उत्तरकाशीः प्रदेश के पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत अपने तीन दिवसीय सीमांत दर्शन यात्रा के तहत बुधवार को उत्तरकाशी पहुंचे. उत्तरकाशी पहुंचने पर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि वह भारत-तिब्बत बॉर्डर पर स्थित नेलांग-नागा सहित हर्षिल में सेना और आईटीबीपी के जवानों के साथ सीमांत क्षेत्र के ग्रामीणों से गुरुवार को मुलाकात करेंगे. साथ ही वहां की समस्याओं और सर्वांगीण विकास के लिए सुझाव मांगेंगे. इन सुझावों एवं समस्याओं को प्रदेश सरकार के सामने रखकर उनका निराकरण करने की कोशिश करेंगे.
बुधवार को अपने दिवसीय उत्तरकाशी दौरे के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत वीरपुर (डुंडा) गांव पहुंचे. जहां उन्होंने गांव की लघु उद्योग से जुड़ी महिलाओं से मुलाकात की और उन्हें सरकार की योजनाओं की जानकारी दी. साथ ही कहा कि भाजपा सरकार में महिलाओं के विकास के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं. इसके बाद पूर्व सीएम त्रिवेंद्र जिला मुख्यालय पहुंचे, जहां भाजपा जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया.
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इस दौरान त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान विश्व की ऐतिहासिक धरोहर गरतांग गली के विकास के लिए धनराशि स्वीकृत हुई थी और आज गरतांग गली देश-विदेश के पर्यटकों के लिए खोल दी गई है. साथ ही उन्होंने कहा कि भेरव घाटी में स्नो लेपर्ड कंजर्वेशन सेंटर का निर्माण भी प्रस्तावित है. यह दोनों प्रदेश और उत्तरकाशी जिले के 12 महीने पर्यटन व्यवसाए देगा. त्रिवेंद्र सिंह रावत सीमांत दर्शन योजना के तहत गरतांग गली सहित दयारा बुग्याल भी जाएंगे. फिलहाल त्रिवेंद्र सिंह रावत हर्षिल में रात्री विश्राम कर रहे हैं.