उत्तरकाशी: देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के खिलाफ चारों धामों के पुरोहितों का विरोध शांत नहीं हो रहा है, बल्कि अब गंगोत्री धाम में देवास्थानम बोर्ड के खिलाफ चल रहे अनिश्चितकालीन धरने का धाम के साधुओं ने भी समर्थन करना शुरू कर दिया है. साधु-संतों ने त्रिवेंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि देवास्थानम बोर्ड को भंग करे या तो गद्दी छोड़ने के लिए तैयार रहे.
बता दें कि देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ गंगोत्री धाम में पुरोहित समाज का धरना 45 वें दिन भी जारी है. वहीं, रविवार को गंगोत्री धाम के साधुओं ने भी पुरोहितों के धरने का समर्थन किया, ऐसे में प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री और स्थानीय विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साधु संतों का कहना है कि गंगोत्री धाम में वर्षों से सेमवाल जाति के ब्राह्मण गंगा मां की पूजा-अर्चना और सेवा करते रहे हैं, इसलिए सरकार को उनके हक-हकूकों के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए.
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गंगोत्री धाम के साधुओं न कहा कि वह भी चारों धामों में देवास्थानम बोर्ड का विरोध करते हैं, साथ ही कहा कि सरकार पुरोहितों के परंपरागत हक-हकूकों के साथ खिलवाड़ कर रही है. जबकि, यही लोग वर्षों से इन धामों की परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं. ऐसे में साधु संतों ने राज्य सरकार को चेताया है कि समय रहते समझ जाए, नहीं तो सीएम त्रिवेंद्र अपनी गद्दी गंवानी पड़ेगी.