसडीआरएफ कुछ राहत महसूस कर रही हैं. वहीं, तमाम जगह से आ रही मदद की सूचनाओं पर एसडीआरएफ की टीमें तेजी से कार्रवाई कर रही हैं.
उत्तरकाशी में बीते सोमवार सुबह एक भेड़ चरवाहे ने ग्रामीणों को सूचना दी कि मोरी तहसील के दूरस्थ फीताड़ी गांव से करीब 50 किमी दूर बुग्याल में भितरी गांव निवासी भेड़ चरवाहा बिरस्तु लाल की बीमारी से मौत हो गई. जिसके बाद भितरी गांव के करीब 12 लोग शव लेने के लिए रवाना हुए.
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मंगलवार तक शव लाने गए ग्रामीणों के न लौटने की सूचना पर अनहोनी की आशंका को लेकर SDRF और राजस्व प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हुई. SDRF ने सेटेलाइट फोन से सूचना दी कि शव ला रहे ग्रामीण टीम को मिल गए हैं और SDRF और ग्रामीण शव लेकर आज तक गांव पहुंच जाएंगे.
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि SDRF टीम ने सैटेलाइट फोन पर दी जानकारी में बताया कि बुग्याल में मरे भेड़ चरवाहे का शव ला रहे ग्रामीण उन्हें मिल गए हैं. अब SDRF टीम और ग्रामीण शव को लेकर गांव के लिए रवाना हो गए हैं. अभी टीम की दूरी गांव से करीब 8 किमी है और आज रात तक टीम और ग्रामीण शव को लेकर फीताड़ी पहुंच जाएंगे.
वहीं, बताया जा रहा है कि शव को लेकर एसडीआरएफ तथा राजस्व टीम ने फिताड़ी गांव पहुंच गई है. शव का पंचनामा और पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई चल रही है. इसके साथ ही मृतक की खोजबीन में गये ग्रामीण भी गांव सुरक्षित पहुंच गये हैं.