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लगातार भूस्खलन से बाधित हो रहा गंगोत्री हाईवे, कार्यदायी संस्था पर उठ रहे सवाल - Uttarakhand news

गंगोत्री राजमार्ग पर ठेकेदारों की गलती से चुंगी-बड़ेथी के पास भूस्खलन अब बढ़ता जा रहा है. इससे पहले भी भूस्खलन के कारण बसूंगा-ज्ञानसू सिंचाई नहर पहले ही टूट चुकी है. लगातार हो रहे भूस्खलन के बाद भी इसे रोकने के लिए किसी प्रकार के कदम नहीं उठाये जा रहे हैं

लगातार भूस्खलन से बाधित हो रहा गंगोत्री हाईवे
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Published : Aug 27, 2019, 7:09 PM IST

Updated : Aug 27, 2019, 8:05 PM IST

उत्तरकाशी: गंगोत्री राजमार्ग पर चुंगी-बड़ेथी के पास लगातार भूस्खलन हो रहा है. जिसके चलते सोमवार से अभीतक गंगोत्री हाईवे पर आवागमन ठप पड़ा हुआ है. वहीं, भूस्खलन के कारण साल्ड मोटर मार्ग पर भी खतरा मंडराने लगा है. एनएचआईडीसीएल ने चुंगी-बड़ेथी के पास की पहाड़ी पर हो रहे भूस्खलन का ट्रीटमेंट भी किया था लेकिन अब ये भी खतरे की जद में आ गया है. लगातार दरकती पहाड़ी के कारण यात्रियों को भी बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

लगातार भूस्खलन से बाधित हो रहा गंगोत्री हाईवे

गंगोत्री राजमार्ग पर ठेकेदारों की गलती से चुंगी-बड़ेथी के पास भूस्खलन अब बढ़ता जा रहा है. इससे पहले भी भूस्खलन के कारण बसूंगा-ज्ञानसू सिंचाई नहर पहले ही टूट चुकी है. लगातार हो रहे भूस्खलन के बाद भी इसे रोकने के लिए किसी प्रकार के कदम नहीं उठाये जा रहे हैं, जोकि अपने आप में गंभीर विषय है. हालांकि, प्रशासन की ओर से इसके लिए एक जांच टीम गठित की गई है, लेकिन इसके बाद भी अब तक इसका समाधान नहीं निकल पाया है.

पढ़ें-कुमाऊं में इस जगह से था महात्मा गांधी को प्रेम, अब बदलेगी तस्वीर

चुंगी-बड़ेथी के पास हो रहे भूस्खलन का मलबा भी सीधे भागीरथी नदी में गिराया जा रहा है. जो एनजीटी के मानकों का सीधे-सीधे उल्लंघन है. जिससे की कार्यदायी संस्था एनएचआईडीसीएल और भारत कंस्ट्रक्शन पर भी सवाल उठना लाजमी है. लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण बीते सोमवार से गंगोत्री हाईवे बन्द पड़ा हुआ है. वहीं, प्रशासन की ओर से मनेरा बाईपास से आवाजाही को सुचारू किया गया है.

उत्तरकाशी: गंगोत्री राजमार्ग पर चुंगी-बड़ेथी के पास लगातार भूस्खलन हो रहा है. जिसके चलते सोमवार से अभीतक गंगोत्री हाईवे पर आवागमन ठप पड़ा हुआ है. वहीं, भूस्खलन के कारण साल्ड मोटर मार्ग पर भी खतरा मंडराने लगा है. एनएचआईडीसीएल ने चुंगी-बड़ेथी के पास की पहाड़ी पर हो रहे भूस्खलन का ट्रीटमेंट भी किया था लेकिन अब ये भी खतरे की जद में आ गया है. लगातार दरकती पहाड़ी के कारण यात्रियों को भी बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

लगातार भूस्खलन से बाधित हो रहा गंगोत्री हाईवे

गंगोत्री राजमार्ग पर ठेकेदारों की गलती से चुंगी-बड़ेथी के पास भूस्खलन अब बढ़ता जा रहा है. इससे पहले भी भूस्खलन के कारण बसूंगा-ज्ञानसू सिंचाई नहर पहले ही टूट चुकी है. लगातार हो रहे भूस्खलन के बाद भी इसे रोकने के लिए किसी प्रकार के कदम नहीं उठाये जा रहे हैं, जोकि अपने आप में गंभीर विषय है. हालांकि, प्रशासन की ओर से इसके लिए एक जांच टीम गठित की गई है, लेकिन इसके बाद भी अब तक इसका समाधान नहीं निकल पाया है.

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चुंगी-बड़ेथी के पास हो रहे भूस्खलन का मलबा भी सीधे भागीरथी नदी में गिराया जा रहा है. जो एनजीटी के मानकों का सीधे-सीधे उल्लंघन है. जिससे की कार्यदायी संस्था एनएचआईडीसीएल और भारत कंस्ट्रक्शन पर भी सवाल उठना लाजमी है. लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण बीते सोमवार से गंगोत्री हाईवे बन्द पड़ा हुआ है. वहीं, प्रशासन की ओर से मनेरा बाईपास से आवाजाही को सुचारू किया गया है.

Intro:उत्तरकाशी के चुंगी बड़ेथी में हो रहा भूस्खलन लगातार बढ़ता जा रहा है। जिससे कि साल्ड मोटर मार्ग पर भी खतरा मंडराने लगा है। साथ ही भूस्खलन से आ रहा मलबा सीधा भागीरथी नदी में उड़ेला जा रहा है। उत्तरकाशी। गंगोत्री हाइवे पर चुंगी बड़ेथी में हो रहे भूस्खलन ने अब विकराल रूप ले लिया है। पहाड़ी पर लगातार भूस्खलन जारी है। जिस कारण अब एनएचआईडीसीएल को उसकी गलती ही भारी पड़ रही है। क्योंकि भूस्खलन के कारण जहाँ साल्ड मोटर मार्ग को खतरा हो गया है। तो वहीं जो ट्रीटमेंट कार्य एनएचआईडीसीएल ने पहाड़ी पर किया है। वह पूरा खतरे की जद में आ गया है। साथ ही पहाड़ी के भूस्खलन से आ रहे मलबा बोल्डरों को भागीरथी नदी में गिराया जा रहा है। जिससे कि एनजीटी के मानकों का उल्लंघन किया जा रहा है। इसके बाद भी एनएचआईडीसीएल ने पहाड़ी के भूस्खलन रोकने के लिए कोई अस्थाई कदम भी नहीं उठाया है। Body:वीओ-1, चुंगी बड़ेथी में एनएचआईडीसीएल की और से भारत कंस्ट्रक्शन को कार्य सौंपा गया है कि वह चुंगी बड़ेथी में पहाड़ी ट्रीटमेंट कर उस पर होने वाले भूस्खलन को रोकें। साथ सड़क का चौड़ीकरण किया जाए। लेकिन एनएचआईडीसीएल और भारत कंस्ट्रक्शन के अधिकारियों और ठेकेदारों की गलती से अब भूस्खलन बढ़ गया है। जिससे कि पहाड़ी पर हुए ट्रीटमेंट को भी खतरा हो गया है। साथ ही ऊपर से जा रही साल्ड मोटर मार्ग कभी भी भूस्खलन की चपेट में आ सकता है। वहीं पूर्व में भूस्खलन के कारण बसूँगा ज्ञानशू सिंचाई नहर पहले ही टूट चुकी है। वहीं निकट भविष्य में यह स्थिति और भी गम्भीर हो रही है। लेकिन उसके बाद भी भूस्खलन को रोकने के लिए किसी प्रकार के उचित कदम नहीं उठाए गए हैं । प्रशासन की और से एक जांच टीम गठित की गई थी । उसके बाद भी अस्थाई समाधान तक नहीं निकाला गया। Conclusion:वीओ-2, चुंगी बड़ेथी में हो रहे भूस्खलन से हर दिन लागातर मलबा गिर रहा है। जिसे सीधा भागीरथी में गिराया जा रहा है। जिससे की एनजीटी के मानकों का खुलेआम उलंघन किया जा रहा है। लेकिन उसके बाद भी जिला प्रशासन चुप्पी साधे हुए है। वहीं बीते सोमवार से गंगोत्री हाइवे बन्द पड़ा हुआ है। प्रशासन की और से मनेरा बाईपास से आवाजाही को सुचारू किया गया है। वहीं दूसरी और कार्यदायी संस्था एनएचआईडीसीएल और भारत कंस्ट्रक्शन के अधिकारियों की लापरवाही आम आदमी पर भारी पड़ रही है। बाइट- देवेंद्र पटवाल, आपदा प्रबधंन अधिकारी।
Last Updated : Aug 27, 2019, 8:05 PM IST
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