ETV Bharat / state

पतंजलि और निम के बीच हुआ करार, ग्लेशियरों में वैज्ञानिक ढूंढ़ेंगे 'संजीवनी' - उत्तरकाशी हिंदी समाचार

जल्द ही पतंजलि के साथ एक एमओयू साइन किया जाएगा, जिसके तहत नेहरू पर्वतारोहण संस्थान की टीम पतंजलि के 7 विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों के साथ रक्तवन ग्लेशियर की चोटियों का आरोहण करेगी. इस दौरान ये टीम यहां औषधियों की ढूंढ करेगी.

पतंजलि और निम के बीच करार
author img

By

Published : Nov 15, 2019, 11:35 PM IST

Updated : Nov 16, 2019, 12:09 AM IST

उत्तरकाशी: नेहरू पर्वतारोहण एक नई पहल से जुड़ने जा रहा है. इसके तहत अब नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, पतंजलि के साथ मिलकर उच्च हिमालयी क्षेत्रों में औषधियों को ढूढ़ेंगे. निम के अधिकारियों की मानें तो जल्द ही इसको लेकर पतंजलि के साथ एक करार किया जाएगा. इसके लिए आगामी 2020 में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान रक्तवन गलेशियर की चोटियों का आरोहण करेगी. साथ ही पंतजलि के 7 से 8 विशेषज्ञ भी निम की टीम के साथ इस अभियान में शामिल होंगे.

पतंजलि और निम के बीच हुआ करार.

वहीं, नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने बताया कि, रक्तवन घाटी की कई चोटियों का अभी तक आरोहण नहीं हुआ है ऐसे में वो चोटियां भी इस अभियान में शामिल की गई हैं. बिष्ट ने कहा कि पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण की उनसे मुलाकात हुई थी, जिसमें उन्होंने प्रस्ताव रखा था कि नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, पतंजलि की उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हिमालयी औषधियों को ढूढ़ने में मदद करे.

ये भी पढ़ें: भारत का 'मिनी क्यूबा', जहां हर घर में पैदा होता है बॉक्सर

कर्नल अमित बिष्ट का कहना है कि, जल्द ही पतंजलि के साथ एक एमओयू साइन किया जाएगा, जिसके तहत नेहरू पर्वतारोहण संस्थान की टीम पतंजलि के 7 विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों के साथ रक्तवन ग्लेशियर की चोटियों का आरोहण करेगी. उन्होंने बताया कि ये कार्य दो चरणों मे होगा, जिसमें से एक आगामी 2020 में प्री-मॉनसून सीजन में किया जाएगा और दूसरा पोस्ट मॉनसून सीजन में हिमालयी औषधियों की खोज की जाएगी.

उत्तरकाशी: नेहरू पर्वतारोहण एक नई पहल से जुड़ने जा रहा है. इसके तहत अब नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, पतंजलि के साथ मिलकर उच्च हिमालयी क्षेत्रों में औषधियों को ढूढ़ेंगे. निम के अधिकारियों की मानें तो जल्द ही इसको लेकर पतंजलि के साथ एक करार किया जाएगा. इसके लिए आगामी 2020 में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान रक्तवन गलेशियर की चोटियों का आरोहण करेगी. साथ ही पंतजलि के 7 से 8 विशेषज्ञ भी निम की टीम के साथ इस अभियान में शामिल होंगे.

पतंजलि और निम के बीच हुआ करार.

वहीं, नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने बताया कि, रक्तवन घाटी की कई चोटियों का अभी तक आरोहण नहीं हुआ है ऐसे में वो चोटियां भी इस अभियान में शामिल की गई हैं. बिष्ट ने कहा कि पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण की उनसे मुलाकात हुई थी, जिसमें उन्होंने प्रस्ताव रखा था कि नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, पतंजलि की उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हिमालयी औषधियों को ढूढ़ने में मदद करे.

ये भी पढ़ें: भारत का 'मिनी क्यूबा', जहां हर घर में पैदा होता है बॉक्सर

कर्नल अमित बिष्ट का कहना है कि, जल्द ही पतंजलि के साथ एक एमओयू साइन किया जाएगा, जिसके तहत नेहरू पर्वतारोहण संस्थान की टीम पतंजलि के 7 विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों के साथ रक्तवन ग्लेशियर की चोटियों का आरोहण करेगी. उन्होंने बताया कि ये कार्य दो चरणों मे होगा, जिसमें से एक आगामी 2020 में प्री-मॉनसून सीजन में किया जाएगा और दूसरा पोस्ट मॉनसून सीजन में हिमालयी औषधियों की खोज की जाएगी.

Intro:उत्तरकाशी। नेहरू पर्वतारोहण एक नई पहल से जुड़ने वाला है। अब नेहरू पर्वतारोहण संस्थान पतंजलि हरिद्वार के साथ मिलकर उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हिमालयी औषधियों को ढूंढ़गे। निम के अधिकारियों के अनुसार जल्द ही इसको लेकर पतंजलि हरिद्वार के साथ एक एमओयू साइन करेगा। जिसके तहत आगामी वर्ष 2020 में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान रक्तवन गलेशियर की चोटियों का आरोहण करेगी। जिसमें पंतजली के 7 से 8 विशेषज्ञ भी निम की टीम के साथ इस अभियान में शामिल होंगे। Body:वीओ-1, नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने कहा कि रक्तवन घाटी की कई चोटियों का अभी तक आरोहण नहीं हुआ है। इनमें वह भी शामिल हैं। जिन चोटियों का नाम अटल जी के नाम पर रखा गया था। बिष्ट ने कहा कि पतंजलि हरिद्वार के आचार्य बालकृष्ण की उनसे मुलाकात हुई थी। जिसमें उन्होंने प्रस्ताव रखा था कि नेहरू पर्वतारोहण संस्थान पतंजलि की उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हिमालयी औषधियों को ढूढ़ने में मदद करे। Conclusion:वीओ-2, कर्नल अमित बिष्ट ने कहा कि जल्द ही पतंजलि हरिद्वार के साथ एक एमओयू साइन किया जाएगा। जिसके तहत नेहरू पर्वतारोहण संस्थान की टीम पतंजलि हरिद्वार के 7 से 8 विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों के साथ रक्तवन गलेशियर के चोटियों का आरोहण करेगी। यह दो चरणों मे होगा। जिसमें से एक आगामी वर्ष 2020 में प्रि- मानसून सीजन में किया जाएगा। तो वहीं दूसरा पोस्ट मानसून सीजन में इन चोटियों में हिमालयी औषधियों की खोज करेंगे। बाईट- कर्नल अमित बिष्ट,प्रधानाचार्य नेहरू पर्वतारोहण संस्थान।
Last Updated : Nov 16, 2019, 12:09 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.