उत्तरकाशीः विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम में हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. यहां पर पहुंचकर श्रद्धालु गंगा मैया की दर्शन करते हैं. साथ ही गंगा जल से नहाकर खुद को पुण्य का भागीदार बनाते हैं, लेकिन सिस्टम की लापरवाही से श्रद्धालुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ हो रहा है. गंगा स्वच्छ्ता की योजना के बावजूद गंगोत्री धाम के गौरीकुंड में ही गंगा को दूषित किया जा रहा है. यहां पर नमामि गंगे परियोजना के तहत बने सीवरेज टैंक का सारा सीवर सीधा गंगा में बहाया जा रहा है.
गंगोत्री धाम में नमामि गंगे की परियोजना के तहत चल रहे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की असली तस्वीरें Etv Bharat की ग्राऊंड रिपोर्ट में सामने आई है. गौरीकुंड में 10 एमएलडी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के डिस्पोजल पाइप का रुख सीधे गंगा की ओर रखा गया है. जिससे सीवरेज सीधे गंगा में गिर रही है. गंगोत्री धाम के साधु समाज बीते लंबे समय से धाम में गंगा की स्वच्छ्ता को लेकर कई बार शासन-प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई से बार-बार शिकायत मिलने के बावजूद प्रशासनिक अधिकारी मामले पर आंखे मूंदें बैठे हैं.
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गंगोत्री धाम के साधु समाज के पूर्व सचिव दिगम्बर पूर्णागिरि महाराज का कहना है कि सुबह-शाम सीवरेज खोलकर गंगा में गिराया जा रहा है. जो गंगा स्वच्छता को पलीता लगा रहे हैं. वहीं, गंगोत्री धाम के व्यापारी अरविंद पंवार ने बताया कि सोमवार को गंगोत्री के स्नान घाट में सुलभ शौचालय का सीवरेज लाइन फट गया था. जिसके कारण सीवरेज गंगा में चला गया. नमामि गंगे की योजना के तहत गंगा की स्वच्छता के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
गौरतलब है कि बीते साल सितंबर महीने में गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई ने गंगोत्री धाम में सीवरेज लाइन बिछाई थी. जिसमें 10 एमएलडी के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया था. जिससे गंगा की स्वच्छ्ता बनाई जा सके, लेकिन गंगा की स्वच्छ्ता के नाम पर पवित्रता को दूषित किया जा रहा है.