उत्तरकाशी: रोमांच के शौकीन पर्यटक और पर्वतारोहियों के लिए अच्छी खबर है. विश्व की ऊंची चोटियों में शामिल और मां गंगा के उद्गम गौमुख समेत अन्य चोटियों के लिए गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट एक अप्रैल से खोल दिए जाएंगे. वन विभाग ने इसके लिए अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं. पार्क प्रशासन ने गंगोत्री-गोमुख ट्रैक की व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
गंगोत्री नेशनल पार्क के रेंज अधिकारी प्रताप सिंह पंवार ने बताया कि आगामी एक अप्रैल को पार्क के गेट खुलने से पहले वन विभाग की एक टीम ने कनखू बैरियर से भोजवासा तक गंगोत्री-गौमुख ट्रैक का निरीक्षण किया था. अभी रास्ते में बर्फ जमी हुई है. कई स्थानों पर अधिक बर्फबारी और बोल्डरों के कारण मार्ग क्षतिग्रस्त हैं. जिन्हें जल्द ही दुरस्त किया जाएगा. साथ ही पर्वतारोहियों के लिए पार्क के गेट एक अप्रैल को खोल दिये जायेंगे. 15 मई तक उन्हीं पर्यटकों और पर्वतारोहियों को जाने की अनुमति होगी, जो स्थानीय पंजीकृत ट्रैकिंग एजेंसियों के माध्यम से अनुमति लेंगे.
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रेंज अधिकारी प्रताप पंवार ने बताया कि भोजवासा में स्थित जीएमवीएन और लाल बाबा आश्रम गंगोत्री धाम कपाट खुलने के साथ ही संचालित होंगे. इसलिए आम श्रद्धालुओं को धाम के कपाट खुलने के बाद ही अनुमति दी जाएगी. गंगोत्री नेशनल पार्क के अंतर्गत गंगोत्री घाटी जिसमें गौमुख, केदारताल सहित 6,000 मीटर से अधिक ऊंची पर्वतारोहण की चोटियां शामिल हैं. साथ ही नेलांग घाटी और भैरो घाटी शामिल हैं. पार्क का क्षेत्रफल 2390 वर्ग किमी है.