उत्तरकाशी: चिन्यालीसौड़ तहसील के कुमराडा गांव पर सोमवार शाम को बारिश कहर बनकर टूटी. अतिवृष्टि के कारण गांव के नदी-नाले अचानक उफान पर आ गए थे. नदी नालों को पानी गांव में घुस गया था. पानी के तेज बहाव के साथ आए मलबे में तीन मवेशी जमीदोज हो गए.वहीं 20 मकानों में मलबा घुस गया है. एक मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया.
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंची और राहत व बचाव का कार्य शुरू किया है. वहीं जो मकान क्षतिग्रस्त हुआ है, उस घर में रहने वाले परिवार को भी राजस्व पुलिस ने सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया है. कुदरत के कहर का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि तीन किमी दूर बह रहे नाले का सारा पानी गांव में घुस आया. घरों की छतों पर भी नदी-नालों का पानी आ गया था.
पढ़ें- रुद्रप्रयाग के नरकोटा में बादल फटा, कई घरों में घुसा मलबा
ग्राम प्रधान कुमराडा विनोद पुरसोड़ा ने बताया कि गांव के कई आंगन मलबे में बह गए हैं. गांव में अंधेरा होने के कारण नुकसान का पूरा आकलन अभी नहीं मिल पाया है, भवनों और मवेशियों के साथ फसल को भी बहुत नुकसान हुआ है.
राजस्व उपनिरीक्षक कुसुम पंवार ने बताया प्रारम्भिक मौका मुआयना के अनुसार 2 भैंस और 1 बकरी मलबे में दब गई हैं. वहीं चार 4 भैंसें घायल हुईं हैं. घटना में कोई जनहानि नहीं है. करीब 20 घरों में मलबा घुसा है. साथ ही एक भवन पूर्ण क्षतिग्रस्त हुआ है.
पढ़ें- धनोल्टी के कण्डाल गांव में भी फटा बादल, सड़क पर आया सैलाब
नायाब तहसीलदार प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि राजस्व विभाग की टीम मौके पर नुकसान का आकलन कर रही है. प्रभावित ग्रामीणों को मदद दी जा रही है।. पूरे नुकसान आकलन की रिपोर्ट तैयार कर प्रशासन और शासन को भेजी जा रही है. आपदा प्रबधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल का कहना है कि एसडीआरएफ भी मौके पर पहुंच रही है. फिलहाल स्थिति कंट्रोल है.
सीएम तीरथ सिंह रावत ने राज्य में हुए नुकसान की अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है. उन्होंने लोगों की हर संभव मदद करने के निर्देश भी दिए हैं.
40 भेड़ बकरियां मरीं
जनपद के दूरस्थ मोरी तहसील में बिजली गिरने के कारण 40 भेड़ बकरियों की मौत हो गई. मोरी से राजस्व विभाग की टीम मौके के लिए रवाना हो गई.