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उत्तरकाशी: बारिश-ओलावृष्टि से जिला मुख्यालय से कटा 100 परिवारों का संपर्क, फंसे ग्रामीण

उत्तरकाशी जिले के भटवाड़ी ब्लॉक स्थित पिलंग गांव का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है. कारण है लगातार हो रही बारिश और ओलावृष्टि से चट्टानों का खिसकना. गांव के करीब 100 परिवार पैदल मार्ग बाधित होने की वजह से गांव में ही फंसे हैं.

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बर्फबारी से बंद हुआ रास्ता
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Published : May 5, 2020, 5:09 PM IST

Updated : May 5, 2020, 6:37 PM IST

उत्तरकाशी: ओलावृष्टि और बारिश की वजह से भटवाड़ी ब्लॉक स्थित पिलंग गांव का संपर्क जिला मुख्यालय और तहसील से टूट गया है. गौरतलब है कि पहले से ही इन ग्रामीणों को अपने घरों तक पहुंचने के लिए 13 से 14 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करनी पड़ती थी. वहीं, बारिश और ओलावृष्टि की वजह से पैदल मार्ग में कई जगह चट्टाने खिसकने से मार्ग खाई में तब्दील हो गया है, जिसकी वजह से ग्रामीणों का संपर्क उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से टूट चुका है.

गौर हो कि पहले से ही ग्रामीणों को अपने दुरस्थ गांव पिलंग तक पहुंचने के लिए 13 से 14 किमी. की पैदल दूरी तय करनी पड़ती थी. वहीं, अब प्रकृति ने इनका पैदल मार्ग भी इनसे छीन लिया है. पहाड़ों में इन दिनों हो रही बारिश और ओलावृष्टि के कारण पिलंग गांव का पैदल मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है. पैदल मार्ग चट्टानों के खिसकने से खाई में तब्दील हो चुका है. यही कारण है कि गांव के करीब 100 परिवारों का संपर्क जिला और तहसील मुख्यालय से कट गया है.

बारिश-ओलावृष्टि से बंद हुआ रास्ता.

ये भी पढ़े: नैनीताल समेत आसपास के क्षेत्रों में बारिश और ओलावृष्टि, फसलों को भारी नुकसान

उत्तरकाशी जनपद के भटवाड़ी ब्लॉक का पिलंग गांव सबसे दूरस्थ गांव है. जहां आज भी ग्रामीण 13 से 14 किमी पैदल चलकर गांव पहुंचते हैं, लेकिन बेमौसमी बरसात ने गांव के एकमात्र संपर्क पैदल मार्ग भी अब पूरी तरह कट गया है. जिस कारण पिलंग गांव के ग्रामीण प्रकृति की मार के कारण गांव में ही कैद होकर रह गए हैं. अब उनके पास सड़क मार्ग तक पहुंचने के लिए कोई भी मार्ग नहीं बचा है.

ग्राम प्रधान अत्तर सिंह राणा ने बताया कि गांव के लिए खच्चरों और घोड़ों से आवश्यक सामान या राशन की सप्लाई की जाती थी. वहीं, अब इंसानों के लिए चलने के लिए ही पैदल मार्ग नहीं बचा हुआ है तो खच्चरों और घोड़ों से कैसे आवयश्क सामग्री की आपूर्ति होगी. साथ ही गांव में अगर कोई बीमार हो जाये या कोई आपातकालीन स्थिति आ जाती है तो सड़क तक पहुंचने के लिए कोई भी रास्ता नहीं बचा हुआ है.

उत्तरकाशी: ओलावृष्टि और बारिश की वजह से भटवाड़ी ब्लॉक स्थित पिलंग गांव का संपर्क जिला मुख्यालय और तहसील से टूट गया है. गौरतलब है कि पहले से ही इन ग्रामीणों को अपने घरों तक पहुंचने के लिए 13 से 14 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करनी पड़ती थी. वहीं, बारिश और ओलावृष्टि की वजह से पैदल मार्ग में कई जगह चट्टाने खिसकने से मार्ग खाई में तब्दील हो गया है, जिसकी वजह से ग्रामीणों का संपर्क उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से टूट चुका है.

गौर हो कि पहले से ही ग्रामीणों को अपने दुरस्थ गांव पिलंग तक पहुंचने के लिए 13 से 14 किमी. की पैदल दूरी तय करनी पड़ती थी. वहीं, अब प्रकृति ने इनका पैदल मार्ग भी इनसे छीन लिया है. पहाड़ों में इन दिनों हो रही बारिश और ओलावृष्टि के कारण पिलंग गांव का पैदल मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है. पैदल मार्ग चट्टानों के खिसकने से खाई में तब्दील हो चुका है. यही कारण है कि गांव के करीब 100 परिवारों का संपर्क जिला और तहसील मुख्यालय से कट गया है.

बारिश-ओलावृष्टि से बंद हुआ रास्ता.

ये भी पढ़े: नैनीताल समेत आसपास के क्षेत्रों में बारिश और ओलावृष्टि, फसलों को भारी नुकसान

उत्तरकाशी जनपद के भटवाड़ी ब्लॉक का पिलंग गांव सबसे दूरस्थ गांव है. जहां आज भी ग्रामीण 13 से 14 किमी पैदल चलकर गांव पहुंचते हैं, लेकिन बेमौसमी बरसात ने गांव के एकमात्र संपर्क पैदल मार्ग भी अब पूरी तरह कट गया है. जिस कारण पिलंग गांव के ग्रामीण प्रकृति की मार के कारण गांव में ही कैद होकर रह गए हैं. अब उनके पास सड़क मार्ग तक पहुंचने के लिए कोई भी मार्ग नहीं बचा है.

ग्राम प्रधान अत्तर सिंह राणा ने बताया कि गांव के लिए खच्चरों और घोड़ों से आवश्यक सामान या राशन की सप्लाई की जाती थी. वहीं, अब इंसानों के लिए चलने के लिए ही पैदल मार्ग नहीं बचा हुआ है तो खच्चरों और घोड़ों से कैसे आवयश्क सामग्री की आपूर्ति होगी. साथ ही गांव में अगर कोई बीमार हो जाये या कोई आपातकालीन स्थिति आ जाती है तो सड़क तक पहुंचने के लिए कोई भी रास्ता नहीं बचा हुआ है.

Last Updated : May 5, 2020, 6:37 PM IST
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