उत्तरकाशी: गंगोत्री राजमार्ग पर चुंगी-बड़ेथी के पास लगातार भूस्खलन हो रहा है. जिसके चलते सोमवार से अभीतक गंगोत्री हाईवे पर आवागमन ठप पड़ा हुआ है. वहीं, भूस्खलन के कारण साल्ड मोटर मार्ग पर भी खतरा मंडराने लगा है. एनएचआईडीसीएल ने चुंगी-बड़ेथी के पास की पहाड़ी पर हो रहे भूस्खलन का ट्रीटमेंट भी किया था लेकिन अब ये भी खतरे की जद में आ गया है. लगातार दरकती पहाड़ी के कारण यात्रियों को भी बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
गंगोत्री राजमार्ग पर ठेकेदारों की गलती से चुंगी-बड़ेथी के पास भूस्खलन अब बढ़ता जा रहा है. इससे पहले भी भूस्खलन के कारण बसूंगा-ज्ञानसू सिंचाई नहर पहले ही टूट चुकी है. लगातार हो रहे भूस्खलन के बाद भी इसे रोकने के लिए किसी प्रकार के कदम नहीं उठाये जा रहे हैं, जोकि अपने आप में गंभीर विषय है. हालांकि, प्रशासन की ओर से इसके लिए एक जांच टीम गठित की गई है, लेकिन इसके बाद भी अब तक इसका समाधान नहीं निकल पाया है.
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चुंगी-बड़ेथी के पास हो रहे भूस्खलन का मलबा भी सीधे भागीरथी नदी में गिराया जा रहा है. जो एनजीटी के मानकों का सीधे-सीधे उल्लंघन है. जिससे की कार्यदायी संस्था एनएचआईडीसीएल और भारत कंस्ट्रक्शन पर भी सवाल उठना लाजमी है. लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण बीते सोमवार से गंगोत्री हाईवे बन्द पड़ा हुआ है. वहीं, प्रशासन की ओर से मनेरा बाईपास से आवाजाही को सुचारू किया गया है.