उत्तरकाशी: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की चार सदस्यीय टीम गुरुवार को उत्तरकाशी पहुंची. टीम ने एनएचआईडीसीएल के गंगोत्री हाई-वे पर चुंगी बड़ेथी व धरासू में सड़क चौड़ीकरण और पहाड़ी ट्रीटमेंट के कार्यों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान टीम में देखा की सड़क चौड़ीकरण के कार्यों से पर्यावरण और भागीरथी को कितना नुकसान हो रहा है.
टीम ने एनएचआईडीसीएल को निर्देश दिए है कि वो पर्यावरण के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ न करें. टीम निरीक्षण की रिपोर्ट तैयार कर वन एंव पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार को सौंपेगी. चार सदस्यीय टीम में वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के दो एडिशनल डायरेक्टर और प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड भारत सरकार के अधिकारी शामिल थे.
जानकारी के मुताबिक एनजीटी को शिकायत मिली थी कि सड़क चौड़ीकरण और पहाड़ी ट्रीटमेंट का मलबा भागीरथी नदी में गिराया जा रहा है. इसी वजह से एनजीटी की चार सदस्यीय टीम गुरुवार को एनएचआईडीसीएल को कार्यों का बारिकी से निरीक्षण करने उत्तरकाशी आई थी. टीम ने एनएचआईडीसीएल को ट्रीटमेंट से साथ वृक्षारोपण करने के निर्देश भी दिए.
जानकारी के अनुसार एनजीटी की टीम हर तीन माह में एनएचआईडीसीएल के कार्यों का निरीक्षण करेगी. साथ ही इसकी मॉनिटरिंग भी की जाएगी कि सड़क चौड़ीकरण के दौरान मलबा भागीरथी नदी में तो नहीं गिराया जा रहा.