उत्तरकाशी: गंगोत्री धाम के पुरोहित समाज ने अब खुलकर प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ऐसे में श्राइन बोर्ड के खिलाफ तीर्थ पुरोहित अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं. इस मौके पर प्रदर्शकारियों ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत सहित सतपाल महाराज और गोपाल रावत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उनका कहना है कि अगर सरकार द्वारा श्राइन बोर्ड का गठन किया जाता है, तो वह इस साल की चारधाम यात्रा ही शुरू नहीं करेंगे.
गंगोत्री धाम के पुरोहित शनिवार को कलेक्ट्रेट परिसर में एकत्रित हुए. जहां पर पुरोहितों ने श्राइन बोर्ड के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया. पुरोहितों का कहना है कि अगर श्राइन बोर्ड नहीं हटाया गया, तो इस वर्ष देश के बड़े शहरों मुंबई सहित कोलकाता और दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी. साथ ही इस साल कोई भी धाम नहीं खुलने दिया जाएगा और गंगा घाटों पर किसी भी प्रकार भी पूजा नहीं की जायेगी.
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वहीं, गंगोत्री धाम के सचिव दीपक सेमवाल ने कहा कि अगर यह बिल पास होता है, तो धामों में किसी भी प्रकार की गतिविधियां नहीं कि जाएगी. उनका ये क्रमिक अनशन जारी रहेगा, जबतक इस बिल को कैंसिल नहीं किया जाएगा. साथ ही पूर्व सचिव मानेंद्र सेमवाल का कहना है कि बेरोजगारी पलायन रोकने के लिए बिल बनाए जाएं. धामों के पुरोहित के हक हकूकों के साथ खिलवाड़ बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.