उत्तरकाशी: भूतपूर्व सैनिक साइकिल अभियान के जरिये गंगोत्री से गंगा सागर तक गंगा की स्वच्छता व पुनर्जीवीकरण का संदेश जन-जन तक पहुंचाएंगे. यह अभियान दो मार्च से शुरू होकर दो अप्रैल तक चलेगा. सोमवार को उत्तरकाशी से गंगोत्री के लिए यह दल रवाना हुआ. दो मार्च से दो अप्रैल के तक चलने वाले इस अतुत्य गंगा साइक्लॉथन-2022 की अगुआई लेफ्टिनेंट जनरल आलोक कलेर कर रहे हैं.
सोमवार को गंगोत्री के लिए रवाना होने से पूर्व निम में दल के सदस्य पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल आलोक कलेर ने बताया गंगोत्री से गंगासागर तक का यह साइक्लिंग अभियान लोगों को नदियों के संरक्षण और प्रदूषण से मुक्त रखने के लिए प्रेरित करेगा. इस अभियान के दौरान गंगा किनारे पौधरोपण व स्वच्छता का कार्यक्रम भी चलाया जाएगा. साथ ही उन्होंने पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए सभी को सिंगल यूज्ड प्लास्टिक का प्रयोग बंद करने का बात कही.
पढ़ें- गजराज का खौफ: हरिद्वार में रेलवे स्टेशन पर पहुंचा हाथी तो ऋषिकेश के रामझूला में भी दिखी चहलकदमी
उन्होंने कहा पूर्व सैनिक रिटायरमेंट के बाद पिछले 11 साल से नदियों की सुरक्षा के लिए सक्रिय हैं. साथ ही कहा कि हर व्यक्ति का कर्तव्य है कि जल के संरक्षण के लिए आगे आए. विशेषकर युवा वर्ग को इसके लिए पहल करनी होगी.
पढ़ें- कॉर्बेट में अचानक जिप्सी के आगे आ गया गुस्सैल हाथी, देखें वीडियो
उन्होंने कहा यह अभियान लाखों युवाओं को नदियों के पुनर्जीवीकरण को प्रेरित करेगा. इस अभियान में 16 लोग शामिल है. इस साइकिल यात्रा के माध्यम से लोगों एक संदेश दिया जाएगा. वहीं, एनआईएम के प्राचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने युवाओं से अतुल्य गंगा चक्रवात 2022 से प्रेरणा लेने का आह्वान किया.