उत्तरकाशी: भूस्खलन के कारण गंगोत्री नेशनल हाईवे बंद पड़ा हुआ है, जिसे प्रशासन खोलने का प्रयास कर रहा है. सोमवार को उसी भूस्खलन की वजह से मुखबा गांव की गर्भवती महिला बीच रास्ते में फंस गई थी. ऐसे में परिजनों ने मदद के लिए पुलिस को फोन किया, जिसके बाद महिला की मदद के लिए एसडीआरएफ मौके पर पहुंची और महिला को सकुशल हॉस्पिटल भिजवाया.
जानकारी के मुताबिक, सुनगर के पास भूस्खलन की वजह से हाईवे पर काफी मलबा आ गया था, जिसकी वजह से रास्ता बंद हो गया था. हॉस्पिटल जा रही 20 वर्षीय करिश्मा हाईवे बंद होने के कारण बीच रास्ते में फंस गई. इसी बीच महिला को प्रसव पीड़ा भी होने लगी. परिजनों ने मदद के लिए पुलिस को फोन किया. मामले की जानकारी मिलते ही पहुंची SDRF भटवाड़ी की टीम और स्थानीय स्वयंसेवी राजेश रावत मौके पर पहुंचे और गर्भवती महिला को टूटी हुई चट्टानों के बीच से करीब 20 मिनट में सुरक्षित रेस्क्यू कर दूसरी तरफ पहुंचाया, जहां से एम्बुलेंस के जरिए महिला को हॉस्पिटल भेजा गया. महिला के परिजनों ने SDRF का धन्यवाद किया.
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बता दें कि सुनगर के पास गंगोत्री हाईवे सोमवार सुबह चट्टान टूटने और मलबा आने के कारण बंद हो गया है, जो कि खबर लिखे जाने तक भी नहीं खुल पाया है. गंगोत्री हाईवे बंद होने के कारण अंतरराष्ट्रीय सीमा सहित सीमांत 11 गांवों और गंगोत्री धाम का संपर्क जिला मुख्यालय से टूटा हुआ है. BRO मार्ग खोलने का प्रयास कर रहा है.