उत्तरकाशी: गंगोत्री धाम के पुरोहितों ने सितंबर महीने से पूरे देश के लिए चारधाम यात्रा खोलने को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ अपना विरोध प्रकट किया है. पुरोहितों का कहना है कि अभी तक चारधाम कोरोना संक्रमण से बचा हुआ है. इसलिए पंडा समाज पहले से ही चारधाम यात्रा को लॉकडाउन की भांति रखने की मांग प्रदेश सरकार से कर रहा है. उसके बाद भी सरकार अपनी मनमानी करने पर अड़ी हुई है. पुरोहितों का कहना है कि सरकार को कोरोना का कोई डर नहीं है.
गंगोत्री धाम मंदिर समिति और पुरोहित समाज के देवास्थानम् बोर्ड के खिलाफ क्रमिक अनशन को गंगोत्री धाम में एक महीने पूरे हो चुके हैं. पुरोहितों का कहना है कि वे देवस्थानम् बोर्ड को किसी भी स्थिति में उन पर नहीं थोपने देंगे. साथ ही उनके हक-हकूकों के साथ अगर खिलवाड़ होगा तो अपने बिंदुओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट की शरण मे जाएंगे. वहीं, देवास्थानम् बोर्ड के खिलाफ लड़ाई अंत तक जारी रहेगी.
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वहीं, गंगोत्री धाम मंदिर समिति के सचिव दीपक सेमवाल का कहना है कि धाम का पुरोहित समाज पूर्व से ही कोरोनाकाल में यात्रा को लॉकडाउन की तरह बंद रखने की मांग कर रहा है. ऐसे में सरकार यात्रा को शुरू करने का गलत फैसला कर रही है. सेमवाल ने कहा कि अगर पुरोहितों को कोरोना संक्रमण हो गया तो धामों की पूजा बाधित हो जाएगी. इसलिए सरकार द्वारा लिया गया ये फैसला गलत है.