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राहत भरी खबर: उत्तरकाशी में लिंगानुपात की नई रिपोर्ट, 118 गांवों में 180 लड़कियों ने लिया जन्म

उत्तरकाशी जिले- 6 ब्लॉक के 132 गांव में 2016 बच्चों ने लिया जन्म लेकिन एक भी लड़की नहीं. डीएम डॉ आशीष चौहान ने दिए जांच के आदेश, एक हफ्ते में आएगी रिपोर्ट.

डीएम डॉ आशीष चौहान ने दिए जांच के आदेश.
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Published : Jul 22, 2019, 3:17 PM IST

उत्तरकाशी: एक तरफ देश प्रगति की ओर बढ़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ अभी भी लिंगभेद की खबरें सामने आती रहती हैं. उत्तरकाशी के 133 गांवों में पिछले तीन महीनों में 216 बच्चों ने जन्म लिया, जिसमें एक भी लड़की नहीं है. इस खबर ने पूरे प्रशासन को हिला कर रख दिया है. डीएम डॉ. आशीष चौहान ने इस मामले में अधिकारियों की एक टीम गठित कर जांच के लिए सभी ब्लॉकों में भेज दिया है, जो एक सप्ताह में रिपोर्ट डीएम को सौंपेंगे.

बता दें कि, उत्तरकाशी जिले के 6 ब्लॉकों के 133 गांवों में पिछले तीन महीनों के आंकड़े चौकाने वाले हैं. जिसके मुताबिक बालिका प्रजनन दर में भारी कमी देखी गई है. जैसे ही ये आंकड़े सामने आए पूरे प्रशासन में अफरा-तफरी मच गई. जिलाधिकारी आशीष चौहान ने रेड जोन आशा नाम से अभियान भी शुरू किया. साथ ही विभागीय अधिकारियों को जांच के आदेश दिए. वहीं, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी इसके सही तथ्यों की जांच के आदेश दिए.

डीएम डॉ आशीष चौहान ने दिए जांच के आदेश.

इस मामले में डीएम आशीष चौहान का कहना है कि एक दूसरी रिपोर्ट भी सामने आई है. जिसमें तीन महीने में 118 गांव में 180 लड़कियों ने जन्म लिया है. लेकिन कुछ स्थानों में पिछले 3 महीने में बालिकाओं के प्रजनन दर में भारी गिरावट देखी गई है. जिसके कारणों की जांच के लिए जिलास्तरीय अधिकारी भेजे गए हैं. जो एक सप्ताह में रिपोर्ट डीएम को सौंपेंगे. इस रिपोर्ट के मीडिया में सार्वजनिक होते ही शासन स्तर पर भी इन हैरान करने वाले आंकड़ो पर विचार विमर्श हुआ.

डीएम डॉ आशीष चौहान का कहना है कि एक रिपोर्ट में 118 गांव में 180 लड़कियों ने जन्म लिया है. जिसको देखते हुए उत्तरकाशी में लिंगानुपात को लेकर ज्यादा गंभीर विषय नहीं है, लेकिन पिछले 3 महीनों में जो रिपोर्ट सामने आई है उसे देखते हुए जल्द से जल्द मामले की जांच की जाएगी. रिपोर्ट आने के बाद ही ये साफ होगा कि लिंगभेद है या ये सब प्राकृतिक है.

उत्तरकाशी: एक तरफ देश प्रगति की ओर बढ़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ अभी भी लिंगभेद की खबरें सामने आती रहती हैं. उत्तरकाशी के 133 गांवों में पिछले तीन महीनों में 216 बच्चों ने जन्म लिया, जिसमें एक भी लड़की नहीं है. इस खबर ने पूरे प्रशासन को हिला कर रख दिया है. डीएम डॉ. आशीष चौहान ने इस मामले में अधिकारियों की एक टीम गठित कर जांच के लिए सभी ब्लॉकों में भेज दिया है, जो एक सप्ताह में रिपोर्ट डीएम को सौंपेंगे.

बता दें कि, उत्तरकाशी जिले के 6 ब्लॉकों के 133 गांवों में पिछले तीन महीनों के आंकड़े चौकाने वाले हैं. जिसके मुताबिक बालिका प्रजनन दर में भारी कमी देखी गई है. जैसे ही ये आंकड़े सामने आए पूरे प्रशासन में अफरा-तफरी मच गई. जिलाधिकारी आशीष चौहान ने रेड जोन आशा नाम से अभियान भी शुरू किया. साथ ही विभागीय अधिकारियों को जांच के आदेश दिए. वहीं, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी इसके सही तथ्यों की जांच के आदेश दिए.

डीएम डॉ आशीष चौहान ने दिए जांच के आदेश.

इस मामले में डीएम आशीष चौहान का कहना है कि एक दूसरी रिपोर्ट भी सामने आई है. जिसमें तीन महीने में 118 गांव में 180 लड़कियों ने जन्म लिया है. लेकिन कुछ स्थानों में पिछले 3 महीने में बालिकाओं के प्रजनन दर में भारी गिरावट देखी गई है. जिसके कारणों की जांच के लिए जिलास्तरीय अधिकारी भेजे गए हैं. जो एक सप्ताह में रिपोर्ट डीएम को सौंपेंगे. इस रिपोर्ट के मीडिया में सार्वजनिक होते ही शासन स्तर पर भी इन हैरान करने वाले आंकड़ो पर विचार विमर्श हुआ.

डीएम डॉ आशीष चौहान का कहना है कि एक रिपोर्ट में 118 गांव में 180 लड़कियों ने जन्म लिया है. जिसको देखते हुए उत्तरकाशी में लिंगानुपात को लेकर ज्यादा गंभीर विषय नहीं है, लेकिन पिछले 3 महीनों में जो रिपोर्ट सामने आई है उसे देखते हुए जल्द से जल्द मामले की जांच की जाएगी. रिपोर्ट आने के बाद ही ये साफ होगा कि लिंगभेद है या ये सब प्राकृतिक है.

Intro:उत्तरकाशी में हैरान करने वाले आंकड़े सामने आए थे कि जिसमे बालिकाओं का प्रजनन दर बहुत कम था। जिसको देखते हुए शासन स्तर पर भी चिंता जाहिर की गई थी। वहीं अब डीएम ने इस मुद्दे की जांच के लिए अधिकारियों की टीम गठित कर जांच के लिए सभी ब्लॉकों में भेज दी है। उत्तरकाशी। गत सप्ताह उत्तरकाशी जनपद के 6 ब्लॉकों में हैरानी भरे आंकड़े सामने आए थे। जिसमें कई गांव में गत 3 माह के आंकड़ो में बालिका प्रजनन दर में भारी कमी देखी गई थी। साथ ही इसको लेकर डीएम ने रेड जोन आशा नाम से अभियान शुरू किया था। साथ ही जब इस बात की जानकारी शासन स्तर पर पहुंची। तो सीएम ने इसके सही तथ्यों की जांच के आदेश दिए। वहीं अब डीएम उत्तरकाशी का कहना है कि एक दूसरी रिपोर्ट भी सामने आई है । जिसमे 118 गांव में 180 बालिकाओं ने जन्म लिया है। लेकिन कुछ स्थानों पर प्रतिकूल प्रसव में बालिकाओं के प्रजनन दर में भारी गिरावट विगत 3 माह में देखी गई। वहाँ पर कारणों की जांच के जिलास्तरीय अधिकारी भेजे गए हैं। जो एक सप्ताह में रिपोर्ट डीएम को सोपेंगे।


Body:वीओ-1, गत सप्ताह उत्तरकाशी से लेकर देहरादून तक हर कोई असमंजस की स्थिति में था। जब डीएम उत्तरकाशी डॉ आशीष चौहान ने मीडिया के सामने स्वास्थ विभाग के हैरान करने वाले आंकड़े पेश किए थे। जिसमें विगत तीन माह में जनपद के 6 ब्लॉकों में एकबालिकाओं के प्रजनन दर में बहुत बड़ी कमी देखने को मिली थी। इसको लेकर डीएम ने रेड जॉन आशा नाम से अभियान भी शुरू किया है। तो वहीं इस रिपोर्ट के मीडिया में सार्वजनिक होते ही शासन स्तर पर भी इन हैरान करने आंकड़ो पर विचार विमर्श हुआ। जिसके बाद सीएम ने उत्तरकाशी डीएम और स्वास्थ विभाग को सघन जांच करने के निर्देश दिए थे।


Conclusion:वीओ-2, डीएम डॉ आशीष चौहान ने कहा कि एक रिपोर्ट में 118 गांव में 180 बालिकाओं ने जन्म लिया है। जिसको देखते हुए उत्तरकाशी में लिंगानुपात को लेकर ज्यादा गंभीर विषय नहीं है। लेकिन जो विगत तीन माह की रिपोर्ट सामने आई है। जिसमें कई गांव में बालिकाओं का प्रजनन दर बहुत कम है या न के बराबर है। वहां पर क्या कारण है। या यह सब प्राकृतिक है। इस सब बिन्दुओ की जांच के लिए जिलास्तरीय अशिकारियो की अलग- अलग टीम गठित की गई है। जिसमें महिला अधिकारियों को टीम लीडर बनाया गया है। यह टीमें 1 सप्ताह के भीतर रिपोर्ट प्रशासन को देंगे। उसके बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।। बाईट- डॉ आशीष चौहान,डीएम उत्तरकाशी।
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