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मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के विवादित बयान के विरोध में उतरे तमाम संगठन, प्रदर्शन कर जता रहे विरोध - PREM CHAND AGARWAL AND MLA DISPUTE

बजट सत्र के दौरान संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बयान पर तमाम संगठन लामबंद हो गए हैं.

Urban Development Minister Premchand Aggarwal
शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल (Photo-ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 22, 2025, 11:10 AM IST

Updated : Feb 22, 2025, 11:25 AM IST

देहरादून: विधानसभा बजट सत्र के दौरान सदन में शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा पहाड़ी समाज के लिए विवादित बोल पर कांग्रेस समेत तमाम संगठन मुखर हो गए हैं. प्रेमचंद अग्रवाल से माफी मांगने व इस्तीफा देने की मांग कर रहे हैं. दरअसल, विधानसभा बजट सत्र के दौरान सदन के भीतर कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट और मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बीच जुबानी झड़प हो गई थी. अब इस पूरे मामले के बाद तमाम पर्वतीय संगठन एकजुट होकर मंत्री का विरोध कर रहे हैं.

विधानसभा बजट सत्र के चौथे दिन सदन की कार्रवाई के दौरान जब मदन बिष्ट ने सदन के भीतर क्षेत्रवाद का मुद्दा उठाया, तो फिर प्रेमचंद अग्रवाल अपने आप को नहीं रोक सके. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सिर्फ पहाड़ी लोगों के लिए बना है क्या? उन्होंने भी राज्य आंदोलन के दौरान संघर्ष किया है. दोनों नेताओं की बहस पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने भी अपना नाराजगी जताई. चौथे दिन सदन की कार्रवाई के दौरान सदन के भीतर प्रेमचंद अग्रवाल ने इस बाबत अपनी सफाई दी. कहा कि उनके बयानों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है. वहीं बयानबाजी के बीच अब विपक्षी दल समेत तमाम पर्वतीय संगठन कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के विरोध में उतर आए हैं.

सदन में पहाड़ी-मैदानी पर बढ़ा विवाद (Video-ETV Bharat)

राजनीतिक जानकार जय सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड विधानसभा का सदन पहली बार क्षेत्रवाद के भेंट नहीं चढ़ा, बल्कि इससे पहले भी कई बार क्षेत्रवाद का मुद्दा सदन के भीतर उठ चुका है. उत्तराखंड जैसे एक छोटे राज्य के लिए क्षेत्रवाद का मुद्दा ठीक नहीं है और खासकर सदन के भीतर क्षेत्रवाद का मुद्दा उठाना बिल्कुल गलत है. जय सिंह रावत ने कहा कि राजनीतिक दलों को उत्तराखंड के विकास और भविष्य को लेकर चिंतन मनन और काम करना चाहिए. लेकिन क्षेत्रवाद का मुद्दा उठाना संकीर्ण मानसिकता को दर्शाता है. उत्तराखंड में पर्वतीय जिलों के साथ ही मैदानी जिले भी हैं, ऐसे में सभी क्षेत्रों का एक समान विकास हो, इस पर फोकस करना चाहिए.

गौर हो कि बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के बाद द्वाराहाट से कांग्रेस विधायक मदन सिंह बिष्ट और संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बीच तीखी बहस हो गई थी. संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने विधायक पर सदन में शराब पीकर आने का आरोप लगाया था. जिसके बाद कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर मुखर है.

सड़क पर लड़ते दिखे थे प्रेमचंद अग्रवाल: मई 2023 में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था. जिसमें प्रेमचंद अग्रवाल और उनका सुरक्षाकर्मी एक व्यक्ति से मारपीट करते दिख दिए थे. व्यक्ति से प्रेमचंद अग्रवाल और उनके सुरक्षाकर्मियों ने गाड़ी से उतर कर मारपीट शुरू कर दी. मामले में प्रेमचंद अग्रवाल ने सफाई देते हुए कहा युवक ने उन पर हमला किया. उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया. मामले में प्रदेश में जमकर सियासत हुई. जिसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी मामले का संज्ञान लेते हुए प्रेमचंद अग्रवाल को तलब किया था.

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देहरादून: विधानसभा बजट सत्र के दौरान सदन में शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा पहाड़ी समाज के लिए विवादित बोल पर कांग्रेस समेत तमाम संगठन मुखर हो गए हैं. प्रेमचंद अग्रवाल से माफी मांगने व इस्तीफा देने की मांग कर रहे हैं. दरअसल, विधानसभा बजट सत्र के दौरान सदन के भीतर कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट और मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बीच जुबानी झड़प हो गई थी. अब इस पूरे मामले के बाद तमाम पर्वतीय संगठन एकजुट होकर मंत्री का विरोध कर रहे हैं.

विधानसभा बजट सत्र के चौथे दिन सदन की कार्रवाई के दौरान जब मदन बिष्ट ने सदन के भीतर क्षेत्रवाद का मुद्दा उठाया, तो फिर प्रेमचंद अग्रवाल अपने आप को नहीं रोक सके. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सिर्फ पहाड़ी लोगों के लिए बना है क्या? उन्होंने भी राज्य आंदोलन के दौरान संघर्ष किया है. दोनों नेताओं की बहस पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने भी अपना नाराजगी जताई. चौथे दिन सदन की कार्रवाई के दौरान सदन के भीतर प्रेमचंद अग्रवाल ने इस बाबत अपनी सफाई दी. कहा कि उनके बयानों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है. वहीं बयानबाजी के बीच अब विपक्षी दल समेत तमाम पर्वतीय संगठन कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के विरोध में उतर आए हैं.

सदन में पहाड़ी-मैदानी पर बढ़ा विवाद (Video-ETV Bharat)

राजनीतिक जानकार जय सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड विधानसभा का सदन पहली बार क्षेत्रवाद के भेंट नहीं चढ़ा, बल्कि इससे पहले भी कई बार क्षेत्रवाद का मुद्दा सदन के भीतर उठ चुका है. उत्तराखंड जैसे एक छोटे राज्य के लिए क्षेत्रवाद का मुद्दा ठीक नहीं है और खासकर सदन के भीतर क्षेत्रवाद का मुद्दा उठाना बिल्कुल गलत है. जय सिंह रावत ने कहा कि राजनीतिक दलों को उत्तराखंड के विकास और भविष्य को लेकर चिंतन मनन और काम करना चाहिए. लेकिन क्षेत्रवाद का मुद्दा उठाना संकीर्ण मानसिकता को दर्शाता है. उत्तराखंड में पर्वतीय जिलों के साथ ही मैदानी जिले भी हैं, ऐसे में सभी क्षेत्रों का एक समान विकास हो, इस पर फोकस करना चाहिए.

गौर हो कि बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के बाद द्वाराहाट से कांग्रेस विधायक मदन सिंह बिष्ट और संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बीच तीखी बहस हो गई थी. संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने विधायक पर सदन में शराब पीकर आने का आरोप लगाया था. जिसके बाद कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर मुखर है.

सड़क पर लड़ते दिखे थे प्रेमचंद अग्रवाल: मई 2023 में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था. जिसमें प्रेमचंद अग्रवाल और उनका सुरक्षाकर्मी एक व्यक्ति से मारपीट करते दिख दिए थे. व्यक्ति से प्रेमचंद अग्रवाल और उनके सुरक्षाकर्मियों ने गाड़ी से उतर कर मारपीट शुरू कर दी. मामले में प्रेमचंद अग्रवाल ने सफाई देते हुए कहा युवक ने उन पर हमला किया. उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया. मामले में प्रदेश में जमकर सियासत हुई. जिसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी मामले का संज्ञान लेते हुए प्रेमचंद अग्रवाल को तलब किया था.

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Last Updated : Feb 22, 2025, 11:25 AM IST
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